प्रदूषण के अलावा कोरोना का नया वेरियंट ओमिक्रॉन भी बच्चों के लिए खतरा साबित हो सकता है। जानिए कैसे रखें बच्चों को हेल्दी।
जब प्रदूषण बढ़ता है तब स्मॉग की वजह से हवा में धुंध की एक परत बना देता है, जिसके कारण सांस लेना भी दूभर हो जाता है।
वायु प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर सांस लेने पर हो रहा है, जिसके कारण सांस लेना भी दूभर हो गया है। ऐसे में लंग्स पर ज्यादा प्रेशर पड़ रहा है। स्वामी रामदेव से जानिए लंग्स को कैसे रखें हेल्दी।
कई मामले ऐसे सामने आए हैं कि कोरोना को मात देने के बावजूद लंबे समय तक खांसी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। स्वामी रामदेव से जानिए किन उपायों के द्वारा इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
जब लंग्स की कपैसिटी बढ़ेगी तभी सांसों पर लगी इमेरजेंसी हटेगी। इसलिए स्वामी रामदेव से जानिए बढ़ते प्रदूषण के बीच कैसे रखें फेफड़ों का ख्याल।
बढ़ते हुए वायु प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी हैं। ऐसे में आप चाहे तो डाइट में इन आयुर्वेदिक चीज़ों को शामिल कर सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक अंतरिम उपाय के रूप में और अगले आदेश तक के लिए हम एनसीआर में निर्माण गतिविधियों पर फिर से प्रतिबंध लगाते हैं। हालांकि, निर्माण से संबंधित गैर-प्रदूषणकारी गतिविधियों जैसे कि प्लंबिंग कार्य, आंतरिक सजावट, विद्युत कार्य और बढ़ईगीरी को जारी रखने की अनुमति है।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय राजधानी है और गंभीर वायु प्रदूषण का स्तर दुनिया भर में अच्छे संकेत नहीं भेजता है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय अत्यधिक प्रदूषण को काबू करने के लिए शहर में लागू किए गए प्रतिबंधों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक करेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 349 रहा, जबकि शनिवार को एक्यूआई 374 था।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सोमवार को दस दिशा निर्देश जारी किए जिनमें ट्रक के प्रवेश पर रोक, स्कूल तथा कॉलेज बंद करने, निर्माण कार्यों पर रोक आदि कदम शामिल है।
बुधवार रात करीब 10 बजे विवेक राय की तरफ से एक नया पत्र जारी करके बताया गया कि उक्त फैसला अभी शासन स्तर पर विचाराधीन है, इसलिए पुराना आदेश निरस्त समझें। बताया गया कि ये आदेश गलती से जारी हो गए थे।
संबित पात्रा ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि 40 हजार रुपये का काम किया और 16 करोड़ का विज्ञापन दिया। लगभग 4000 गुना ज्यादा खर्च विज्ञापन पर, काम पराली जितना किया और दिखाया फसल जितना।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक होने के बाद अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट के पास है। आज सुनवाई से पहले केंद्र सरकार की ओर से एक हलफनामा पेश कर यह बताया गया कि वर्क फ्रॉम होम की जगह उसने
जो उपाय किए जा रहे हैं उन्हें देखकर लगता है कि ये जहर अभी कुछ दिन और पीना पड़ेगा। क्योंकि असली कारण क्या है इसको लेकर सबकी राय अलग-अलग है।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को एक्यूआई के 396 पर रहने के साथ ही, लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।
उत्तर भारत में बढ़ रहे हैं वायु प्रदूषण को देखते हुए जहां दिल्ली और दिल्ली के साथ लगते हरियाणा के चार जिलों में सख्त कदम उठाए गए हैं वहीं पर पंजाब और हरियाणा में लगातार पराली जल रही है किसानों का साफ तौर पर कहना है कि पराली को जलाने के सिवा उनके पास दूसरा कोई रास्ता नहीं है
बढ़ते प्रदूषण का सबसे अधिक असर फेफड़ों पर पड़ रहा है, जिसके कारण सांस लेने की तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। स्वामी रामदेव से जानिए किन योगासनों के द्वारा लंग्स को मजबूत बना सकते हैं।
एयर पॉल्यूशन से हर साल दुनिया भर में 70 लाख लोगों की जान चली जाती है। इस सिचुएशन से निकलने में हर एक को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
घर में एयर प्यूरिफाइंग पौधे लगाएं। कार्बन फिल्टर वाले मास्क पहनें। इसके साथ स्वामी रामदेव से जानिए ऐसे योगासनों के बारे में जो आपकी लंग्स की कपैसिटी बढ़ेगी
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