दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों के लिए इस समय वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनी हुई है। दिल्ली में पिछले कई दिनों से AQI का लेवल काफी नीचे है। ऐसे में जरूरी है कि अगर आप घर से बाहर जाते हैं तो इस बात की जानकारी रखें कि आपके क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर कैसा है। अपने स्मार्टफोन से भी आप AQI का पता लगा सकते हैं।
देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण के कारण पूरी तरह गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है। बीते कई दिनों से दिल्ली की आबो हवा में सांस लेना एक बार फिर दूभर हो गया है। गुरुवार को भी क्षेत्र में AQI का लेवल एक बार फिर से गंभीर कैटेगरी में जा पहुंचा है।
दिल्ली में एक बार फिर से वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। 21 इलाकों में एक्यूआई 400 के पार चला गया है। वहीं नोएडा और गाजियाबाद में हवा प्रदूषित हो घई है।
दिल्ली में AQI का लेवल एक बार फिर चढ़ना शुरू हो गया है। सोमवार के बाद आज भी दिल्ली जहरीले घने कोहरे से ढ़की नजर आ रही है। धुंध इतनी ज़्यादा है कि कुछ सौ मीटर के बाद ही विजिबिलिटी खत्म हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली सरकार द्वारा पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली में कई जगहों पर जमकर पटाखे फुटे हैं। दिवाली की अगली सुबह कई इलाकों में धुंध देखने को मिल रही है। ऐसे में लोगों को फिर से परेशानी उठानी पड़ सकती है।
बिहार के कई शहरों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। देश के 243 शहरों में बिहार का बेगुसराय 382 AQI के साथ पहले स्थान पर रहा।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर गिर गया है। शुक्रवार को हुई बारिश ने दिल्ली की हवा को साफ कर दिया। हालांकि आशंका है कि दिवाली के बाद एक्यूआई में फिर वृद्धि होगी और लोगों का सांस लेना मुश्किल हो सकता है। बता दें कि एक्यूआई वर्तमान में 200-300 के बीच बना हुआ है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। यहां आईटीओ पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से अधिक दर्ज किया है। बता दें कि बीते कल बारिश के कारण एक्यूआई लेवल में गिरावट आई थी। लेकिन एक बार फिर यह बढ़ने लगा है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण से हल्की राहत को देखते हुए सरकार ने ऑड-ईवन योजना को लागू करने के फैसले को फ़िलहाल वापस ले लिया है। इससे पहले 13 नवंबर से 20 नवंबर तक दिल्ली में ऑड-ईवन योजना लागू करने का फैसला किया गया था। अब 20 तारीख के बाद ताजा स्थिति को देखकर फैसला लिया जाएगा।
दिल्ली-एनसीआर में आधी रात के बाद झमाझम बारिश देखने को मिली। इस कारण दिल्ली के एक्यूआई लेवल में गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान एक्यूआईर गंभीर श्रेणी से गिरकर बहुत खराब की कैटेगरी में आ गया है। दिल्ली-एनसीआर में लोगों को इससे राहत मिलेगी।
दिल्ली का वायु प्रदूषण अब भी कंट्रोल में नहीं आ रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा तमाम उपाय अपनाए गए लेकिन वायु प्रदूषण के स्तर में कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। गुरुवार के दिन दिल्ली के द्वारका में सबसे ज्यादा प्रदूषण का स्तर द्वारका में दर्ज किया गया है।
दिल्ली में पिछले कई दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में दर्ज की जा रही है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। इसपर लगाम लगाने के कई उपाय किए जा रहे हैं।
नवंबर शुरू होने के साथ दिल्ली-एनसीआर में सांसों पर संकट मंडराने लगता है। इस बीच, पंजाब के कई शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार खराब स्थिति में बना हुआ है।
गाजा में जहां इजराइल ताबड़तोड़ बम बरसाकर इमारतों को जमींदोज कर रहा है। इस कारण धूल और धुएं का गुबार उठ रहा है। इसके बावजूद गाजा की हवा प्रदूषित दिल्ली के मुकाबले 10 गुना ज्यादा साफ है। जानिए दिल्ली के मुकाबले कितना है वहां का AQI?
दिल्ली में वायु प्रदूषण की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं। अभी तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हालांकि ऑड-ईवन नियम फिर से लागू करने की बात कही गई है।
दिल्ली ही नहीं, देश के कई शहरों की हवा की गुणवत्ता खराब दर्ज की गई है जिसमें मुंबई, कोलकाता, लखनऊ और पटना भी शामिल हैं। देखें पूरी एक्यूआई की लिस्ट-
दिल्ली गैस चेंबर बन चुकी है। स्मॉग में सांस लेना मुश्किल हो चुका है। एक्यूआई 488 पहुंच चुका है लेकिन अब भी इससे राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में ये जानना अहम है कि प्रदूषण क्या केवल पराली जलाने से होता है या कुछ अन्य कारण भी हैं।
दिल्ली के बाद अब मुंबई की हवा भी जहरीली होती जा रही है। मुंबई में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। यहां AQI में कमी नहीं हो रही है, जबकि यह हर दिन बढ़ती जा रही है। वहीं आम लोगों का कहना है कि निर्माण कार्यों की वजह से ऐसा हो रहा है।
दिल्ली का वायु प्रदूषण अब असहनीय हो गया है। कई स्थानों पर एक्यूआई 488 पहुंच गया है जो कि गंभीर श्रेणी के सूचकांक को दर्शाता है। इस बीच अरविंद केजरीवाल ने अहम उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। वहीं दिल्ली के लोगों का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो जीवन के 12-14 साल कम हो जाएंगे।
दिल्ली में वायु प्रदूषण कहर ढा रहा है। यहां एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है और लोगों के स्वास्थ्य पर इसका असर दिखने लगा है। इस बीच दिल्ली सरकार ने राज्य के स्कूलों को 10 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया है।
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