Air Pollution: ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (ग्रेप) पूरे NCR में लागू कर दिया गया है। दिल्ली NCR में बढ़ते एयर पॉल्यूशन को नियंत्रित करने के लिए इस साल ग्रेप में कई नियमों में बदलाव किया गया है। हर साल ग्रेप को 15 अक्टूबर से लागू किया जाता था, वह 15 दिन पहले 1 अक्टूबर से ही ही लागू कर दिया ।
Yoga Tips: दिल्ली में हवा का स्तर खराब कैटेगरी में पहुंच गया है। प्रदूषण की वजह से एलर्जी और सांस लेने की समस्या बढ़ जाती है। इसके साथ अस्थमा जैसी मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्वामी रामदेव से जानिए इससे बचने और फेफड़े को मजबूत बनाने का उपाय।
Delhi NCR: दिल्ली NCR में कूड़ा जलाने पर पूरी तरीके से रोक रहेगी। इसके साथ ही निर्माण सामग्री को ढक कर रखना होगा। सड़कों को नियमित रूप से मशीन से सफाई कर पानी का छिड़काव करना होगा।
Delhi Air Pollution: सोमवार को होने वाली बैठक में संबंधित 33 विभागों के साथ सभी कार्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। बैठक में संशोधित ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के क्रियान्वयन पर भी मंथन होगा।
Delhi Air Pollution: दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में वायु प्रदूषण को काबू में करने के लिए संशोधित वर्गीकृत प्रतिक्रिया कार्य योजना (Graded Response Action Plan) सामान्य तारीख से 15 दिन पहले यानी एक अक्टूबर से लागू होगी।
Air Pollution: आज के समय में वायू प्रदुषण दुनिया के लिए चुनौती बन चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में हर साल लगभग 70 लाख मौतें वायु प्रदूषण के कारण हो रही है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली लगातार चौथे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी रही। इसके अलावा दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 35 शहर भारत के हैं।
सीएक्यूएम के नए निर्देशों में कहा गया है हालांकि, ऐसे उद्योग अपनी तकनीकी आवश्यकताओं के आधार पर उपयुक्त प्रौद्योगिकी उन्नयन और आवश्यक वायु प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों की स्थापना के जरिए 50 मिलीग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के उत्सर्जन स्तर का लक्ष्य रखेंगे।
रविवार को दिल्ली का AQI 256 दर्ज किया गया है, जो कुछ सुकून देने वाला है। यह जानकारी वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने दी। शनिवार को दिल्ली का AQI 281 दर्ज किया गया था।
दिल्ली में तीन दिन बाद हवा की गुणवत्ता एक बार फिर खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। इससे पहले छह दिसंबर को दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में थी।
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिए गए तर्क के बाद मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अगर पाकिस्तान से आने वाली हवा से प्रदूषण फैल रहा है तो क्या आप वहां पर भी इंडस्ट्री पर रोक लगाना चाहते हैं।
कोर्ट ने कहा है कि जब दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 500 के पास है तो फिर स्कूलों को क्यों खोला गया है। कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में बच्चे स्कूलों में जा रहे हैं और बड़े घरों से काम कर रहे हैं।
प्रदूषण के अलावा कोरोना का नया वेरियंट ओमिक्रॉन भी बच्चों के लिए खतरा साबित हो सकता है। जानिए कैसे रखें बच्चों को हेल्दी।
जब प्रदूषण बढ़ता है तब स्मॉग की वजह से हवा में धुंध की एक परत बना देता है, जिसके कारण सांस लेना भी दूभर हो जाता है।
वायु प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर सांस लेने पर हो रहा है, जिसके कारण सांस लेना भी दूभर हो गया है। ऐसे में लंग्स पर ज्यादा प्रेशर पड़ रहा है। स्वामी रामदेव से जानिए लंग्स को कैसे रखें हेल्दी।
कई मामले ऐसे सामने आए हैं कि कोरोना को मात देने के बावजूद लंबे समय तक खांसी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। स्वामी रामदेव से जानिए किन उपायों के द्वारा इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
जब लंग्स की कपैसिटी बढ़ेगी तभी सांसों पर लगी इमेरजेंसी हटेगी। इसलिए स्वामी रामदेव से जानिए बढ़ते प्रदूषण के बीच कैसे रखें फेफड़ों का ख्याल।
बढ़ते हुए वायु प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी हैं। ऐसे में आप चाहे तो डाइट में इन आयुर्वेदिक चीज़ों को शामिल कर सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक अंतरिम उपाय के रूप में और अगले आदेश तक के लिए हम एनसीआर में निर्माण गतिविधियों पर फिर से प्रतिबंध लगाते हैं। हालांकि, निर्माण से संबंधित गैर-प्रदूषणकारी गतिविधियों जैसे कि प्लंबिंग कार्य, आंतरिक सजावट, विद्युत कार्य और बढ़ईगीरी को जारी रखने की अनुमति है।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय राजधानी है और गंभीर वायु प्रदूषण का स्तर दुनिया भर में अच्छे संकेत नहीं भेजता है।
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