पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) द्वारा हवाई क्षेत्र पर फरवरी से प्रतिबंध लगाने के कारण उसे 8.5 अरब रुपये का नुकसान हुआ है।
पाकिस्तान ने मंगलवार की सुबह सभी नागरिक उड़ानों को लिए अपने एयरस्पेस को खोल दिया।
पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ठिकानों पर किए गए भाारतीय वायुसेना के हमले के बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी को अपने हवाईक्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया था।
पाकिस्तान को अब भी एयरस्ट्राइक का डर सता रहा है जिस कारण इमरान खान सरकार ने कहा है कि वह अभी पूर्वी हवाई क्षेत्र नहीं खोलेगा। यही नहीं उसने भारत के लिए अपने पूर्वी हवाई क्षेत्र को खोलने को लेकर एक अजीब शर्त भी रखी है।
भारतीय वायुसेना के बालाकोट (पाकिस्तान) में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों पर हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी को अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। भारत ने जम्मू-कश्मीर में पुलवामा में भारतीय सुरक्षाकमिर्यों पर आतंकवादी हमले के बाद बालकोट की कार्रवाई की थी।
पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने की अनुमति देने के भारत के अनुरोध को ‘‘सैद्धांतिक रूप’’ से स्वीकार कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के साथ गंभीर तनाव के बीच उसके हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल कर किर्गिस्तान के बिश्केक जाएंगे।
भारतीय हवाई क्षेत्र में सभी हवाई मार्गों पर लगी अस्थाई पाबंदियों को हटाने के भारत के फैसले के अनुरूप पाकिस्तान भी भारत के साथ लगी अपनी पूर्वी सीमा पर हवाई क्षेत्र पर लगे प्रतिबंध को हटा सकता है।
पाकिस्तान ने भारतीय उड़ानों के लिए उसके हवाई क्षेत्र पर लगे प्रतिबंध को 30 मई तक नहीं हटाने का बुधवार को निर्णय लिया क्योंकि इस्लामाबाद को भारत में लोकसभा चुनावों के नतीजों का इंतजार है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बुधवार को कहा कि उनका देश जंग नहीं चाहता है और उन्होंने भारत से सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए वार्ता की मेज पर आने का आह्वान किया।
भारत से कतर की हवाई यात्रा में अब अधिक समय लगेगा क्योंकि विमानन कंपनियों को पाकिस्तान व ईरान से होकर लंबा मार्ग अपनाना पड़ रहा है।
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