अफगानिस्तान में तालिबानियों ने अपने ही नागरिकों पर अत्याचार करना जारी रखा हुआ है। बीते दिन यूएन ने बताया कि 12 अफगान महिलाओं समेत कई लोगों पर तालिबानियों ने सरेआम कोड़े बरसाए हैं।
रतन लाल के खिलाफ दिल्ली के वकील विनीत जिंदल की शिकायत के आधार पर मंगलवार की रात FIR दर्ज की गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जेएनयू प्रशासन ने वार्डन व सिक्योरिटी स्टाफ से रिपोर्ट तलब की है। इस रिपोर्ट में स्टूडेंट्स का भी पक्ष लिया जाएगा। जो स्टूडेंट्स दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
AISA ने इस विरोध प्रदर्शन के लिए पोस्टर भी जारी किया है। जिसमें लिखा है कि जेएनयू हिंसा के लिए जिम्मेदार एबीवीपी के गुंडों को गिरफ्तार करें।
AISA ने कहा कि जेएनयू एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जहां पूरे देश के कई समुदायों के छात्र पढ़ने आते हैं। यहां एक ही मेस में सारे स्टूडेंट्स अपनी पसंद का खाना खाते हैं। लेकिन जब 2 साल बाद कैंपस फिर से खुला है, तो एबीवीपी छात्रों पर अपनी पूरी गुंडागर्दी को थोप रही है।
घटना बीती रात 9 बजकर 45 मिनट की बताई जा रही है। एबीवीपी की ओर से वसंत कुंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जामिया इलाके में 15 दिसंबर को हुई हिंसा में पूछताछ के लिए जामिया से लोकल लीडर आशु खान और कांग्रेस से पूर्व विधायक मोहम्मद आसिफ को चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच ऑफिस बुलाया।
एबीवीपी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी निधि त्रिपाठी ने कहा कि JNU में हुई हिंसा पर चर्चाएं की जा रही हैं लेकिन ये महज 5 जनवरी तक ही सीमित हैं।
दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुई हिंसा के मामले में 4 छात्रों के नाम लिए हैं और उनपर हिंसा में शामिल होने का संदेह जताया है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि अभी मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है तथा मामले को अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया है जिसने कुछ अहम सुराग मिलने का दावा किया है। सभी दलों के नेताओं ने जेएनयू हिंसा की निंदा की।
JNU प्रशासन को परिसर में पुलिस बुलानी पड़ी। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वाम छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा और डीएसएफ से संबद्ध छात्रों ने उसके सदस्यों पर “निर्ममता” से हमला किया।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में लेफ्ट और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के सदस्यों के बीच रविवार को झड़प हो गई। इस झड़प पर दोनों ही गुटों के कई छात्र घायल हो गए।
राजधानी नई दिल्ली स्थित JNU कैंपस में रविवार को जमकर बवाल हुआ। इस दौरान ABVP और AISA के जुड़े छात्रों के बीच मारपीट हुई। इस मारपीट में दोनों पक्ष के कई छात्र घायल हो गए हैं।
दिल्ली पुलिस ने कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए जेएनयू प्रशासन की तरफ से किए गए अनुरोध पर उसने विश्वविद्यालय के परिसर में प्रवेश किया।
आरएसएस से संबद्ध छात्र संगठन एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वामपंथी संगठनों से संबद्ध छात्र संगठनों ने क्रूरतापूर्ण तरीके से हमला किया और उनके 25 कार्यकर्ता घायल हो गये।
इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक छात्र संगठनों से जुड़े लोगों के अलावा कांग्रेस पार्टी का पूर्व विधायक आसिफ खान का नाम भी एफआईआर में दर्ज किया गया है
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