शिकागो विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के अनुसार अगर दिल्ली की हवा डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार साफ हो जाती है तो यहां रहने वाले लोगों की उम्र 12 साल तक बढ़ सकती है। वायु प्रदूषण फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं पैदा कर उम्र कम करता है।
जून में सात दिन दिल्ली का एक्यूआई 100 से नीचे रहा था और जुलाई में मौसम की वजह से इसमें और सुधार हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शाम छह बजे एक्यूआई 56 रहा, जो “संतोषजनक” श्रेणी में आता है।
हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण से भारत में 21 लाख लोगों की मौत हो गई। 2021 में होने वाली मौत के मामलों की संख्या किसी भी पिछले साल के अनुमान से ज़्यादा रही थी।
प्रारंभिक चरण में हरियाणा की वायु गुणवत्ता निगरानी अवसंरचना में सुधार शामिल है। बयान के मुताबिक, इसमें एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना और चार मौजूदा प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण शामिल है।
दिल्ली एनसीआर और हाई एयर पॉल्यूशन वाले एरिया में रहने वाले लोग स्लीप एपनिया के शिकार हो रहे हैं। एक नए रिसर्च में खुलासा हुआ है कि प्रदूषण की वजह से लोगों की नींद में खलल पड़ रही है। स्लीप एपनिया की स्थिति जानलेवा भी साबित हो सकती है।
दिल्ली की हवा एक बार फिर से प्रदूषित हो गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक में राजधानी की हवा बेहद खराब श्रेणी में 409 दर्ज की गई है। हवा की गुणवत्ता अभी शनिवार तक ऐसे ही रहने की उम्मीद है।
दिल्ली की आबोहवा गंभीर श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली भर में AQI कई क्षेत्रों में 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है।
छह साल पहले दुनिया के सबसे खराब एयर क्वालिटी के शहरों की लिस्ट में 75 शहर चीन थे। हालांकि, अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। 2022 में 100 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 65 और चीन के सिर्फ 16 थे।
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को भी प्रदूषण से राहत नहीं मिली। लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। वहीं, सुबह और शाम कोहरा भी पड़ रहा है। 9 दिसंबर तक घना कोहरा पड़ने का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर में मौसम बदलाव देखने को मिल रहा है। वहीं वायु प्रदूषण में भी कमी देखने को नहीं मिल रही है। दिल्ली में शनिवार को एक्यूआई सबसे अधिक 388 दर्ज किया गया जो कि बहुत खराब श्रेणी को दर्शाता है। बता दें कि आनंद विहार में एक्यूआई 388 दर्ज किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के स्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है। यहां अब भी प्रदूषण लोगों के लिए खतरा और परेशानी का कारण बना हुआ है। बता दें कि नवंबर महीने में एवरेज एक्यूआई 372 दर्ज किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण में कमी देखने को नहीं मिल रही है। यहां एक्यूआई 400 के पार पहुंचा हुआ है। साथ ही वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी को दर्शा रहा है। बता दें कि दिल्ली के वजीरपुर में सबसे ज्यादा एक्यूआई 458 दर्ज किया गया है।
दिल्ली की हवा में आज हल्का सुधार देखा गया है। हालांकि इसके बावजूद हवा के गुणवत्ता की बात की जाए तो यह बहुत खराब की श्रेणी में बना हुआ है।
दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली में हवा जानलेवा बनचुकी है। यहां एक्यूआई 400 के पार है और प्रदूषण की स्थिति से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। गुरुवार को आरके पुरम में 416 और पंजाबी बाग में 423 एक्यूआई दर्ज किया गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण चरम पर है। लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। इंडिया गेट पर सुबह का नजारा चौंकाने वाला है। चारों तरफ धुंध ही धुंध दिख रही है। जहांगीरपुरी में एक्यूआई 428 पहुंच गया है।
दिल्ली का वायु प्रदूषण बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। सोमवार को एक्यूआई 331 दर्ज किया गया है। बता दें कि गैस चेंबर बन चुकी दिल्ली-एनसीआर को अभी प्रदूषण से राहत मिलने की आस नहीं है। दिल्ली के जहांगीरपुरी में सबसे अधिक एक्यूआई 395 दर्ज किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के स्तर में कमी देखने को मिली है। यहां शनिवार की अपेक्षा रविवार को एक्यूआई में कमी देखने को मिली है। यहां रविवार को एक्यूआई 313 दर्ज किया गया है। वहीं शनिवार की सुबह कई स्थानों पर एक्यूआई 398 दर्ज किया गया था।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 20 नवम्बर से सभी स्कूल खुल जाएंगे। इस संबंध में एक नोटिस भी जारी किया गया है। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में अत्यधिक वायु प्रदूषण की वजह से 9 नवंबर से 18 नवंबर 2023 तक सर्दी की छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में कमी नहीं हो रही है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स अब भी गंभीर कैटेगरी में बना हुआ है। दिल्ली के द्वारका में आज सुबह का एक्यूआई 403 दर्ज किया गया है। वहीं मुंडका में एक्यूआई 397, आईजीआई एयरपोर्ट पर एक्यूआई 350 दर्ज किया गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। इस बीच वायु प्रदूषण को देखते हुए पंजाब में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था। बावजूद पंजाब में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच पंजाब सरकार एक्शन मोड में आ गई है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़