दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई और यहां हवा की गति धीमी होने की वजह से ‘स्थानीय जनित प्रदूषक तत्वों’ का जमाव हो रहा है।
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि पराली का जलना बंद हो गया है लेकिन दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति अब भी गंभीर है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही और आगामी दो दिन भी इसमें कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता मंगलवार को भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी रही और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के कारण इस हफ्ते वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ की श्रेणी में बने रहने की आशंका है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता मंगलवार को भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी रही और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के कारण इस हफ्ते वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ की श्रेणी में बने रहने की आशंका है।
यूएस एयर क्वालिटी इंडेक्स् द्वारा सोमवार को जारी वायु प्रदूषण के आंकड़ों के मुताबिक, ‘‘दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में लाहौर शीर्ष पर रहा।’’
राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता रविवार को ‘खराब’ श्रेणी में रही। तापमान में गिरावट आने तथा हवा की गति धीमी होने के बीच गुणवत्ता के और खराब होने की आशंका है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को “बेहद खराब” श्रेणी में दर्ज की गई और सरकारी एजेंसियों ने कहा कि हवा की गति बढ़ने के साथ इसमें सुधार की उम्मीद है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार सुबह ‘‘बहुत खराब’’ से ‘‘गंभीर’’ की श्रेणी में आ गई। राष्ट्रीय राजधानी का एक्यूआई 15 नवंबर तक ‘‘गंभीर’’ की श्रेणी में था लेकिन इसके बाद इसमें सुधार आया
किसानों से परली जुटाकर उसे एनर्जी प्रोड्यूसर्स तक पहुंचाने के इकोसिस्टम में मजबूत पुल का काम करने वाले वर्व रिन्यूएबल्स ने 1,50,000 मीट्रिक टन कृषि अपशिष्ट जुटाने का संकल्प लिया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए पी.डब्ल्यू.डी. ने 23 एंटी स्मोग गन लगाए हैं जो कि मुख्य चौराहे और निर्माण साइट पर लगाए गए हैं।
गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल के न्यूरोलॉजी निदेशक और प्रमुख डॉ. प्रवीण गुप्ता ने IANS को बताया, "प्रदूषण को स्ट्रोक और हृदय रोग के प्रमुख कारण के रूप में पहचाना गया है, जो स्ट्रोक के जोखिम वाले कारकों या दिल की कोई बीमारी में 25 प्रतिशत तक जोखिम बढ़ाते हैं।"
राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में रविवार को हल्की बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हुई। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि हवा की गति तेज होने से प्रदूषण कारक तत्व छितरा गए।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिवाली के मौके पर राजधानी दिल्ली में मनाही के बावजूद भी लोग पटाखे जलाते नजर आए, यही वजह है कि दिल्ली के कई इलाकों में पीएम-10 का स्तर 999 तक पहुंच गया, चारों तरफ जहरीली धुंध की चादर जमी है।
प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के कारण शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी पर विषाक्त धुंध का एक मोटा आवरण नजर आया। इसके साथ हवा का स्तर 'बहुत खराब' की श्रेणी में रहा और अब यह रात तक 'गंभीर' हो जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई और दिवाली रात में इसके ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह नौ बजे 330 दर्ज किया गया।
नोएडा में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्राधिकरण द्वारा हर संभव कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में सेक्टर-6 में एंटी स्मॉग गन भी लगाई गई। सेक्टर-6 चौराहा एक व्यस्ततम सड़क है, जहां अक्सर बड़ी संख्या में ट्रैफिक रहता है।
स्थिति यह है कि दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वायु गुणवत्ता बिगड़ने के कारण मंगलवार सुबह भी गहरी धुंध छाई रही। कई इलाकों में तो एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 तक भी दर्ज किया गया।
राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हवा जहरीली होती जा रही है। यहां सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। दिल्ली के ही कई क्षेत्रों में हवा की क्वालिटी 'बहुत खराब' और 'गंभीर' श्रेणी तक में दर्ज की गई है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता निगरानी संगठन वायु गुणवत्ता प्रणाली एवं मौसम पूर्वानुमान व शोध (सफर) ने बताया कि स्थिति में तब तक सुधार होने की संभावना नहीं है जब तक कि पराली जलाने की घटनाओं में भारी कमी नहीं आती है।
संपादक की पसंद