महाराष्ट्र की राजनीति में एक किताब इन दिनों हलचल मचा रही है। किताब का नाम है 'मैडम कमिश्नर'। इस किताब में पुणे की यरवदा स्थित सरकारी जमीन को बेचने का जिक्र किया गया है, जिसमें दादा नाम बार-बार इस्तेमाल किया गया है। इस बाबत अजित पवार गुट ने सफाई दी है।
एक ओर एनसीपी में शरद व अजित गुट के नेता एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। तो वहीं, दूसरी ओर अब पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने अजित पवार के सीएम बनने को लेकर बड़ी बात कह दी है।
केंद्रीय चुनाव आयोग में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर सुनवाई जारी है। इसी मामले में अजित पवार पर उनकी बहन सुप्रिया सुले ने तंज कसते हुए कहा है कि अगर आप मन से मांगते तो पार्टी और चुनाव चिन्ह दोनों ही आपको दे देते।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के काफिले पर नाराज किसानों ने शनिवार की सुबह टमाटर और प्याज की बारिश कर दी। किसान इस कदर नाराज थे कि उन्होंने पवार के काफिले को काले झंडे भी दिखाए।
NCP में फूट पड़े तीन महीने से ज्यादा हो चुके हैं। पार्टी पर अजित और शरद पवार दोनों गुट दावा कर रहे हैं। इसी को लेकर चुनाव आयोग ने आज शुक्रवार को पहली सुनवाई की।
जुलाई में टूट पड़ने के बाद इस मामले में चुनाव आयोग आज पहली सुनवाई करेगा। इससे पहले आयोग ने दोनों पक्षों को आयोग में जमा कराए गए कागजों को एक-दूसरे से साझा करने को कहा था।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं महाराष्ट्र की राजनीति में फिर हलचल देखने को मिल सकती है क्योंकि इन दिनों अजित पवार और सीएम एकनाथ शिंदे के बीच दूरियां साफ दिख रही है। बता दें कि बीते दिन अजित पवार कैबिनेट मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए थे।
महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर गर्मी बढ़ गई है। एक बार फिर अजित पवार के नाम की चर्चा तेज है। वह अपने फैसलों की वजह से ही जाने जाते हैं और कहा जा रहा है कि वह नाराज हैं। वजह जानने के लिए पढ़ें ये खबर...
एनसीपी पर हक के शरद पवार व अजित पवार गुट के बीच घमासान जारी है। दोनों ही गुट के नेता अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। अब इस मामले में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले का भी बयान सामने आ गया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।
अजित पवार का यह वीडियो उन दिनों का है जब जब एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बगावत कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। अब शरद गुट चुनाव आयोग के पास अजित पवार का यह पुराना वीडियो पेश कर सकता है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर हक की लड़ाई भारतीय निर्वाचन आयोग के पास पहुंची हुई है। अजित व शरद पवार गुट पार्टी पर हर के लिए आमने-सामने हैं। ऐसे में एनसीपी अजित गुट के नेताओं ने लालबाग के राजा से एक बड़ी मन्नत मांगी है।
एनसीपी पर हक को लेकर शरद पवार गुट और अजित पवार गुट के बीच बयान जारी है। इस बीच अजित पवार गुट की ओर से पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने इस बात का खुलासा किया है कि पार्टी के कितने विधायक अजित या शरद पवार के साथ हैं।
अमित शाह के साथ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पस्थित थे लेकिन ठीक उसी वक्त अजित पवार बारामती में आयोजित एक कार्यक्रम में व्यस्त थे। उनके इस कार्यक्रम ना आने पर कई सवाल उठ रहे हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस दोनों अमित शाह के साथ कार्यक्रम में उपस्थित थे लेकिन ठीक उसी वक्त अजित पवार बारामती में पूर्व नियोजित बाजार समिती सालाना कार्यक्रम में व्यस्त थे। इस कार्यक्रम में अजित पवार के बयान ने सरकार में उनके बने रहने के भविष्य पर भी सवाल खड़े किए हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर हक के लिए अजित गुट व शरद गुट ने अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर रखी हैं। इस बीच कई बार अजित पवार के महाराष्ट्र के सीएम बनने की बात भी उठ जाती है। अब अजित ने खुद इस दावे पर प्रतिक्रिया दी है।
एनसीपी पर हक को लेकर शरद पवार गुट और अजित पवार गुट के बीच तनातनी जारी है। चुनाव आयोग ने भी शरद पवार और अजित पवार दोनों ही गुटों को छह अक्टूबर को पेश होने और आयोग के सामने अपना-अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।
शरद पवार से खुद जब यह पूछा गया था कि आपके पास कितने विधायक हैं तब शरद पवार ने कहा था मेरे पास शून्य विधायक है। आंकड़ों के खेल में दोनों ही गुट संभल कर बयान देते रहे हैं पर अब जबकि कानूनी लड़ाई सामने आ रही है उसके चलते स्थिति स्पष्ट हुई है।
अजित पवार द्वारा एनसीपी में की गई बगावत के बाद से ही अजित और शरद गुट के नेता आमने-सामने हैं। अब शरद गुट ने पार्टी पर अधिकार के लिए कानूनी लड़ाई भी तेज कर दी है।
इस सर्वदलीय बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया है कि मनोज जरंगे पाटिल अनशन और आंदोलन ख़त्म करें। इसके साथ ही कमिटी में जरंगे पाटिल के लोगों को भी शामिल किया जाएगा।
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और दूसरे डिप्टी सीएम अजित पवार ने कैबिनेट के अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर बैठक की और किसानों और मेट्रो के मुद्दे पर अहम फैसले किए।
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