दिल्ली को वायु प्रदूषण की चपेट से फिलहाल क्लाउड सीडिंग के जरिए ही निकाला जा सकता है। दरअसल यह एक तरह का छिड़काव होता है जिसे बादलों के ऊपर किया जाता है ताकि बारिश हो सके, जिससे आसमान में मौजूद धूलकण जमीन पर आ जाएं और प्रदूषण से निपटा जा सके।
Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों प्रदूषण का जलजला आया हुआ है। हवा की क्वालिटी इतनी खराब हो गई है कि लोग घर से बाहर निकलने से भी कतरा रहे हैं। इस समय AQI लेवल 600 के पार पहुंच गया है, जबकि सांस लेने के लिए AQI लेवल 50 से कम होना चाहिए। ऐसे में एम्स के डॉक्टर्स का इस पर क्या कहना है चलिए आपको बताते हैं।
पंजाब के किसानों का कहना है कि पराली जलाना उनका शौक नहीं है, बल्कि वो ऐसा करने के लिए मजबूर है। पंजाब में पराली को जलने से रोक पाने में सरकार असफल हुई है। एक किसान ने कहा कि सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए।
दिल्ली का वायु प्रदूषण अब असहनीय हो गया है। कई स्थानों पर एक्यूआई 488 पहुंच गया है जो कि गंभीर श्रेणी के सूचकांक को दर्शाता है। इस बीच अरविंद केजरीवाल ने अहम उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। वहीं दिल्ली के लोगों का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो जीवन के 12-14 साल कम हो जाएंगे।
दिल्ली स्मॉग और वायु प्रदूषण की चपेट में है। इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में पर्यावरण मंत्री समेत अलग-अलग संबंधित विभागों के मंत्री इस बैठक में शामिल होंगे। बता दें कि दोपहर 12 बजे यह बैठक शुरू होगी।
राष्ट्रीय राजधानी में खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण को देखते हुए 10 नवंबर तक के लिए प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का सरकार ने फैसला लिया है। इस दौरान कक्षा 6 से 12वीं तक के स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाओं में शिफ्ट होने का विकल्प दिया गया है।
राजधानी दिल्ली में AQI 400 के पार पहुंच गया है और लोगों के स्वास्थ्य पर इसका असर दिखने लगा है। इस बीच दिल्ली सरकार ने राज्य के स्कूलों को 10 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया है। इसके साथ ही सोमवार से 50% कर्मचारियों को घर से काम करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
इस समय में दिल्ली-एनसीआर के हवाओं में जहर फैला हुआ है। ऐसा लगता है जैसे यहां प्रदूषण विस्फोट हो गया हो। इस जहरीली हवा का असर आप पर न हो और आपका इम्यून सिसटम मजबूत बने इसलिए आप इस हर्बल चाय का सेवन करें शुरू।
ऐसा लगता है जैसे दिल्ली-NCR में प्रदूषण विस्फोट हो गया हो। ज्यादातर हिस्सों में AQI लेवल 600 के पार पहुंच गया है। दूसरे शहरों के मुकाबले दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर बन कर रह गई है। ऐसे में योग-आयुर्वेद से शरीर में जाने वाले जहर को रोकिए।
Delhi NCR Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर के हालात बेहद खराब है। वायु प्रदूषण के कारण यहां सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई 400 के पार है और 500 के बेहद करीब है, जो कि शनिवार को 504 दर्ज किया गया था।
ODI World Cup 2023: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते वनडे वर्ल्ड कप 2023 के एक मैच पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। ये मैच 6 नवंबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाना है।
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में एक्यूआई 500 के आसपास पहुंचने से हवा घनी धूसर हो गई, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की स्वस्थ मानी जाने वाली सीमा से 100 गुना अधिक है।
दम तोड़ रही दिल्ली पर कहर बनकर बरपा है वायु प्रदूषण। दिल्ली में चारों तरफ स्मॉग की परत दिखाई पड़ रही है। इस बीच दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र लिखकर भूपेंद्र यादव से एक अनुरोध किया है।
दिल्ली की हवा में सांस लेने वाले लोग प्रतिदिन 25-30 सिगरेट पीने के बराबर अपने स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मेदांता के डॉक्टर ने इस बाबत बयान दिया है। वहीं दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण अपने चरम पर पहुंच गया है। साथ ही एनसीआर क्षेत्र में भी प्रदूषण का हाल एक जैसा ही है। इस बाबत लोगों ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि चारों तरफ भारी-भारी महसूस हो रहा है और ऐसा लग रहा है जैसे दमघुट रहा है।
दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर में लिपटा हुआ है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, वैसे-वैसे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। वहीं देश के अन्य राज्यों में भी ठंड का एहसास होने लगा है। दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है जो कि बेहद गंभीर श्रेणी को दर्शाता है।
गाजियाबाद कॉलोनी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। यहां पर आंकड़ा 500 के पास पहुंच गया है।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान जारी करते हुए कहा है कि मैं देखकर आया हूं। पूरा क्षेत्र जहरीली गैस चेंबर में तब्दील हो गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण अपने चरम पर पहुंच चुका है। स्मॉग के कारण सांस लेने में लोगों को दिक्कत हो रही है। इस कारण लोगों को कई अन्य तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली में ग्रेप 3 को लागू कर दिया गया है, जिसके तहत कुछ नियमों में भी बदलाव किए गए हैं।
दिल्ली समेत देश के कई शहरों में प्रदूषण की वजह से हालात गंभीर हो गए हैं और यही वजह है कि NGT ने कहा है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में गिरावट के मनोवैज्ञानिक पहलू की जांच करने की जरूरत है।
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