अजित पवार के लिए महाराष्ट्र विधानसभा की टेबल के सिरे कुछ ही महीने में घूम गए और नेता विपक्ष की बजाय सत्तापक्ष के नेता हो गए। सवाल ये है कि पिछले सत्र में नेता विपक्ष की कुर्सी से खड़े होकर अजित पवार ने महाराष्ट्र सरकार से जिन मुद्दों पर सवाल पूछे थे, उनका अब जवाब कैसे देंगे।
सूत्रों की मानें तो नाराज चल रहे शरद पवार को मनाने की कोशिश अजित पवार और उनके साथी मंत्री व विधायक कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर शरद पवार मान जाते हैं तो केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में सुप्रिया सुले का मंत्री बनने का रास्ता साफ हो सकता है।
अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत करने के बाद अजित पवार पहली बार सिल्वर ओक गए। अजित पवार अपनी चाची प्रतिभा के करीबी माने जाते हैं और प्रतिभा की सर्जरी हुई है।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार कल देर रात जैसे ही NCP सुप्रीमो शरद पवार के घऱ पहुंचे तो राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गईं। महाराष्ट्र के वित्त मंत्री बनने के कुछ घंटे बाद ही अजित चाचा शरद से मिलने पहुंचे।
महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि समय उन 40 विधायकों से बदला ले रहा है, जिन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की थी।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र देवेंद्र फडणवीस से वित्त और नियोजन विभाग वापस लेकर अजित पवार को सौंपा गया है। इन्हीं दो मंत्रालयों को लेकर पेंच फंसा हुआ था।
महाराष्ट्र सरकार में शामिल अजित पवार और उनके मंत्रियो को आज पोर्टफोलियो मिलने की संभावना है। इस बीच सूत्रों ने ये भी बताया कि अजित पवार और उनके गुट के मंत्रियों को कौनसे विभाग दिए जा सकते हैं।
महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी का अजित पवार का गुट शामिल होने के बाद से शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के बीच बेचैनी बढ़ गई है। इससे शिंदे सरकार की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
महाराष्ट्र सरकार में शपथ लिए एनसीपी के अजित पवार गुट को एक हफ्ते से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक विभागों का आवंटन नहीं हो सका है।
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राऊत ने महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम अजित पवार पर बड़ा वार किया है। राउत ने कहा कि शिंदे और अजित को अब दिल्ली जाकर मुजरा करना पड़ता है।
महाराष्ट्र में अजित पवार के शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद से विभागों के बंटवारे पर चल रही खींचतान दिल्ली पहुंच गई है। अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल जारी है। अजित पवार के दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात होने वाली है। इसे लेकर शरद कैंप ने तंज कसा है और कहा है कि जो राजा थे वे अब सूबेदार बन रहे हैं।
महाराष्ट्र की शिंदे फडणवीस सरकार में विभागों के बंटवारे को लेकर सुलह नहीं हो पाई है। यही वजह है कि अजीत पवार और प्रफ्फुल पटेल आज शाम साढ़े 5 बजे दिल्ली रवाना होंगे।
महाराष्ट्र की सरकार में अजित पवार गुट के शामिल होने के बाद से सूबे में सियासी हलचल मची हुई है और अभी तक मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हो पाया है।
शिंदे-फडणवीस सरकार में 2 जुलाई को अचानक से अजित पवार की एंट्री हुई। अजित पवार समेत 9 विधायकों को एनसीपी की तरफ से मंत्री बनाया गया था लेकिन अब तक अजित पवार और उनके साथ मंत्री बने नेताओं को विभाग यानी पोर्टफोलियो नहीं दिया गया है। वहीं, सरकार में भी तीनों खेमों में बेचैनी बनी हुई है।
शिंदे-फडणवीस सरकार में 9 दिनों पहले 2 जुलाई को अचानक से अजित पवार की एंट्री हुई। अजित पवार समेत 9 विधायकों को एनसीपी की तरफ से मंत्री बनाया गया था।
23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी बारिश का अलर्ट.. पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और यूपी में हो सकती है भारी बारिश...
इस साल दो जुलाई को राकांपा में अजित पवार के नेतृत्व में बगावत हुई और वह उपमुख्यमंत्री के रूप में शिंदे सरकार में शामिल हो गए। राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली।
रविवार 2 जुलाई को शपथ ग्रहण कार्यक्रम में अकोला से विधायक किरण लाहमटे अजित पवार के साथ दिखे थे, लेकिन उसके बाद वह शरद पवार गुट में लौट आये थे। वहीं अब एक बार फिर से उन्होंने पलटी मारी है।
भतीजे अजित पवार के अलग हो जाने के बाद शरद पवार एकबार फिर से मैदान में उतर चुके हैं। वह येवला में शनिवार को एक रैली करके राज्यव्यापी दौरा शुरू कर रहे हैं। येवला पार्टी के बागी नेता और मंत्री छगन भुजबल का निर्वाचन क्षेत्र है।
संपादक की पसंद