दक्षिण भारत में आज भी भारी बारिश की संभावना है जबकि उत्तर भारत में मौसम शुष्क रहेगा। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
दिल्ली पुलिस ने तीन दिन में 1404 किलो अवैध पटाखे जब्त किए हैं। सोचिए राजधानी में दमघोंटू हवा के बीच पटाखों से निकलने वाला धुआं दिल्लीवालों के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है।
दिल्ली में आज से GRAP-1 कर दिया गया है। ऐसे में दिल्ली वालों को संभल जाने की जरूरत है वरना उनपर भारी जुर्माना लग सकता है।
देश के 95 शहरों की हवा का स्तर बेहतर हुआ है। वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने वाली रिपोर्ट सामने आने से आपको राहत मिल सकती है। आप स्वच्छ हवा में सांस ले सकते हैं। देखें किन शहरों की हवा साफ हुई है।
देश के 100 प्रदूषित शहरों में सबसे ज्यादा हरियाणा के हैं। हरियाणा के 24 शहरों में 15 में सबसे ज्यादा प्रदूषण पाया गया है। लोगों के रहने के लिए सही नहीं है।
शिकागो विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के अनुसार अगर दिल्ली की हवा डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार साफ हो जाती है तो यहां रहने वाले लोगों की उम्र 12 साल तक बढ़ सकती है। वायु प्रदूषण फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं पैदा कर उम्र कम करता है।
Yoga, 11 Aug 2024 : AQI घटा फिर क्यों सांसों पर खतरा...थोड़ी देर में खुलेगी मिस्ट्री
जून में सात दिन दिल्ली का एक्यूआई 100 से नीचे रहा था और जुलाई में मौसम की वजह से इसमें और सुधार हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शाम छह बजे एक्यूआई 56 रहा, जो “संतोषजनक” श्रेणी में आता है।
हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण से भारत में 21 लाख लोगों की मौत हो गई। 2021 में होने वाली मौत के मामलों की संख्या किसी भी पिछले साल के अनुमान से ज़्यादा रही थी।
प्रारंभिक चरण में हरियाणा की वायु गुणवत्ता निगरानी अवसंरचना में सुधार शामिल है। बयान के मुताबिक, इसमें एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना और चार मौजूदा प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण शामिल है।
दिल्ली एनसीआर और हाई एयर पॉल्यूशन वाले एरिया में रहने वाले लोग स्लीप एपनिया के शिकार हो रहे हैं। एक नए रिसर्च में खुलासा हुआ है कि प्रदूषण की वजह से लोगों की नींद में खलल पड़ रही है। स्लीप एपनिया की स्थिति जानलेवा भी साबित हो सकती है।
Yoga: मासूमों के शरीर पर प्रदूषण का असर...जहरीली हवा से कैसे बचेंगे मां और बच्चे?
दिल्ली की हवा एक बार फिर से प्रदूषित हो गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक में राजधानी की हवा बेहद खराब श्रेणी में 409 दर्ज की गई है। हवा की गुणवत्ता अभी शनिवार तक ऐसे ही रहने की उम्मीद है।
दिल्ली की आबोहवा गंभीर श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली भर में AQI कई क्षेत्रों में 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है।
छह साल पहले दुनिया के सबसे खराब एयर क्वालिटी के शहरों की लिस्ट में 75 शहर चीन थे। हालांकि, अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। 2022 में 100 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 65 और चीन के सिर्फ 16 थे।
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को भी प्रदूषण से राहत नहीं मिली। लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। वहीं, सुबह और शाम कोहरा भी पड़ रहा है। 9 दिसंबर तक घना कोहरा पड़ने का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर में मौसम बदलाव देखने को मिल रहा है। वहीं वायु प्रदूषण में भी कमी देखने को नहीं मिल रही है। दिल्ली में शनिवार को एक्यूआई सबसे अधिक 388 दर्ज किया गया जो कि बहुत खराब श्रेणी को दर्शाता है। बता दें कि आनंद विहार में एक्यूआई 388 दर्ज किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के स्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है। यहां अब भी प्रदूषण लोगों के लिए खतरा और परेशानी का कारण बना हुआ है। बता दें कि नवंबर महीने में एवरेज एक्यूआई 372 दर्ज किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण में कमी देखने को नहीं मिल रही है। यहां एक्यूआई 400 के पार पहुंचा हुआ है। साथ ही वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी को दर्शा रहा है। बता दें कि दिल्ली के वजीरपुर में सबसे ज्यादा एक्यूआई 458 दर्ज किया गया है।
दिल्ली की हवा में आज हल्का सुधार देखा गया है। हालांकि इसके बावजूद हवा के गुणवत्ता की बात की जाए तो यह बहुत खराब की श्रेणी में बना हुआ है।
संपादक की पसंद