सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने का मामला चर्चा में है। इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम अजित पवार का बयान सामने आया है। उन्होंने महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से क्षमा मांगी है।
पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल में महिलाओं के लिए महायुति सरकार की प्रमुख 'लड़की बहिन' योजना के बारे में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, पवार ने कहा कि राज्य में भाजपा-शिवसेना-एनसीपी सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोपी किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेगी।
महाराष्ट्र में इसी साल के अंत में विधानसभा के चुनाव हैं। चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। ऐसे में कई नेता पाला बदलने में भी लगे हुए हैं।
लाडली बहन योजना पर रवि राणा और महेश शिंदे के बयान के बाद अब डिप्टी सीएम अजीत पवार ने बयान दिया है। अजीत पवार ने कहा कि योजना के पैसे वापस लेने की बात जो भी करेगा उसकी जुबान खींच लूंगा।
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव का आयोजन होने वाला है। सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। इन सब के बीत इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि नवाब मलिक अजित और शरद पवार में से किसके साथ जाएंगे।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार बारामती से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने संकेत दिया कि उनके छोटे बेटे जय पवार को बारामती से चुनाव लड़ाया जा सकता है।
लोकसभा चुनाव में अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार ने सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव लड़ा था। अब अजित पवार ने इस कदम को गलत बताया है और कहा है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था।
हमने ये जन सम्मान यात्रा क्यों निकाली? इस बजट में हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि हमने युवाओं और किसानों के लिए क्या नई योजनाएं रखी हैं और उन्हें लोगों तक सही ढंग से कैसे पहुंचाया जाए।
महाराष्ट्र चुनाव के मुद्दे पर अजीत पवार ने कहा कि महायुती में हम सब साथ हैं। हम सब साथ बैठकर निर्णय लेंगे। हमारे ज्यादा से ज्यादा लोग चुनकर आये यह हमारी प्राथमिकता होगी। लोकसभा सीट शेयरिंग में जो गलतिया हुई उसे हम इस बार सुधारने की कोशिश करेंगे।
अजित पवार ने कहा, सभी आगे निकल गए और मैं पीछे रह गया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस पहली बार 1999 में और शिंदे 2004 में विधायक बने थे, जबकि वह पहली बार 1990 में विधानसभा के सदस्य बने थे। उन्होंने मजाकिया लहजे में ये बातें कही।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। महायुति गठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है और इसका ऐलान 15 अगस्त को हो जाएगा। अजीत पवार ने फॉर्मूला बताया है जिसपर भाजपा ने भी हामी भर दी है।
महाराष्ट्र बीजेपी के प्रवक्ता की तरफ से चौंकाने वाला बयान आया है। उन्होंने अजीत पवार कोटे से मंत्री बनने वाले नेता पर कांग्रेस के पूर्व विधायक की सहायता करने का आरोप लगाया है।
महाराष्ट्र की राजनीति फिर से गर्म हो रही है, आलम हाथापाई तक पहुंच गया है, आज MNS के कार्यकर्ताओं ने NCP विधायक की कार संग जमकर तोड़फोड़ की है।
एनसीपी अजीत गुट) के सीनियर नेता बाबाजानी दुर्रानी आज शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी में शामिल हो गए। चुनाव से पहले उन्होंने अजीत पवार को तगड़ा झटका दिया।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों की जल्द ही घोषणा हो सकती है। चुनाव को लेकर अभी से हलचल तेज है। एक तरफ अजित पवार ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की तो वहीं देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार से। जानना अहम है कि अजित पवार के दिल में क्या है?
महायुति गठबंधन में सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, बीजेपी और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल है। लेकिन एनसीपी नेता अजित पवार के बयान के बाद स्स्पेंस गहरा गया है।
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अजित गुट के विधायकों के साथ-साथ भाजपा के भी कई नेता शरद पवार के साथ आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी इस पर फैसला लेगी कि किसे साथ लेना है और किसे नहीं।
साल 2023 में एनसीपी में विद्रोह हुआ और पार्टी के ज्यादातर विधायकों के साथ अजित पवार भाजपा-शिवसेना की सरकार में शामिल हो गए थे। अब शरद पवार ने अजित की वापसी पर बड़ा बयान दिया है।
अजित पवार ने घटना का जिक्र करते हुए बताया, हेलीकॉप्टर ने नागपुर से गढ़चिरौली के लिए सही-सलामत उड़ान भरी। यात्रा के दौरान मानसूनी बादलों के कारण हेलीकॉप्टर अपना रास्ता भटक गया। इसके बावजूद फडणवीस बिल्कुल शांत थे और मुझसे बातें कर रहे थे। मैं परेशान और चिंतित हो रहा था।
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अजीत पवार की एनसीपी को झटके लगने शुरू हुए हैं। कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं और महायुति में भी अजित पवार के खिलाफ आवाजें उठती रही हैं।
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