वैज्ञानिकों ने अगले दो सप्ताह के दौरान दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की चेतावनी जारी की है। यह चिंताजनक इसीलिए है क्योंकि कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहले ही 400 से ज्यादा है।
सुप्रीम कोर्ट ने पांच राज्यों-दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान से वायु प्रदूषण से निपटने की क्या तैयारी है, इसे लेकर सवाल पूछा है और हलफनामा दायर करने को कहा है। इस मामले को लेकर सात नवंबर को अगली सुनवाई होगी।
Delhi ncr air pollution: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण इस समय चरम पर है। आज का AQI 309 पर है जो कि बहुत ही खराब स्तर है। ऐसे में आपको अगर ये समस्याएं महसूस हो रही हैं तो थोड़ा सतर्क हो जाएं।
दिल्ली-एनसीआर में हर रोज हवा और भी ज्यादा जहरीली होती जा रही है। अस्पतालों में फेफड़ों और आंख के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर 300 के पार जा चुका है और आने वाले दिनों में इसके और भी बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वायु प्रदूषण पर एक अहम बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कई विभागों के अधिकारी शामिल नहीं हुए। इसपर अब गोपाल राय ने अरविंद केजरीवाल को खत लिखकर ये मांग की है। उन्होंने मीटिंग में शामिल न होने वाले अधिकारियों की शिकायत भी की है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। इस बीच दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने को लेकर फैसले लिए जाएंगे। वहीं इस बीच गोपाल राय ने 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' पहल की भी शुरुआत की है।
सर्दी का मौसम आते ही दिल्ली समेत कई शहरों में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ने लगता है और AQI का स्तर काफी ज्यादा बढ़ जाता है। अब गूगल ने डिस्कवर फीड में एक कमाल का फीचर दिया है जिससे आप सिर्फ एक स्वैप से ही AQI को चेक कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
दिल्ली और नोएडा के साथ कई शहरों में हवा जहरीली होने लगी है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 306 दर्ज किया गया है। यानी दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
दिल्ली में रविवार सुबह वायु प्रदूषण 'ख़राब' स्तर तक पहुंच गया। इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने राजधानी क्षेत्र में GRAP-2 लागू कर दिया। इस वजह से अब कई कामों पर प्रतिबंध लग जाएगा।
दिल्ली-NCR में हवा की क्वॉलिटी की स्थिति में लगातार गिरावट आ रही है और यही वजह है कि केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता आयोग ने यहां GRAP के दूसरे फेज को लागू करने का निर्देश दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर बढ़ने लगा है। इस बीच जीआरएपी फेज 1 को पूरे दिल्ली-एनसीआर में लागू कर दिया गया है। ऐसे में अब कुछ चीजों पर प्रतिबंध रहेगा।
1 अक्टूबर से दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में डीजल के जेनरेटर चलाने पर पूरी तरीके से पाबंदी लगाई जाएगी क्योंकि इस दिन से दिल्ली एनसीआर में ग्रेप सिस्टम लागू हो रहा है।
पाकिस्तान के लाहौर शहर की हवा दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषित है, वहीं अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र गुआम की हवा सबसे ज्यादा शुद्ध है। स्वच्छ हवा के मामले में भारत का नंबर आठवां है।
दुनिया की 99 फीसदी आबादी एक बड़े खतरे की चपेट में है। यह खुलासा लैंसेट प्लैनेट हेल्थ में सोमवार को जारी एक नए अध्ययन को आधार बनाकर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग हर कोई यानि वैश्विक आबादी के 99 प्रतिशत लोग छोटे और हानिकारक वायु प्रदूषकों के अस्वास्थ्यकर स्तर के संपर्क में है, जिसे पीएम 2.5 के रूप में जाना जाता है।
बढ़ता प्रदूषण और ठंड इस समय 10 साल से कम उम्र के बच्चों और 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए काफी घातक साबित हो रहा है। पॉल्यूशन के चलते हैं काफी ज्यादा संख्या में लोग सांस की बीमारी से परेशान हैं।
पंजाब के लुधियाना के एक व्यस्त चौराहे पर लगाए गए लंग्स बिलबोर्ड मालवा बेल्ट में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू किए गए बड़े अभियान का एक हिस्सा है।
Air pollution effects: वायु प्रदूषण के कारण लोग आंखों और दिमाग से जुड़ी कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। आइए, जानते हैं इससे जुड़ी ये स्टडी।
बीते कुछ दिनों में बिहार के तीन से पांच शहर लगातार देश में सबसे खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के मामले में टॉप पर आ रहे हैं। आरा, मोतिहारी, बेतिया समेत बिहार के छह शहर सबसे प्रदूषित शहरों की टॉप 10 लिस्ट में शामिल हैं।
Benefit of Air Purifier: इन दिनों मार्केट में कइ तरह के एयर प्यूरीफायर मौजूद हैं। इस वजह से लोगों को समझ नहीं आता है कि वो कौन सा एयर प्यूरीफायर खरीदें। आज हम आपको बताएंगे कि किसी भी एयर प्यूरीफायर में किन चीजों का ध्यान रखना जरूरी है।
Air pollution: यदि आप दिल्ली में रहते हैं तो आप शायद शहर में बढ़ते प्रदूषण के स्तर से वाकिफ होंगे। लंबे समय तक या बार-बार वायु प्रदूषकों के उच्च स्तर के संपर्क में आने से आपकी त्वचा को गंभीर नुकसान हो सकता है। ऐसे में वक्त रहते सावधनी बरतना बेहद ही जरूरी है।
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