गाजियाबाद कॉलोनी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। यहां पर आंकड़ा 500 के पास पहुंच गया है।
दिल्ली NCR में आज सूरज के दर्शन नहीं हुए. पॉल्यूशन की धुंध ने सूरज को ढक लिया. दिल्ली NCR का इलाका गैस चैंबर में तब्दील हो गया. दिल्ली, फ़रीदाबाद, गुरूग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग़ाज़ियाबाद में सांस लेना मुश्किल हो रहा है.
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान जारी करते हुए कहा है कि मैं देखकर आया हूं। पूरा क्षेत्र जहरीली गैस चेंबर में तब्दील हो गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण अपने चरम पर पहुंच चुका है। स्मॉग के कारण सांस लेने में लोगों को दिक्कत हो रही है। इस कारण लोगों को कई अन्य तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली में ग्रेप 3 को लागू कर दिया गया है, जिसके तहत कुछ नियमों में भी बदलाव किए गए हैं।
दिल्ली समेत देश के कई शहरों में प्रदूषण की वजह से हालात गंभीर हो गए हैं और यही वजह है कि NGT ने कहा है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में गिरावट के मनोवैज्ञानिक पहलू की जांच करने की जरूरत है।
वैज्ञानिकों ने अगले दो सप्ताह के दौरान दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की चेतावनी जारी की है। यह चिंताजनक इसीलिए है क्योंकि कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहले ही 400 से ज्यादा है।
सुप्रीम कोर्ट ने पांच राज्यों-दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान से वायु प्रदूषण से निपटने की क्या तैयारी है, इसे लेकर सवाल पूछा है और हलफनामा दायर करने को कहा है। इस मामले को लेकर सात नवंबर को अगली सुनवाई होगी।
Delhi ncr air pollution: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण इस समय चरम पर है। आज का AQI 309 पर है जो कि बहुत ही खराब स्तर है। ऐसे में आपको अगर ये समस्याएं महसूस हो रही हैं तो थोड़ा सतर्क हो जाएं।
दिल्ली-एनसीआर में हर रोज हवा और भी ज्यादा जहरीली होती जा रही है। अस्पतालों में फेफड़ों और आंख के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर 300 के पार जा चुका है और आने वाले दिनों में इसके और भी बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वायु प्रदूषण पर एक अहम बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कई विभागों के अधिकारी शामिल नहीं हुए। इसपर अब गोपाल राय ने अरविंद केजरीवाल को खत लिखकर ये मांग की है। उन्होंने मीटिंग में शामिल न होने वाले अधिकारियों की शिकायत भी की है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। इस बीच दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने को लेकर फैसले लिए जाएंगे। वहीं इस बीच गोपाल राय ने 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' पहल की भी शुरुआत की है।
सर्दी का मौसम आते ही दिल्ली समेत कई शहरों में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ने लगता है और AQI का स्तर काफी ज्यादा बढ़ जाता है। अब गूगल ने डिस्कवर फीड में एक कमाल का फीचर दिया है जिससे आप सिर्फ एक स्वैप से ही AQI को चेक कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
दिल्ली और नोएडा के साथ कई शहरों में हवा जहरीली होने लगी है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 306 दर्ज किया गया है। यानी दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
दिल्ली में रविवार सुबह वायु प्रदूषण 'ख़राब' स्तर तक पहुंच गया। इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने राजधानी क्षेत्र में GRAP-2 लागू कर दिया। इस वजह से अब कई कामों पर प्रतिबंध लग जाएगा।
दिल्ली-NCR में हवा की क्वॉलिटी की स्थिति में लगातार गिरावट आ रही है और यही वजह है कि केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता आयोग ने यहां GRAP के दूसरे फेज को लागू करने का निर्देश दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर बढ़ने लगा है। इस बीच जीआरएपी फेज 1 को पूरे दिल्ली-एनसीआर में लागू कर दिया गया है। ऐसे में अब कुछ चीजों पर प्रतिबंध रहेगा।
1 अक्टूबर से दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में डीजल के जेनरेटर चलाने पर पूरी तरीके से पाबंदी लगाई जाएगी क्योंकि इस दिन से दिल्ली एनसीआर में ग्रेप सिस्टम लागू हो रहा है।
Yoga Tips: फेफड़ों में पानी..शरीर में गांठ..आयुर्वेद में क्या है अस्थमा का इलाज ? | Air Pollution | Baba Ramdev | Yoga Session
पाकिस्तान के लाहौर शहर की हवा दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषित है, वहीं अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र गुआम की हवा सबसे ज्यादा शुद्ध है। स्वच्छ हवा के मामले में भारत का नंबर आठवां है।
दुनिया की 99 फीसदी आबादी एक बड़े खतरे की चपेट में है। यह खुलासा लैंसेट प्लैनेट हेल्थ में सोमवार को जारी एक नए अध्ययन को आधार बनाकर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग हर कोई यानि वैश्विक आबादी के 99 प्रतिशत लोग छोटे और हानिकारक वायु प्रदूषकों के अस्वास्थ्यकर स्तर के संपर्क में है, जिसे पीएम 2.5 के रूप में जाना जाता है।
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