एनसीपी विधायक धर्म रव बाबा आत्रराम ने कहा कि दोनों नेताओं का एक होना महाराष्ट्र की राजनीति को मजबूती देगा। सांसद भी जुड़ेंगे, विधायक भी जुड़ेंगे और संख्या भी बढ़ेगी।
शरद पवार के सांसद अजित पवार के दल में जा सकते हैं। इस पर अनिल देशमुख ने कहा कि पार्टी के सभी 12 सांसद शरद पवार के साथ हैं।
अजित पवार ने ज्ञापन सौंपने पहुंचे लोगों पर ही अपना गुस्सा निकाल दिया। उन्होंने लोगों से कहा कि वह किसी के नौकर नहीं हैं। जिन लोगों ने उन्हें वोट दिया है, वह उनके मालिक नहीं बन गए हैं।
अजित पवार के विवादित बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। अजित पवार ने कहा था, आपने मुझे वोट दिया है, इसका मतलब ये नहीं है कि आप मेरे मालिक हो।
महाराष्ट्र की सियासत में पवार परिवार को लेकर एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। अजित पवार की मां के बयान के बाद सवाल है कि क्या एनसीपी के दोनों गुट एक साथ आएंगे?
अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के वरिष्ठ ने प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार हमारे देवता हैं। हमारे मन में उनके प्रति उच्च स्तर का सम्मान है। अगर पवार परिवार एक साथ आता है तो इससे हमें बेहद खुशी होगी। मैं खुद को पवार परिवार का सदस्य मानता हूं।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के बाद से छगन भुजबल एनसीपी चीफ अजित पवार से नाराज हैं और वो इसे कई दफा दिखा भी चुके हैं। अब देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद उनके अगले कदम को लेकर चर्चा तेज है।
मंत्रालय बंटवारे के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि चूंकि मंत्रियों की संख्या अधिक है, इसलिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को प्रत्येक मंत्री को एक विभाग देना ही था।
महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद अब मंत्रिमंडल का बंटवारा हो चुका है। इस कड़ी में सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह विभाग, उर्जा समेत कई अन्य विभागों की जिम्मेदारी है। चलिए बताते हैं कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार को क्या जिम्मेदारी मिली है।
मंत्रियों के विभागों के बंटवारा नहीं होने पर विपक्ष ने चुटकी ली है। नितिन राऊत ने कहा यह इतिहास बन गया कि मंत्रियों के विभाग के बिना शीत सत्र संपन्न हो रहा है। हालांकि, मंत्रियों को उम्मीद है कि एक दो दिन में विभागों का बंटवारा हो जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी के प्रमुख और राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार को लेकर बड़ा बयान दिया है। फडणवीस ने विधानसभा में कहा है कि अजित पवार एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे।
छगन भुजबल ने मंगलवार को NCP सुप्रीमो अजित पवार पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस उन्हें नए कैबिनेट में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
छगन भुजबल का कहना है कि उन्होंने महाराष्ट्र मंत्रिमंडल विस्तार से एक सप्ताह पहले राज्यसभा की सीट की पेशकश को अस्वीकार कर दिया था।
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में जगह नहीं पाने वाले विधायकों में असंतोष बढ़ रहा है और उनमें से कई नेताओं ने इसे सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने साफ किया है कि हर मंत्री को ढाई साल दिए जाएंगे। इसके बाद उन्हीं मंत्रियों का कार्यकाल आगे बढ़ेगा, जिनका प्रदर्शन अच्छा होगा।
महाराष्ट्र में मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद कैबिनेट की पहली बैठक हुई है। इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम शिंदे और पवार ने विभागों के बंटवारे को लेकर बयान दिया।
महाराष्ट्र में सरकार के गठन होने के बाद अब आवासों और बंगलों का बंटवारा शुरू हो चुका है। इस बीच रामगिरी बंगले में देवेंद्र फडणवीस रहेंगे। बता दें कि पहले इस बंगले में बतौर सीएम एकनाथ शिंदे रहा करते थे।
शरद पवार के जन्मदिन पर उनके भतीजे अजित पवार ने आज दिल्ली में उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात के बारे में उन्होंने मीडिया से भी बात की।
एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल , सुनील तटकरे भी अजित पवार के साथ शरद पवार के घर पहुंचे और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।
महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण के बाद से सबकी निगाहें मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी हुई हैं। महाराष्ट्र में सीएम, डिप्टी सीएम ने एक हफ्ते पहले शपथ ली थी लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ हैं। वहीं, अब खबर है कि पावर शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है।
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