दिल्ली में प्रदूषण का स्तर रविवार को तीन साल में सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया और इसके कारण परेशानी झेल रहे सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से इच्छा व्यक्त की कि वे खराब वायु गुणवत्ता के कारण शहर छोड़कर जाना चाहते हैं।
दिल्ली सरकार ने शहर में गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर रविवार को एक स्वास्थ्य परामर्श जारी किया और लोगों से जहां तक संभव हो खुले में निकलने से बचने को कहा।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आज पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उच्च स्तरीय बैठक की।
दिल्ली-NCR का इलाका इस समय किसी गैस चैंबर की शक्ल ले चुका है। यहां की हवा में प्रदूषण के बाद अब धुंध भी बढ़ती जा रही है।
दिल्ली-NCR में रविवार को प्रदूषण ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 900 के पार चला गया।
दिल्ली की जहरीली हवा में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी शुक्रवार के 44 प्रतिशत (इस मौसम में सबसे अधिक) से घटकर शनिवार को 17 फीसदी पर आ गई।
देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाके पिछले कुछ दिनों से ‘गैस चैम्बर’ में तब्दील हो चुके हैं।
दिल्ली के प्रदूषण में शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से निकले धुएं की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत तक पहुंच गयी। सरकारी एजेंसी सफर के अनुसार यह इस साल का सर्वाधिक स्तर है जब राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर और गिर गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के कारण दिल्ली में सभी स्कूल 5 नवंबर तक बंद रहेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के एक पैनल ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण के स्तर को देखते हुए पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। दिल्ली एनसीआर में 5 नवंबर तक निर्माण गतिविधि पर प्रतिबंध लगा दिया है।
दिवाली के बाद दिल्ली में स्मॉग खासकर बच्चों में बहुत सारी चिकित्सा समस्याएं लेकर आता है। हमारे अस्पताल में सांस और आंखों की समस्याओं वाले लोगों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
जहरीली हवा से सेहत को बचाना है तो टमाटर औऱ ग्रीन टी का सेवन कीजिए। और भी चीजें हैं जो वायु प्रदूषण से आपके शरीर को बचाएंगी।
वायु प्रदूषण बड़े इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी है खतरनाक।
शहर के अन्य क्षेत्रों की स्थिति भी कोई अच्छी नहीं रही। आंनद विहार 436 एक्यूआई के साथ राजधानी का सबसे प्रदूषित जगह थी और नेहरू नगर 430 के साथ शहर में दूसरे स्थान पर था।
इसमें कोई शक नहीं है कि पटाखों के बिना दिवाली का उत्साह अधूरा है लेकिन मुश्किल ये है कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में अगर आपने पटाखे चलाए तो जुर्माना और जेल दोनों हो सकती है। यानी इस बार आपको दिवाली बिना पटाखों के साथ मनानी पड़ सकती है।
धान की कटाई के बाद बचे डंढल और पत्तियों आदि से बायोगैस बनाने वाला देश का पहला संयंत्र हरियाणा के करनाल जिले में लगाया जा रहा है।
Diwali 2019: दिल्ली सहित अन्य महानगरों में प्रदूषण का लेवल दिवाली के दिनों में सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में अपनी हेल्थ का कैसे ख्याल रखा जाए और किस तरह बीमार व्यक्ति और बुजुर्गो की देखभाल की जाए।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने सार्वजनिक क्षेत्र की एक बिजली वितरण कंपनी की याचिका खारिज करते हुए कहा है कि नागरिक स्वच्छ हवा में सांस लेने के हकदार हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई। शनिवार तक इसमें भारी गिरावट की उम्मीद है।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गणवत्ता ‘बहुत खराब’ होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में जनरेटरों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
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