अकासा एयर के पास 26 विमानों का बेड़ा है और यह पांच विदेशी शहरों सहित 27 गंतव्यों के लिए उड़ान भरता है।
स्टेकहोल्डर्स के साथ कंसल्टेशन के बाद डीजीसीए ‘वेट-लीजिंग’ के नियमों को सुव्यवस्थित करने पर काम कर रहा है। मौजूदा नियमों के तहत ‘वेट-लीज’ वाले प्लेन पर डीजीसीए का पूरा कंट्रोल नहीं होता है।
सूत्रों के अनुसार, सिंगापुर एयरलाइंस का पायलट पार्किंग ब्रेक लगाना भूल गया, जिससे विमान पीछे की ओर लुढ़का गया।
Akasa Air की एकल आधार पर कुल आमदनी पिछले वित्त वर्ष में 3,144.38 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 777.84 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 4,814.44 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1,522.27 करोड़ रुपये था।
स्पाइसजेट ने बताया कि वे मुंबई से पटना, गोरखपुर, वाराणसी और गोवा के लिए 4 नई फ्लाइट्स ऑपरेट की जाएंगी। इसके अलावा, पटना से अहमदाबाद, गुवाहाटी, कोलकाता और बेंगलुरू के लिए भी सेवाएं दी जाएंगी।
विमानों को बम से उड़ाने की धमकी का सिलसिला थमने को तैयार नहीं है। अभी दो दिन पहले ही करीब 30 फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। उसके बाद आज एक बार फिर 85 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है।
एयरलाइंस को मिल रहीं धकमकियां अब एक गंभीर समस्या बन चुकी है। यात्रियों में हवाई सफर को लेकर डर बैठ गया है। साथ ही यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में देरी भी हो रही है।
शनिवार को अलग-अलग विमानन कंपनियों के 20 से अधिक विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। जांच करने पर ये दावे झूठे साबित हुए। इन विमानों में एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा और विस्तारा एयरलाइंस के विमान शामिल हैं।
सिएटल से इंस्ताबुल जा रहे तुर्की एयरलाइंस के विमान में उस वक्त सैकड़ों यात्रियों की जान पर बन आई, जब हवा में ही प्लेन उड़ा रहे पायलट की अचानक मौत हो गई। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया।
एयरलाइन ने यह भी कहा कि इससे 'चेक-इन' में देरी हो रही है। वह जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए काम कर रही है।
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि अन्य बकाया राशि के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, एयरलाइन ने अलग-अलग विमान पट्टेदाताओं (Aircraft Lessors) के साथ समझौता कर लिया है।
स्पाइसजेट के सभी कर्मचारियों का जुलाई और अगस्त की सैलरी के अलावा ऐसे कर्मचारी जिन्हें जून की आधी सैलरी दी गई थी, उनके बैंक अकाउंट में भी सैलरी ट्रांसफर कर दी गई है। स्पाइसजेट के एक प्रवक्ता ने कर्मचारियों की पेंडिंग सैलरी के भुगतान की पुष्टि की है।
इंडिगो का पूरे भारत में डोमेस्टिक सेवाओं पर जबरदस्त कब्जा है। देश के घरेलू एविएशन इंडस्ट्री में इंडिगो के पास 60 प्रतिशत से भी ज्यादा हिस्सेदारी है। इंडिगो का मौजूदा फ्लीट साइज और इसकी सेवाएं इसे देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी बनाती है।
एयरलाइन ने अपनी मौजूदा समस्या के लिए फ्लीट में कमी, विमानों का ग्राउंड होना, वर्किंग कैपिटल की उच्च लागत, बढ़ती हुई निश्चित लागत, एयरपोर्ट पर निश्चित किराया और वैधानिक बकाया जैसे कारकों को जिम्मेदार ठहराया।
एनसीएलटी का ये आदेश गो फर्स्ट के समाधान पेशेवर की तरफ से दिवाला और ऋणशोधन अक्षमता संहिता (IBC) की धारा 33 (1) के तहत दायर एक आवेदन पर आया है। निर्धारित समयसीमा में उचित खरीदार खोज पाने में कर्जदाताओं के नाकाम रहने के आधार पर इस आवेदन में गो फर्स्ट के लिक्विडेशन का अनुरोध किया गया था।
डीजीसीए ने कहा, "जांच के आधार पर, प्रथम दृष्टया पाया गया कि एयर इंडिया के कई अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा विनियामक प्रावधानों में कमियां और कई उल्लंघन हैं, जिससे सुरक्षा पर काफी बुरा असर पड़ सकता है।" 22 जुलाई, 2024 को, एयर इंडिया के फ्लाइट कमांडर और स्वीकृत पदधारकों को डीजीसीए द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया
मौजूदा विमान बेड़े में उड़ान के दौरान शुरू की गई नई मनोरंजन सर्विस विस्टा को छोटे विमानों में भी उपलब्ध कराया जाएगा। एयरलाइन अपने पुराने बेड़े में सुधार करने और नए विमान शामिल करने की प्रक्रिया में है।
एक वकील ने अपने एक्स पोस्ट में इंडिगो को लिखते हुए एयरलाइन से कुछ सवाल किए। एयरलाइन ने इस पर जवाब भी दिया। कई अन्य लोगों ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं।
एयरलाइन के परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1,917.43 करोड़ रुपये से 14.15 प्रतिशत घटकर 1,646.21 करोड़ रुपये रह गया। एयरलाइन ने 650 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया।
अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) का कहना है कि भारत के बाहर फ्लाइट का ऑपरेशन करने वाली भारतीय एयरलाइंस को भी ऐसी स्थिति या मांग का सामना नहीं करना पड़ता है।
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