एयरबस के हेलिकॉप्टर विनिर्माण प्रभाग ने इस साल जनवरी में कहा था कि वह स्वदेशी विनिर्माण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए भारत में हेलिकॉप्टर की अंतिम असेंबली लाइन स्थापित करने के लिए टाटा समूह के साथ साझेदारी करेगी।
ऑर्डर का मूल्य 12 अरब डॉलर है और एयरबस ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो यात्रियों की संख्या के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी बजट एयरलाइनों में से एक है।
एफएएल को स्थापित होने में 24 महीने का समय लगेगा। पहले 'मेड इन इंडिया' एच125 की डिलिवरी 2026 के शुरू होने की उम्मीद है। बयान के मुताबिक, ‘फाइनल असेंबली लाइन’ लगाने के लिए स्थान एयरबस और टाटा समूह संयुक्त रूप से तय करेंगे।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हैदराबाद में विंग्स इंडिया कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने एयर इंडिया एयरबस A350 का उद्घाटन किया। बता दें कि इस तरह के 5 विमानों का ऑर्डर एयर इंडिया की तरफ से दिया गया है।
A350 के साथ वाणिज्यिक संचालन की अशिड्यूल की घोषणा आने वाले हफ्तों में की जाएगी। पहले यह घरेलू उड़ान पर सेवा देगा फिर इंटरनेशनल उड़ान पर जाएगा।
ब्रिटेन की मंद पड़ी अर्थव्यवस्था प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के लिए कड़ी चुनौती है। हालांकि भारत के एक फैसले ने सुनक की उम्मीदों को पंख लगा दिया है। दरअसल भारतीय विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने ब्रिटेन की एयरबस को 500 विमानों का अरबों डॉलर का ऑर्डर दिया है। इससे ब्रिटेन में हजारों नौकरियां पैदा होने के आसार हैं।
इंडिगो ने बयान में कहा, ‘‘वर्ष 2030 से लेकर 2035 की अवधि के लिए किए गए 500 अतिरिक्त विमानों के पक्के ऑर्डर के साथ ही एयरलाइन की ऑर्डरबुक में करीब 1,000 विमान हो चुके हैं।
चीन की सरकारी कंपनी चीन ईस्टर्न एयरलाइंस द्वारा संचालित सी919 की पहली वाणिज्यिक उड़ान शंघाई के पूर्वी महानगर से बीजिंग तक गई।
कंपनी के बयान में कहा गया है कि सिंगल कॉरिडोर वाले विमान बाजार में एयरबस की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और ए320 प्रोग्राम में तेजी लाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
कंपनी बढ़ती यात्रा मांग को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता बढ़ाने की कोशिशों के तहत अप्रैल से पायलट एवं चालक दल के सदस्यों के वेतन में आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी करने जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चाहे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता का विषय हो या वैश्विक खाद्य सुरक्षा तथा स्वास्थ्य सुरक्षा भारत और फ्रांस साथ मिलकर सकारात्मक योगदान दे रहे हैं।
Tata-Airbus: रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय वायु सेना के लिए C-295 परिवहन विमान का निर्माण टाटा-एयरबस द्वारा किया जाएगा।
भारत में पहली बार कोई निजी कंपनी किसी सैन्य विमान का निर्माण करने जा रही है। यूरोप की एविएशन कंपनी एयरबस, स्वदेशी कंपनी टाटा के साथ मिलकर गुजरात के वडोदरा में ये विमान बनाएंगी। प्रधानमंत्री मोदी रविवार को इसकी नींव रखने जा रहे हैं।
यूपी में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित पांच एयरपोर्ट- अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, म्योरपुर (सोनभद्र) तथा श्रावस्ती को एयरबस ए-321 के अनुकूल विकसित किया जा रहा है।
मैकब्रैटनी ने कहा कि अगले दो दशक में पुराने विमानों की जगह लेने और उद्योग के विस्तार की मांग को पूरा करने के लिए इन नए विमानों की जरूरत पैदा होगी।
मैकब्रैटनी ने कहा कि भारतीय विमानन परिदृश्य के विस्तार की संभावनाओं को देखते हुए उसे वर्ष 2040 तक 34,000 अतिरिक्त पायलट और 45,000 तकनीकी स्टाफ की भी जरूरत होगी।
बीडीएल ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि करीब 2.1 करोड़ डॉलर मूल्य वाले इस अनुबंध के तहत उसे एयरबस को सीएमडीएस की आपूर्ति करनी होगी।
रतन टाटा ने कहा कि यह बड़ा कदम है जो अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप घरेलू आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करेगा। सी-295 एक मल्टी-रोल एयरक्राफ्ट है।
एयरबस के मुताबिक ग्रुप की आय पिछले साल के मुकाबले 70.5 अरब यूरो से घट कर 49.9 अरब यूरो के स्तर पर आ गई है। इस दौरान कंपनी ने कुल 566 व्यवसाय़िक विमानों को ग्राहकों को सौंपा है।
एयरबस ए340 कार्गो विमान के बाद स्पाइसजेट के बेड़े में कुल नौ कार्गो विमान हो जाएंगे। इनमें पांच बोइंग 737, तीन बॉम्बार्डियर क्यू-400 और एक एयरबस340 होगा।
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