AIBEA के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने इंदौर में संगठन की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद कहा, ‘‘सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार कम होता जा रहा है। हमारा आयात लगातार बढ़ रहा है, जबकि निर्यात घटता जा रहा है।’’
सरकार के द्वारा श्रम और कृषि क्षेत्र में सुधारों के विरोध में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने सरकार 26 नवंबर (गुरुवार) को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। आप भी जानिए इस बंद में कौन-कौन शामिल होगा और कहां कितना पड़ेगा असर।
एआईबीईए के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सार्वजनिक क्षेत्र के 17 बैंकों की सूची में इस मामले में पहले स्थान पर है।
बैंकिंग क्षेत्र की दो प्रमुख यूनियनें अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) 27 मार्च को बैंकों के महाविलय के विरोध में हड़ताल पर जाएंगी।
मार्च 2020 में आपको एक बार फिर बैंकिंग सेवाओं को लेकर परेशान होना पड़ सकता है। बैंक कर्मचारी मार्च में 11 से 13 मार्च के बीच फिर से तीन दिनों की हड़ताल पर जा सकते हैं और 10 मार्च (मंगलवार) को होली है।
वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मियों की देश भर में शुक्रवार से शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन यानी शुक्रवार को बड़े पैमाने पर बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुईं।
भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की प्रमुख यूनियनों ने आठ जनवरी 2020 को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आयोजित आम हड़ताल में भाग लेने का फैसला किया है।
आज ही बैंक से जुड़े सारे काम निपटा लें वरना दिवाली से पहले आपको परेशानी हो सकती है। दरअसल, 22 अक्टूबर (मंगलवार) को बैंकों में हड़ताल रहने वाली है।
आर्थिक सुस्ती को दूर करने के प्रयासों के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 4 प्रमुख सरकारी बैंकों पीएनबी, केनरा, यूनियन बैंक और इंडियन बैंक में छह अन्य बैंकों के विलय की घोषणा की। 10 बैंकों के मर्जर का फैसला देश के बैंकिंग इतिहास में दूसरा बड़ा फैसला है।
डिजिटल लेनदेन बढ़ने के साथ बैंकिंग उद्योग के कर्मचारी संघ ने रिजर्व बैंक (RBI) से उपभोक्ताओं को अनाधिकृत लेनदेन से सुरक्षित रखने की प्रणाली लाने का आग्रह किया है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) ने इस संबंध में रिजर्व बैंक के गवर्नर और वित्त मंत्रालय को एक ज्ञापन सौंपा है।
सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक कर्मचारी यूनियनों ने 27 दिसंबर को प्रस्तावित अपनी एक दिन की हड़ताल को टाल दिया है। कई बैंकों ने यह जानकारी दी है। IDBI बैंक कर्मचारियों एवं स्टाफ की मांगों के समर्थन में यह हड़ताल प्रस्तावित थी।
SBI के मुताबिक AIBEA और AIBOA के सदस्य उनकी कई शाखाओं में हैं, ऐसे जिन शाखाओं में इन बैंक एसोसिएशनों के सदस्य हैं वहां पर कामकाज और बैंक सेवा प्रभावित हो सकती है
AIBEA के महासचिव सीएच वेंकटाचलम ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि सरकार बड़े बैंक कर्जदारों को बचाना चाहती है।
उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि एक दिन की सरकारी बैंक हड़ताल से करीब 1.3 लाख करोड़ रुपए का फॉरेक्स और अन्य समाशोधन कारोबार प्रभावित हुआ।
बैंक यूनियनों के एक वर्ग की हड़ताल के कारण मंगलवार को सरकारी बैंकों की तमाम शाखाएं या तो बंद रहीं या उनमें काम कामकाज नहीं हुआ।
एनओबीडब्ल्यू और एनओबीओ ने कुछ बैंक यूनियनों की कल की प्रस्तावित हड़ताल को राजनीति प्रेरित करार देते हुए कहा कि वह इसमें मिल नहीं है।
आईडीबीआई बैंक के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को हड़ताल पर रहेंगे। वे वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं। साथ ही आउटसोर्सिग का विरोध कर रहे हैं।
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