Bihar News: ओवैसी के पांच में से चार विधायक राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए हैं। ये चारों विधायक आज आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ विधानसभा पहुंचे।
Asaduddin Owaisi In Ranchi: 19 जून को AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी रांची पहुंचे। यहां उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि रांची हिंसा में गए दो लोगों की जान की वजह सिर्फ JMM और BJP है। उन्होंने यह भी कहा कि पैंगबर के खिलाफ जो कोई भी बोलेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। वहीं हिंसा में मारे गए दोनों मृतकों के परिवार वालों से भी मिलने पहुंचे।
Javed Pump Prayagraj House Demolished: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जावेद पंप के घर पर हुई कार्रवाई से काफी भड़के हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बन गए हैं।
महाराष्ट्र के भी कई शहरों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिले थे जिनमें से सबसे ज्यादा भीड़ सोलापुर में जुटी थी। जिस शख्स के बुलावे पर हजारों लोग सोलापुर की सड़कों पर उतर आए उस शख्स का नाम फारुख शाब्दी है।
Asaduddin Owaisi: असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी पार्टी के गुजरात विधानसभा चुनाव में लड़ने का ऐलान किया है।
Nupur Sharma: प्रदर्शन के बाद जलील ने कहा कि नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के बयानों से दुनियाभर में मुसलमान नाराज हैं।
Rajya Sabha Election: 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में AIMIM के दो विधायक हैं। इन दोनों विधायकों को कांग्रेस उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी को वोट देने के लिए कहा गया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी बोले कि मुख्यमंत्री से कहना चाहूंगा कि जिस तरह से उनके विधायकों पर ईडी की रेड पड़ रही है, जिससे वो बैचैन हैं, उसी तरह से खालिद गुड्डू (भिवंडी का AIMIM का स्थानीय नेता) उसे जेल में रखना ठीक नही है।
असदुद्दीन ओवैसी के दक्षिण गुजरात में सूरत शहर के लिंबायत इलाके में एक जनसभा को संबोधित करने के तुरंत बाद यह फैसला सामने आया है। दौरे के 24 घंटे के भीतर राज्य इकाई के अध्यक्ष ने सूरत शहर और जिला समितियों, महिला समितियों और युवा शाखा को भंग कर दिया।
ओवैसी ने बीजेपी और आरएसएस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ को हर मस्जिद के नीचे मंदिर नजर आता है क्योंकि वो भारत के मुसलमानों को मुगलों से जोड़कर देखते हैं।
रामनवमी के जुलूस के दौरान 10 मार्च को विवाद के बाद हिम्मतनगर तथा खंभात शहरों में हुई सांप्रदायिक झड़पों का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नीत राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही है।
साल 2012 में अकबरुद्दीन ओवैसी ने भड़काऊ बयान दिया था। ओवैसी ने कहा था कि देश से 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो तो पता चल जाएगा कौन ताकतवर है इसके बाद भी कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।
अकबरुद्दीन तेलंगाना विधानसभा में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता हैं। अकबरुद्दीन के खिलाफ निजामाबाद और निर्मल में कथित रूप से नफरत फैलाने वाला भाषण देने का मामला वर्ष 2012 में दर्ज किया गया था।
शनिवार को एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील ने कहा था कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए उनकी पार्टी शिवसेना नीत एमवीए के साथ गठजोड़ कर सकती है। इस पर, शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
संजय राउत ने कहा, AIMIM का बीजेपी के साथ गुप्त गठजोड़ है, जो उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल में साबित हो गया है।
महाराष्ट्र की सियासत से बड़ी ख़बर आ रही है। AIMIM के लोकसभा सांसद इम्तियाज जलील ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा है महाराष्ट्र में वो महाविकास अघाड़ी का हिस्सा बनने के लिए भी तैयार है। इम्तियाज जलील के इस बयान से आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति काफी गर्मा सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक निश्चित लक्ष्य के साथ कदम रखा था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गैर-भाजपा वोट एक स्थान पर एकजुट न हों।
AIMIM के अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम को ‘‘80-20 की विजय’’ करार दिया और कहा कि उन्हें लगता है कि देश के लोकतंत्र में इस तरह की परिस्थिति अगले कई वर्षों तक रहेगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 विधानसभा सीटों में अभी तक आए रुझान के आधार पर एआईएमआईएम को इस बार आधा फीसदी से भी कम मत मिलता हुआ नजर आ रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दशकों से मुस्लिम समुदाय के लोग सपा या बसपा का समर्थन करते आ रहे हैं और इस बार भी यही परिपाटी कायम रह सकती है।
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