रोहित शर्मा ने कहा कि मुश्किल परिस्थितियों में जब भी टीम को रनों की जरूरत होती है तब रहाणे ने बल्लेबाज के तौर अपना दमखम दिखाया है।
यह घटना मैच के 75वें ओवर की है जब जैक लीच की दूसरी गेंद पर रहाणे शॉर्ट लेग पर पकड़े गए थे। मैदान पर मौजूद अंपायर ने इसे नॉट आउट करार दिया, लेकिन इंग्लैंड की टीम काफी उत्साहित दिख रही थी और उन्होंने तुरंत रिव्यू की मांग की।
अजिक्य रहाणे ने उनकी फार्म (बल्लेबाजी लय) को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब में आलोचकों से कहा कि वे उनके पिछले 15 मैचों के रिकार्ड की जांच कर लें।
रहाणे ने कहा "पहले टेस्ट के दौरान कई बार उर्जा में कमी दिखी, लेकिन यह विराट कोहली के वापस कप्तान के रूप में लौटने से नहीं था। विराट कोहली मेरे कप्तान रहेंगे। कुछ मसाला नहीं मिलेगा यहां।"
लक्षमण का मानना है कि टीम में बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए रहाणे और रोहित दोनों को आगे आकर रन बनाने होंगे।
कोहली ने कहा "अगर आप चाहते हैं कि मैं कुछ ऐसा बोलूं, जिससे बहस शुरू हो, तो आपको ऐसा कुछ नहीं मिलेगा, क्योंकि ऐसी कोई बात ही नहीं।"
पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने सोशल मीडिया पर ट्विट कर रहाणे की बल्लेबाजी में आ रही दिक्कतों को उजागर करते कुछ आंकड़े पेश किए हैं।
अर्द्धशतक बना चुके गिल भारत के लिए तेजी रन जुटा रहे थे लेकिन एंडरसन की अंदर आती हुई गेंद पर वह पूरी तरह से चकमा खा गए और अपना विकेट गंवा बैठे।
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले भारत के कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को अजिंक्य रहाणे की कप्तानी की जमकर तारीफ की।
इंग्लैंड के होने वाली सीरीज में भारत की 1-0 की जीत हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए फाइनल में जाने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टीम इंडिया को सीरीज जीताने वाले रहाणे ने सोशल मीडिया पर नेट्स में बल्लेबाजी करते हुए एक वीडियो शेयर किया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट में मिली आठ विकेट की हार के बाद कप्तान विराट कोहली पितृत्व अवकाश पर भारत लौट आए थे। इसके बाद सीरीज के बाकी तीन टेस्ट मैचों में रहाणे ने टीम की कमान संभाली थी।
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर रमीज राजा ने रहाणे की कप्तानी को जमकर सराहा और कहा कि एडिलेड टेस्ट में जिस तरह से भारतीय टीम 36 रन पर ऑलआउट हो गई और उसके बाद रहाणे ने जिस तरह से टीम को संभाला वह तारीफ के काबिल है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाडी का मानना है कि रहाणे को ही टीम का कप्तान बना देना चाहिए जबकि कोहली को उनका काम करने देना चाहिए।
भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीतने के बाद स्वदेश लौटने के बाद उन्होंने इसलिए कंगारू केक काटने से मना कर दिया, क्योंकि वे अपने प्रतिद्वंद्वी का सम्मान करते हैं।
टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भी रहाणे और उनकी कप्तानी की तारीफ़ की है।
कप्तान रहाणे ने खुलासा करते हुए बताया कि कैसे आईपीएल खत्म होने के बाद ही राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले उन्हें एक ख़ास सलाह दी। जिससे वहाँ काफी मदद मिली।
टीम इंडिया के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने एयरपोर्ट पर जश्न के तौर पर उस केक को काटने से मना कर दिया था। जिसमें कंगारू के आकार का डिजाईन बना था।
ऑस्ट्रेलियाई धरती पर युवा खिलाडियों के धमाकेदार प्रदर्शन और अजिंक्य रहाणे की शानदार कप्तानी से जीतकर वापस लौटी टीम इंडिया अब घरेलू मैदान में इंग्लैंड से भिड़ेगी।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कोहली और रहाणे की कप्तानी में अंतर पर प्रकाश डाला है।
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