देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस 2018 में क़ानून बनाया गया, जिसके बाद हाई कोर्ट ने उसे मान्यता दी। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया, जहां 2020 में स्टे लग गया और मई 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण कैंसल कर दिया।
महाराष्ट्र की राजनीति में कब कौन किस तरफ ये कहना मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे समय में राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को निशाने पर लिया है।
पिछले एक महीने में अजित पवार और शरद पवार के बीच कई बार मुलाकातें हो चुकी हैं। कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच कुछ पक रहा है।
महाराष्ट्र की सियासत में शरद पवार के बयान ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि शरद पवार ने कभी ये नहीं कि अजित पवार मेरे नेता हैं।
शरद पवार ने बयान दिया है कि अजित पवार हमारे ही नेता हैं, इसमें कोई विवाद नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि एनसीपी में कोई फूट नहीं हुई है।
महाराष्ट्र के मंत्री हसन मुश्रीफ ने शरद पवार गुट द्वारा आयोजित सभा और होर्डिंग्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कोल्हापुर के छोटे से मैदान में सभा करने से शरद पवार की गरिमा कम होगी।
NCP में दो फाड़ होने के बाद अब शरद पवार और अजित पवार गुट में जुबानी जंग तेज़ हो गई है। अजित पवार ने फरमान जारी किया है कि अब से उनकी पार्टी कोई भी नेता शरद पवार के फोटो का इस्तमाल नहीं करेगा।
NCP अध्यक्ष शरद पवार को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने एक बयान दिया जिसपर विवाद हो गया। विवाद के बाद उन्होंने अब अपने ट्विटर हैंडल पर एक बयान जारी करते हुए माफी मांगी है।
एनसीपी के दोनों गुट अपनी सियासी पिच को मजबूत करने में जुट गए हैं। एक तरफ शरद पवार का लंबा राजनीतिक अनुभव हैं, वहीं दूसरी तरफ उनके सामने भतीजे और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार खड़े हैं।
एनसीपी में हुई बगावत के बाद अब शरद पवार पार्टी को मजबूत करने के लिए महाराष्ट्र की यात्रा कर रहे हैं। ऐसे में उनके भतीजे अजित पवार भी अलर्ट मोड पर आ गए हैं।
नवाब मलिक किसके साथ जाएंगे? क्या उद्धव और भाजपा में सुलह होगी? महाराष्ट्र में जारी सियासी सरगर्मी में कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने दिया है।
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार की सीक्रेट बैठक के बाद से ही राजनीतिक चर्चाएं गर्म हैं। अब शरद पवार ने पीएम मोदी पर तंज कसा है।
शरद पवार की अजित पवार के साथ गुप्त मीटिंग को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल है कि कहीं वे लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन में शामिल तो नहीं हो जाएंगे।
मेडिकल आधार पर जमानत मिलने के बाद नवाब मलिक करीब 1.5 साल बाद जेल से बाहर आए हैं। ऐसे में एनसीपी के दोनों धड़े उन्हें अपनी ओर करने की कोशिश में हैं।
पिछले दिनों में शरद और अजित पवार की कई बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों के बाद कहा जा रहा है कि शरद पवार भी अपने भतीजे के साथ NDA का हिस्सा बन सकते हैं। हालांकि शरद पवार के गुट की तरफ से इन संभावनों को कोरी कल्पना कहा जाता है।
अजित पवार पिछले महीने एनसीपी को तोड़ अपने समर्थकों के साथ राज्य की एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे जबकि शरद पवार महा विकास आघाडी का हिस्सा हैं जिसमें उनकी पार्टी के साथ शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस शामिल हैं।
शरद पवार और अजति पवार के बीच कई दौर की मुलाकात हो चुकी है। बीते दिनों पुणे में इन दोनों नेताओं की सीक्रेट मीटिंग हुई थी। दोनों नेताओं के बीच जारी मुलाकातों से कांग्रेस और उद्धव गुट की सेना चिंतित नजर आ रही है।
हाल ही में एनसीपी पार्टी के दोनों धड़े शरद पवार और अजीत पवार की सीक्रेट बैठक ने सभी का ध्यान खींचा था। अब इस बैठक पर शरद पवार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस का भी रिएक्शन सामने आ गया है।
अजित पवार और शरद पवार के बीच हो रही बैठकों से राजनीतिक बाजार में चर्चाएं काफी तेज हो गई हैं। इन बैठकों को लेकर राज ठाकरे ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे एक साजिश बताया।
अजित और शरद पवार के बीच हुई बैठक ने राजनीतिक सरगर्मियां तेज कर दी है। सामना में प्रकाशित संपादकीय में कहा गया है, रोजाना भ्रम की स्थिति पैदा करना अब लोगों की समझ से परे हो गया है। रोज-रोज के इस खेल से जनता अब उदासीन हो चुकी है।
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