महाराष्ट्र की सियासत से बड़ी ख़बर आ रही है। AIMIM के लोकसभा सांसद इम्तियाज जलील ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा है महाराष्ट्र में वो महाविकास अघाड़ी का हिस्सा बनने के लिए भी तैयार है। इम्तियाज जलील के इस बयान से आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति काफी गर्मा सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक निश्चित लक्ष्य के साथ कदम रखा था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गैर-भाजपा वोट एक स्थान पर एकजुट न हों।
AIMIM के अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम को ‘‘80-20 की विजय’’ करार दिया और कहा कि उन्हें लगता है कि देश के लोकतंत्र में इस तरह की परिस्थिति अगले कई वर्षों तक रहेगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 विधानसभा सीटों में अभी तक आए रुझान के आधार पर एआईएमआईएम को इस बार आधा फीसदी से भी कम मत मिलता हुआ नजर आ रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दशकों से मुस्लिम समुदाय के लोग सपा या बसपा का समर्थन करते आ रहे हैं और इस बार भी यही परिपाटी कायम रह सकती है।
एआईएमआईएम नेताओं ने कहा, "वंदे मातरम एक भूमि के टुकड़े और अन्य चीजों की पूजा करने का आभास देता है, जिसका इस्लाम में उल्लेख नहीं है। इसलिए, हम इसे किसी भी मंच पर गाने से इनकार करते हैं।
महिलाओं को यह बताया गया कि हिजाब पहनना नबी का आदेश है और कोई फिरकापरस्त ताकत इसे नहीं रोक सकती है।
AIMIM के प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोलीबारी के मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपी पिछले कई दिनों से ओवैसी का पीछा कर रहे थे और उनकी सभाओं में मौजूद रहते थे।
एआईएमआईएम की राज्य इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. नईम अंसारी ने घटना पर आक्रोश जताते हुए बताया कि उनकी पार्टी ने इस मामले में खजराना पुलिस को आवेदन देकर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा,"पुलिस को बारीकी से पड़ताल कर पता लगाना चाहिए कि पठान के चेहरे पर कालिख मलने की घटना के पीछे आखिर किन लोगों का हाथ है?"
जब ओवैसी से पूछा गया कि 2 मुख्यमंत्री कब बनेंगे तो उन्होंने कहा कि ढाई-ढाई साल के लिए एक दलित और एक अन्य पिछड़ा वर्ग का मुख्यमंत्री होगा।
यूपी चुनाव 2022: बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए अपनी चौथी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 3 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।
यूपी चुनाव 2022: बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए अपनी तीसरी लिस्ट जारी की है। इसमें देखिए कौन कहां से चुनाव लड़ने जा रहा है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एआईएमआईएम पार्टी ने अपने पहले लिस्ट की घोषणा कर दी है। ओवैसी की पार्टी से एक ब्राह्मण नेता को भी टिकट दिया गया है। इसको लेकर यूपी के सियासी गलियारों मे खलबली मची है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में नौ नेताओं के नाम शामिल हैं जो यूपी के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM उत्तर प्रदेश में जनसभा का आयोजन कर रही है। इसकी खबर पुलिस को मिली और उसके बाद उनके खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के एक जिलाध्यक्ष का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सिखाया जा रहा है- ओवैसी को पीएम बनाना है, तो मुसलमानों को और ज्यादा बच्चे पैदा करने होंगे। उनका तर्क है कि मुस्लिम अधिक बच्चे पैदा नहीं करेंगे, तो कैसे हमारी कौम भारत पर राज करेगी।
ओवैसी ने कहा, ''भाजपा को जिन्ना और पाकिस्तान से इतना प्यार है कि हम किसानों के लिये गन्ना-गन्ना कर रहे हैं और भाजपा-आरएसएस जिन्ना-जिन्ना कर रही है"
इससे पहले टिकैत ने हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी का चाचा जान बताकर उन पर निशाना साधा था। उन्होंने ओवैसी पर CAA कानून को निरस्त करने की मांग करने पर पलटवार किया था।
बता दें कि यूपी के बाराबंकी में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शोषित वंचित समाज सम्मेलन में कहा था कि बीजेपी सरकार ने जैसे तीनों कृषि बिल कानून वापस लिया है, उसी तरह CAA और NRC कानून को भी वापस लेना चाहिए।
ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को अपना सियासी नेतृत्व तैयार करना होगा क्योंकि जिसके पास ताकत होती है उसी की सुनी जाती है और वही अपने हक और हुकूक को हासिल करता है।
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