राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 20 नवम्बर से सभी स्कूल खुल जाएंगे। इस संबंध में एक नोटिस भी जारी किया गया है। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में अत्यधिक वायु प्रदूषण की वजह से 9 नवंबर से 18 नवंबर 2023 तक सर्दी की छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में कमी नहीं हो रही है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स अब भी गंभीर कैटेगरी में बना हुआ है। दिल्ली के द्वारका में आज सुबह का एक्यूआई 403 दर्ज किया गया है। वहीं मुंडका में एक्यूआई 397, आईजीआई एयरपोर्ट पर एक्यूआई 350 दर्ज किया गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। इस बीच वायु प्रदूषण को देखते हुए पंजाब में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था। बावजूद पंजाब में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच पंजाब सरकार एक्शन मोड में आ गई है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण अपने चरण पर पहुंच चुका है। यहां आनंद विहार में एक्यूआई 447, आरके पुरम में 465, आईजीआई एयरपोर्ट के पास 467 दर्ज किया गया है। दिल्ली में सबसे अधिक एक्यूआई द्वारका में 490 दर्ज किया गया है जो गंभीर श्रेणी में बना हुआ है।
दिल्ली सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद भी यहां वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को भी प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। ऐसे प्रदूषण में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों के लिए इस समय वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनी हुई है। दिल्ली में पिछले कई दिनों से AQI का लेवल काफी नीचे है। ऐसे में जरूरी है कि अगर आप घर से बाहर जाते हैं तो इस बात की जानकारी रखें कि आपके क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर कैसा है। अपने स्मार्टफोन से भी आप AQI का पता लगा सकते हैं।
सर्दियां आते ही दक्षिण एशियाई देशों के कई बड़े इलाके धुंध की चादर में लिपट जाते हैं और वायु प्रदूषण के चलते लोगों का जीना मुहाल हो जाता है।
देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण के कारण पूरी तरह गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है। बीते कई दिनों से दिल्ली की आबो हवा में सांस लेना एक बार फिर दूभर हो गया है। गुरुवार को भी क्षेत्र में AQI का लेवल एक बार फिर से गंभीर कैटेगरी में जा पहुंचा है।
लंबे समय तक हानिकारक प्रदूषण के संपर्क में रहने से फेफड़े डैमेज होने लगते है। जिस वजह से हमारा शरीर अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और लंग कैंसर जैसी बीमारियों की चपेट में आ सकता है। ऐसे में इन योगसन को अपनी लाइफ में शामिल कर खुद को हेल्दी रखें।
दिवाली के बीतते ही दिल्ली प्रदूषण के मामले में दुनिया में पहले नंबर पर आ गया है। अब सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा एक गाना वायरल हो रहा है, जिसे लोग काफी रिलेट कर पा रहे हैं।
ये सोचकर भी अजीब लगता है कि दिल्ली का प्रदूषण सियासी टकराव का मसला बन गया है। दिल्ली में रहने वाले दो करोड़ लोग ज़हरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं और दिल्ली की सरकार के मंत्री इसका हल निकालने की बजाय ये बताने में लगे हैं कि दिवाली की रात पटाखे बीजेपी वालों ने चलाए।
दिल्ली में AQI का लेवल एक बार फिर चढ़ना शुरू हो गया है। सोमवार के बाद आज भी दिल्ली जहरीले घने कोहरे से ढ़की नजर आ रही है। धुंध इतनी ज़्यादा है कि कुछ सौ मीटर के बाद ही विजिबिलिटी खत्म हो रही है।
Delhi Air Pollution: दिवाली के बाद दिल्ली में हवा की कॉलिटी फिर से खराब हो गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में PM 2.5 कणों का लेवल 45 प्रतिशत और PM10 कणों का स्तर 33 प्रतिशत बढ़ा है।
हाल ही में हुए एक सर्वे से पता चला है कि बढ़ते प्रदूषण से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ रहा है। इस स्टडी में पाया गया कि वायु प्रदूषण डायबिटीज की वजह बन सकता है।
दिल्ली में पराली और अन्य वजहों से वैसे ही हवा में जहर घुला हुआ था, दिवाली के दिन हुई आतिशबाजी ने हवा को और जहरीला बना दिया। आइए, जानते हैं दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे पर जनता की राय।
बिहार के कई शहरों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। देश के 243 शहरों में बिहार का बेगुसराय 382 AQI के साथ पहले स्थान पर रहा।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। लेकिन आशंका जताई जा रही है कि दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। इस बीच दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जनता से पटाखे न फोड़ने व दीये जलाने की मांग की है।
अस्थमा के मरीज कुछ आसान उपायों की मदद से दीवाली-पराली के धुएं से अपना बचाव कर सकते हैं। जानिए इसके बारे में।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर गिर गया है। शुक्रवार को हुई बारिश ने दिल्ली की हवा को साफ कर दिया। हालांकि आशंका है कि दिवाली के बाद एक्यूआई में फिर वृद्धि होगी और लोगों का सांस लेना मुश्किल हो सकता है। बता दें कि एक्यूआई वर्तमान में 200-300 के बीच बना हुआ है।
World Pneumonia Day 2023: दिवाली आने के साथ दिल्ली की हवा और जहरीली होती जा रही है। ऐसे में निमोनिया का खतरा सबसे ज्यादा है। लेकिन, क्यों और क्या इससे कोई बचाव है। जानते हैं डॉक्टर से इसका कारण और फिर जानेंगे निमोनिया से बचने के उपाय।
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