प्रदूषण की विकट स्थिति को देखते हुए अब एयर प्यूरीफायर कोई लक्जरी आइटम नहीं रह गया है। वहीं मांग बढ़ने के साथ ही इनकी कीमतें भी तेजी से घट रही हैं। कीमत 7000 रुपये से शुरू है।
देश की राजधानी दिल्ली में लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। इसके अलावा आंखों में जलन भी हो रही है। बच्चों को काफी समस्यों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
देश की राजधानी की एयर क्वालिटी गुरुवार को बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली की आज की एयर क्वालिटी इंडेक्स 346 पर पहुंच गया है। वहीं नोएडा की एयर क्वालिटी 393 और गुरुग्राम की एयर क्वालिटी 318 दर्ज की गई है।
Cheapest Air Purifier: दिल्ली में हवा की क्वालिटी धीरे-धीरे खराब होती जा रही है। घर से बाहर निकलते वक्त सांस लेने में घुटन सी महसूस होती है। ऐसे में आप एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
AQI: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में तो हालत और बुरी है। यहां कई इलाकों में AQI 400 के स्तर से ज्यादा हो गया है। लिहाजा लोगों खासकतर अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही है।
Delhi-NCR Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिवाली के दो दिन बाद भी एयर क्वालिटी बेहद खराब स्थिति में बरकरार रही। बुधवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 349 पर दर्ज किया गया।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा हर दिन और जहरीली होती जा रही है। दिवाली के बाद से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। बुधवार को एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है।
बीते कई सालों के मुकाबले इस बार पंजाब में एयर क्वालिटी इंडेक्स में थोड़ा सुधार है। 2021 के साथ-साथ 2020 में कोई भी शहर AQI की मध्यम श्रेणी में नहीं रहा, जबकि इस साल दो शहर- खन्ना और मंडी गोबिंदगढ़- एक्यूआई की मध्यम श्रेणी में रहे।
Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दीपावली के दिन सुबह इंडिया गेट पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 276 रहा। वहीं पूरी दिल्ली की बात की जाए तो यह 270 के करीब रहा है। शनिवार से सोमवार के बीच यह प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया है। चेतावनी यह दी जा रही है कि वातावरण में आगे और प्रदूषण बढ़ सकता है।
Delhi Air Quality: देश की राजधानी में दिवाली की सुबह वायु गणवत्ता बहुत खराब श्रेणी के निचले स्तर तक रहने के आसार हैं। अनुमान के मुताबिक, पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हवाएं 24 अक्टूबर से दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगी और पूरी संभावना है कि यह अपने साथ दिल्ली में पराली जलाए जाने से संबंधित उत्सर्जन लाएंगी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली लगातार चौथे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी रही। इसके अलावा दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 35 शहर भारत के हैं।
प्रदूषण के बढ़ते हालात को देखते हुए बीएमसी ने एक अहम कदम उठाया है। बीएमसी एक खास मशीन का इस्तेमाल करने जा रही है। इस मशीन के जरिए ना सिर्फ प्रदूषण में रोकथाम की जा सकेगी बल्कि मशीन से मिलने वाले डाटा से आने वाले समय में कई अहम बिंदुओं पर काम भी किया जाएगा।
एनसीआर इलाकों में ठंड बढ़ी है लेकिन प्रदुषण से थोड़ी राहत मिलती हुई नजर आ रही है। वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में काफी सुधार हुआ है। आज सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 132 दर्ज की गई है।
हालांकि, बूंदा बांदी के बावजूद, दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता 429 पर 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है, जो बुधवार को 370 था। पड़ोसी फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 428, गाजियाबाद में 347, ग्रेटर नोएडा में 356, गुरुग्राम में 377 और नोएडा में 408 रहा।
दिल्ली में सोमवार को हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर से बेहद खराब में पहुंच गया। शहर में 24 घंटे के औसत एक्यूएआई 389 दर्ज किया गया।
दिल्ली में कम तापमान और धीमी हवाओं के कारण पैदा हुई मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में पहुंच गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 406 दर्ज किया गया।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया और सुबह नौ बजे एक्यूआई 403 दर्ज किया गया। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान के 28 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई थी जिसके बाद प्रदूषण पर रोकथाम के लिए केजरीवाल सरकार ने कई तरह की गाइडलाइन जारी की थी।
दिल्ली एनसीआर में जारी प्रदूषण की हालत पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को जमकर फटकार लगाई। कोर्ट की फटकार के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार कुछ हरकत में दिखी। प्रदूषण पर लगाम लगाने के कुछ और उपाय किए गए।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता अभी भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि भले ही हवा चलने से AQI में सुधार आ जाए लेकिन हालात एक दिन में सामान्य नहीं होंगे। यह जहरीली हवा धीरे-धीरे हमारे फेफड़ों को खराब कर देगी जिससे सांस की बीमारियां बढ़ेंगी।
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