मौसम में बदलाव और बारिश होने के बाद दिल्ली की हवा में प्रदूषण घूलना शुरू हो गया। संतोजनक श्रेणी से निकलकर दिल्ली का AQI मध्यम श्रेणी में पहुंच गया है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 6 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है।
मॉनसून के समय मुंबई की वायु गुणवत्ता काफी अच्छी रहती है मगर इस सीजन के जाते ही यहां की वायु गुणवत्ता खराब होने लगती है। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) क्षेत्र से वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है।
Box breathing exercise: बॉक्स ब्रीदिंग करना आपके फेफड़ों की मजबूती बढ़ाने में मददगार हो सकता है। अब जब एयर क्वालिटी खराब हो रही है, ऐसे में इसे करना और जरूरी हो जाता है। क्यों और कैसे, जानते हैं।
दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर बढ़ने लगा है। इस बीच जीआरएपी फेज 1 को पूरे दिल्ली-एनसीआर में लागू कर दिया गया है। ऐसे में अब कुछ चीजों पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि कुछ स्थानों पर इससे लोगों को राहत दी गई है।
दिल्ली में स्मॉग का खतरा क्यों होता है, इसकी वजह पता चल गई है। वैज्ञानिकों ने जो वजह बताई है उसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे।
केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एक नया दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि 15 मई के बाद 800 किलोवाट तक के जनरेटर को औद्योगिक व व्यवसायिक इस्तेमाल के लिए तभी इजाजत दी जाएगी, जब दोहरे ईंधन यानी गैस और डीजल दोनों से चलते हों।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में AQI 249 (खराब) श्रेणी में है। शहर में सुबह के वक्त धुंध छाई रही। इस वजह से विजिबिलिटी भी कम हो गई।
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तीसरे फेज की पाबंदी को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिया गया है। ग्रैप-4 पहले ही हटाए जा चुके हैं। ऐसे में यहां ग्रैप-1 और ग्रैप-2 के तहत नियम लागू रहेंगे।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को लेकर सभी पांबदियों को हटा दिया गया है। तीन पहले दिल्ली में ग्रेप-4 लागू किया गया था। तीन दिन के बाद दिल्ली की हवा में कुछ सुधार देखने को मिला है।
दिल्ली-एनसीआर में एक चौंकाने वाला सर्वे हुआ है। इस सर्वे के मुताबिक राजधानी में कई परिवार के सदस्य बढ़ते प्रदूषण के कारण अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। इसके अलावा कई परिवार दिल्ली को छोड़ चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्लीवाले खुद को पॉल्यूशन से बचाने के लिए मास्क को पहनें क्यों कि दिल्ली के सीएम तो हिमाचल प्रदेश और गुजरात के चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।
प्रदूषण की विकट स्थिति को देखते हुए अब एयर प्यूरीफायर कोई लक्जरी आइटम नहीं रह गया है। वहीं मांग बढ़ने के साथ ही इनकी कीमतें भी तेजी से घट रही हैं। कीमत 7000 रुपये से शुरू है।
देश की राजधानी दिल्ली में लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। इसके अलावा आंखों में जलन भी हो रही है। बच्चों को काफी समस्यों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
देश की राजधानी की एयर क्वालिटी गुरुवार को बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली की आज की एयर क्वालिटी इंडेक्स 346 पर पहुंच गया है। वहीं नोएडा की एयर क्वालिटी 393 और गुरुग्राम की एयर क्वालिटी 318 दर्ज की गई है।
Cheapest Air Purifier: दिल्ली में हवा की क्वालिटी धीरे-धीरे खराब होती जा रही है। घर से बाहर निकलते वक्त सांस लेने में घुटन सी महसूस होती है। ऐसे में आप एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
AQI: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में तो हालत और बुरी है। यहां कई इलाकों में AQI 400 के स्तर से ज्यादा हो गया है। लिहाजा लोगों खासकतर अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही है।
Delhi-NCR Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिवाली के दो दिन बाद भी एयर क्वालिटी बेहद खराब स्थिति में बरकरार रही। बुधवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 349 पर दर्ज किया गया।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा हर दिन और जहरीली होती जा रही है। दिवाली के बाद से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। बुधवार को एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है।
बीते कई सालों के मुकाबले इस बार पंजाब में एयर क्वालिटी इंडेक्स में थोड़ा सुधार है। 2021 के साथ-साथ 2020 में कोई भी शहर AQI की मध्यम श्रेणी में नहीं रहा, जबकि इस साल दो शहर- खन्ना और मंडी गोबिंदगढ़- एक्यूआई की मध्यम श्रेणी में रहे।
Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दीपावली के दिन सुबह इंडिया गेट पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 276 रहा। वहीं पूरी दिल्ली की बात की जाए तो यह 270 के करीब रहा है। शनिवार से सोमवार के बीच यह प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया है। चेतावनी यह दी जा रही है कि वातावरण में आगे और प्रदूषण बढ़ सकता है।
संपादक की पसंद