राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल कश्मीर घाटी में 11 दिन बिताने के बाद शुक्रवार को दिल्ली लौट गए। डोभाल जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिये जाने के बाद योजनाओं का सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए कश्मीर घाटी में थे।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने घाटी की सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए शहर और दक्षिण कश्मीर के इलाकों का सोमवार को हवाई सर्वेक्षण किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शनिवार को अनंतनाग में फिर से आम लोगों से मेल-मुलाकात की और अब सरकार सोमवार के बकरीद त्योहार के लिए मौजूदा सुरक्षा तंत्र पर भरोसा करने की तैयारी में हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल दोबारा अपने काम में जुट गए हैं और शनिवार को वह अनंतनाग में आम लोगों से मिलते नजर आए। इसके साथ ही सरकार सोमवार को आने वाले बकरीद पर मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर ही भरोसा कर रही है।
एनएसए अजीत डोवल ने आज अनंतनाग का दौरा किया और वहां के लोगों से मुलाकात कर माहौल को भांपने की कोशिश की।
श्रीनगर में भी हालात पिछले पांच दिन से बेहतर हुए हैं। श्रीनगर समेत पूरे जम्मू और कश्मीर में मस्जिदों में जुमे की नमाज अता की गई। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली। इसके लिये धारा 144 में ढील दी गई थी।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं
जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने व सूबे को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने आम कश्मीरियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं पर चर्चा की।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल कश्मीर के लिए रवाना हो गए हैं। वह व्यक्तिगत तौर पर वहां पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे। उनके वहां पहुंचने से पहले दस हजार सुरक्षा जवानों को और वहां भेजा गया है।
सरकार के इस फैसले के बाद से ही सूबे में हलचल तेज हो गई है और लोगों के मन में तमाम सवाल दौड़ रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के घाटी के सीक्रेट मिशन पर आने के तत्काल बाद उठाई है। इस फैसले ने कश्मीर घाटी में राजनीतिक दलों व अलगाववादियों में हलचल तेज कर दी है।
देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर इस समय नई दिल्ली में गृह मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय बैठक जारी है। बेहद अहम मानी जा रही इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल और गृहसचिव मौजूद भी मौजूद हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को भारत सरकार ने सोमवार को कैबिनेट का दर्जा दिया है और उन्हें अगले 5 साल के लिए नियुक्त किया गया है।
अजीत डोभाल ने यह भी कहा कि देश पुलवामा के आतंकी हमले को कभी नहीं भूलेगा। डोभाल ने जिन 40 बहादुर जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है उस बलिदान को मैं नमन करता हूं, उन्होंने कहा की शहीदों के परिवार वालों को बी नमन करता हूं
2019 के चुनावी दंगल में 20 साल पुरानी कंधार विमान अपहरण कांड भी सुर्खियों में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मौलाना मसूद अजहर की तस्वीर दिखाकर बीजेपी और राषट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर भी निशाना साध रहे हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''अजीत डोभाल ने कहा था कि मसूद अज़हर को रिहा करना एक राजनीतिक फैसला था। सवाल यह है कि किसका राजनीतिक फ़ैसला था? उत्तर है भाजपा सरकार का। तो क्या अब मोदी जी, रविशंकर प्रसाद इस राष्ट्र विरोधी फ़ैसले की जिम्मेदारी लेंगे?''
एयर स्ट्राइक में जैश का अल्फा-3 कंट्रोल रूम पूरी तरह तबाह हो गया है और 200 से 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। बड़ी बात ये है कि वायुसेना ने सिर्फ 40 मिनट में इस ऑपरेशन को कामयाब के साथ पूरा किया और सभी फाइटर जेट वापस लौट आए।
पुलमावा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को ‘‘राजनीतिक शिकार’’ करार देते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को दावा किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से पूछताछ करने पर सच्चाई सामने आ जाएगी।
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के तहत सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के प्रति समर्थन जताया।
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