वायु प्रदूषण बड़े इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी है खतरनाक।
शहर के अन्य क्षेत्रों की स्थिति भी कोई अच्छी नहीं रही। आंनद विहार 436 एक्यूआई के साथ राजधानी का सबसे प्रदूषित जगह थी और नेहरू नगर 430 के साथ शहर में दूसरे स्थान पर था।
इसमें कोई शक नहीं है कि पटाखों के बिना दिवाली का उत्साह अधूरा है लेकिन मुश्किल ये है कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में अगर आपने पटाखे चलाए तो जुर्माना और जेल दोनों हो सकती है। यानी इस बार आपको दिवाली बिना पटाखों के साथ मनानी पड़ सकती है।
धान की कटाई के बाद बचे डंढल और पत्तियों आदि से बायोगैस बनाने वाला देश का पहला संयंत्र हरियाणा के करनाल जिले में लगाया जा रहा है।
Diwali 2019: दिल्ली सहित अन्य महानगरों में प्रदूषण का लेवल दिवाली के दिनों में सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में अपनी हेल्थ का कैसे ख्याल रखा जाए और किस तरह बीमार व्यक्ति और बुजुर्गो की देखभाल की जाए।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने सार्वजनिक क्षेत्र की एक बिजली वितरण कंपनी की याचिका खारिज करते हुए कहा है कि नागरिक स्वच्छ हवा में सांस लेने के हकदार हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई। शनिवार तक इसमें भारी गिरावट की उम्मीद है।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गणवत्ता ‘बहुत खराब’ होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में जनरेटरों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
बचपन में वायु प्रदूषण का सामना करने से किशोरावस्था में अवसाद, व्यग्रता और अन्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। तीन नये अध्ययनों में इस बात उभर कर आई है।
सोमवार को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीरों को जारी किया जिनमें यह साफ दिख रहा है कि ब्राजील के अमेजन में पिछले महीने आग लगने से उस क्षेत्र में वायु प्रदुषण काफी बढ़ गया है।
जहरीले वायु प्रदूषकों के संपर्क में आने से हृदय और सांस की बीमारियों से होने वाली मौतों का जोखिम बढ़ जाता है।
दूषित हवा के मामले में खतरनाक स्तर पर पहुंचे देश के 102 शहरों में वायु प्रदूषण नियंत्रण की कार्ययोजना का शुरुआती असर दिखने लगा है।
भारत में घर के भीतर वायु प्रदूषण के उच्च स्तर की चपेट में आने से महिलाओं को अत्यधिक तनाव का जोखिम हो सकता है।
मौसम विभाग के अधिकारी ने अनुमान जताया है कि बृहस्पतिवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने की संभावना है।
उत्तर पश्चिम भारत में धूल भरी आंधी चलने से राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर एकाएक बढ़ गया और हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गयी है।
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी पूर्वानुमान प्रणाली विकसित करने का दावा किया है जो दिल्लीवसियों तथा उत्तर भारत के भारी प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को हानिकारक वायु के संपर्क में आने से बचने की चेतावनी दे सकता है।
भारत में वायु प्रदूषण के कारण 2017 में 12 लाख लोगों की मौत हुई। यह आंकड़ा बुधवार को जारी एक वैश्विक शोध में प्रकाश में आया है।
घर के अंदर और बाहर वायु प्रदूषण एक मूक और अदृश्य हत्यारा बन गया है और यह प्रत्येक वर्ष 70 लाख लोगों की असामयिक मौत के लिए जिम्मेदार है, जिसमें छह लाख बच्चे शामिल हैं।
शहरीकरण हर दिन बढ़ रहा है और इसके साथ बढ़ रहा है वायु प्रदूषण। नई दिल्ली और इसके जैसे तमाम महानगर गैस चैम्बर बन चुके हैं। आम आदमी का सांस लेना मुश्किल है। आमतौर पर हम बढ़ते वायु प्रदूषण को गंभीरता से नहीं लेते लेकिन इसकी चपेट में आकर इलाज में हजारों-लाखों रुपये गंवाने के बाद होश में आते हैं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के लोग लंबे समय से आत्मघाती हमलों एवं बम विस्फोटों का दंश झेल रहे हैं लेकिन इस बार की सर्दियों में उन्हें वायु प्रदूषण के रूप में एक और गंभीर खतरे का सामना कर पड़ रहा है।
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