पाकिस्तान पड़ोसी देश अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा करने के लिए इस्लामाबाद में अमेरिका, चीन और रूस के वरिष्ठ राजनयिकों की मेजबानी कर रहा है।
बैठक में अधिकारियों ने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी द्विपक्षीय एजेंडे के चलते किसी को भी वार्ता प्रक्रिया का बहिष्कार नहीं करना चाहिए।
भारत, रूस, ईरान और पांच मध्य एशियाई देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने बुधवार को तालिबान नियंत्रित अफगानिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों के संभावित प्रसार पर चिंता जताई और इस चुनौती से निपटने के लिए सामूहिक दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया। अफगानिस्तान को लेकर भारत की मेजबानी में चल रही दिल्ली क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि उस देश में हालिया घटनाओं का न केवल अफगान लोगों पर बल्कि क्षेत्र पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में अजीत डोवल ने कहा कि यह अफगान स्थिति पर क्षेत्रीय देशों के बीच करीबी विचार-विमश, अधिक सहयोग और समन्वय का समय है।
India Hosts NSA-Level Meeting on Afghanistan: अफगानिस्तान पर आठ देशों की दिल्ली क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता में एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि हम सभी अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर गहरी नजर रख रहे हैं। यह समय, अफगानिस्तान पर हमारे करीबी विचार-विमर्श, अधिक सहयोग और समन्वय का है।
इस कॉन्फ्रेंस में रूस-ईरान सहित 8 मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शामिल हैं। इस कॉन्फ्रेंस में अफगानिस्तान और वहां पर सत्ता परिवर्तन के बाद बदला क्षेत्रिय समीकरण पर चर्चा की जाएगी। भारत द्वारा आयोजित की जा रही इस मीटिंग में पाकिस्तान और चीन को भी निमंत्रण भेजा गया था लेकिन उन्होंने बैठक से किनारा कर लिया है।
Delhi Regional Security Dialogue: इस हाई लेवल मीटिंग में न सिर्फ अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम से उत्पन्न क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की जाएगी बल्कि प्रासंगिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के उपायों पर भी विचार होगा।
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के सुपर 12 में रविवार को न्यूजीलैंड ने अफगानिस्तान को छह विकेट से हरा दिया। इसी के साथ भारत की सेमीफाइनल में जाने की उम्मीद भी खत्म हो गई।
सूत्रों ने कहा कि इस मामले में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की टिप्पणी अफगानिस्तान में अपनी ‘हानिकारक भूमिका’ से ध्यान हटाने का एक असफल प्रयास है।
ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच में यह पहला टेस्ट होता जिसे 27 नवंबर से होबार्ट के ब्लंडस्टोन एरीना में खेला जाना था।
हमदुल्ला मुखलिस उर्फ कारी हमदुल्लाह तालिबान की बेहद अहम ‘बद्री ब्रिगेड’ का सर्वेसर्वा था, और संगठन में बड़ी दखल रखता था।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भारत से मिले न्योते की पुष्टि की थी लेकिन कहा था कि फैसला उपयुक्त समय पर किया जाएगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि पाकिस्तान का फैसला परमाणु आयुध से लैस दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों की मौजूदा स्थिति पर आधारित होगा।
यह अगस्त में तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने का बाद अबतक का सबसे दुस्साहसी हमला है।
जकात दयालुता या उदारता से धर्मार्थ उपहार देने के स्वैच्छिक कार्य से अलग है। यह उन लोगों के लिए अनिवार्य है, जो एक निश्चित राशि से अधिक आय अर्जित करते हैं, और यह एक व्यक्ति की आय के साथ-साथ उनकी संपत्ति के मूल्य पर आधारित है।
पाकिस्तान के खिलाफ करीबी मुकाबले में हार का सामना करने के बाद अफगानिस्तान की टीम रविवार को आईसीसी टी20 विश्व कप में जब यहां टूर्नामेंट में पदार्पण कर रहे नामीबिया के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो उसके सामने जीत की राह पर लौटने की चुनौती होगी।
श्रृंगला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने रेखांकित किया कि अफगानिस्तान पर शासन करने वाले और वहां के लोगों में अंतर करना चाहिए और वहां के लोगों को मानवीय सहायता की पेशकश की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुश्चित करने की जरूरत है कि अफगानिस्तान में सीधे और निर्बाध मानवीय सहायता पहुंचे।
अफगानिस्तान ने स्कॉटलैंड के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अपने पहले मैच में जीत हासिल की थी और इसलिए राशिद को पता है कि उनके स्पिनर्स विरोधी टीम पर कहर बरपा सकते हैं।
पिछली बार जब यह दोनों टीमें आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2019 में भिड़ी थी तो कांटे का मुकाबला देखने को मिला था और मैच के बाद दोनों फैन्स के बीच झड़प भी देखने को मिली थी।
आईसीसी टी-20 विश्व कप 2021 के 24वें मैच में पाकिस्तान क्रिकेट टीम भिड़ंत अफगानिस्तान के साथ होगा।
अफगानिस्तान की मौजूदा परिस्थितियों के कारण छात्र वहां लौट नहीं पा रहे हैं। अब इन अफगानी छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से अपने लिए पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया को आसान बनाने का आग्रह किया है।
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