ओवैसी ने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों में सपा को सबसे ज्यादा मुसलमानों के वोट मिले लेकिन मुस्लिम समाज पर हो रहे अत्याचार पर वह चुप्पी साध लेते हैं।
असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करते हुए कहा कि ओवैसी देश में आतंकवादी पैदा कर रहे हैं। वो भारत को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं। ओवैसी जब भी बोलते हैं वो जहर उगलने का काम करते हैं। हमेशा देश को बांटने वाला बयान देते हैं।
केवल प्रोफेशनल शूटर ही एक हाथ से फायरिंग कर सकता है। उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली में बैठे बादशाह बताए कि यह क्या हो रहा है
उमेश पाल हत्याकांड के वीडियो में जो लड़का दिख रहा है और जिस लड़के को कल झांसी में मारा गया। सरकार बोल दे कि दोनों एक ही है। दोनों एक ही है तो आपके पास इसके मद्देनजर मजबूत सबूत होगा।
उन्होंने आगे तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्या भाजपा वाले जुनैद और नासिर के हत्यारों को भी गोली मारेंगे, नहीं क्योंकि ये मजहब के नाम पर एनकाउंटर करते हैं। ओवैसी ने आरोप लगाया कि संविधान का एनकाउंटर करने की कोशिश की जा रही है।
एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी ने कहा, ‘‘अब तक, हमने तीन उम्मीदवारों की घोषणा की है। हम चुनावी गठबंधन के लिए तैयार हैं। हम चुनाव जरूर लड़ेंगे। हमारा गठबंधन होगा या नहीं, इसे लेकर हमें इंतजार करना होगा।’’
चोटिल होने के बावजूद इम्तियाज डरे नहीं और लगातार भीड़ को हटाने की कोशिश में लगे रहे। दंगाई मंदिर पर पथराव कर रहे थे, मंदिर के प्रवेश द्वार पर लगा भगवा कपड़ा दंगाई फाड़ने की कोशिश कर रहे थे।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज मुसलमानों को प्रताड़ित किया जाता है और इसके बाद भी पार्टियां उम्मीद करती हैं कि मुस्लिम समाज उन्हें वोट करेगा। उन पार्टियों की सरकार ने ही मुसलमानों को दलदल में डाला है और अब वे मुसलमानों से समर्थन की उम्मीद में बैठे हैं।
ओवैसी के दो दिनों के बिहार दौरे का आज आखिरी दिन है और आज भी वो सिमांचल में ही रहेंगे। यहां आज वो पदयात्रा के साथ जन सभाएं भी करने वाले हैं।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों राजस्थान दौरे पर हैं और अपने वोट बैंक को पुख्ता करने के लिए मुसलमानों के हक की बात कर रहे हैं। दो दिन के दौरे पर शनिवार को जोधपुर पहुंचे ओवैसी ने कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
ओवैसी की पार्टी के नेता इम्तियाज जलील ने कहा कि नाम परिवर्तन पर निर्णय केवल यहां के लोग ही ले सकते हैं, दिल्ली या मुंबई में बैठा कोई नेता नहीं। केंद्र सरकार ने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर संभाजीनगर करने और उस्मानाबाद शहर का नाम धाराशिव करने की पिछले महीने मंजूरी दी थी।
AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने 3 फीट के लड़के से किया वादा निभाया है। उन्होंने न केवल इस लड़के की नौकरी के लिए कोशिश की बल्कि उसकी शादी के लिए लड़की भी ढूंढी। जलील ने इससे जुड़ी फोटोज अपने फेसबुक अकाउंट पर साझा की हैं।
नाम बदलने के खिलाफ शादी के बाद एक दूल्हा धरने पर पहुंच गया। इस दौरान उसने औरंगाबाद का नाम बदले जाने को लेकर कहा कि इंशा अल्लाह हमारे जिले का नाम औरंगाबाद था है और औरंगाबाद ही रहेगा।
नासिर की पत्नी और बेटी के लिए एक लाख रुपये की नकद और चार लाख रुपये की सावधि जमा राशि की घोषणा की गई। इसी तरह जुनैद की पत्नी और 6 बच्चों के लिए 1 लाख रुपए नकद और 4 लाख रुपए की एफडी कराने की घोषणा की।
उन्होंने रसोई गैस सिलेंडरों की कीमतों में एक और वृद्धि को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं देश की सभी माताओं और बहनों से अगले चुनाव में वोट डालने से पहले गैस सिलेंडर को नमस्कार और सलाम करने की अपील करता हूं।
अस्पताल प्रशासन का इस मामले पर कहना है कि मजहरुद्दीन को सोमवार की दोपहर 2 बजे अस्पताल लाया गया था जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। बता दें कि मजहरुद्दीन असदुद्दीन ओवैसी की बेटी के ससुर हैं। इसी लिहाज से वे ओवैसी के समधी हैं।
ओवैसी ने कहा जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तभी से मॉब लिंचिंग, लव जिहाद, धर्मांतरण के नाम पर मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। जुनैद-नसीर को जला दिया गया, पहलू खान, अखलाक, अकबर को मार दिया गया। नवाब मलिक को जमानत क्यों नहीं मिलती, आजम खान का राजनीतिक कैरियर बर्बाद कर दिया गया।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि यहां के MLA का पेट नही भरता। ओवैसी ने उद्धव ठाकरे से सहानुभूति के सवाल पर कहा कि बिहार से लेकर राजस्थान में मुस्लिम लड़को को लेकर अत्याचार हो रहा है। राजस्थान में लड़के अगवा किए गए और उनका केस नहीं लिया जाता है।
असदुद्दीन ओवैसी थोड़ी देर पहले ही राजस्थान के भरतपुर में पहुंचे हैं। इस दौरान ओवैसी जुनैद और नासिर के घरवालों से मिले। बता दें कि ओवैसी के आने के बाद से जुनैद और नासिर के घर के बाहर भारी भीड़ लगी हुई है।
ओवैसी ने कहा कि फ्रीडम ऑफ प्रेस होनी चाहिए। यदि प्रेस सिर्फ सत्तारूढ़ दल की तारीफ करने वाली खबरें दिखाएगा और सरकार की आलोचना करने वाली खबरों को नजरअंदाज करेगा, तो यह लोकतंत्र को कमजोर करेगा।
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