अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़ा करने से पाकिस्तान बहुत खुश है। आशंका है कि तालिबान के साथ अपने रिश्तों का इस्तेमाल करके पाकिस्तान, कश्मीर में परेशानी पैदा करने की कोशिश कर सकता है। ऐसे में सवाल है कि क्या भारत इस तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार है?
अमेरिकी सेना के काबुल छोड़ने के बाद देर रात अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden ने पूरी दुनिया को संबोधित किया. अपने फैसले पर सफाई देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके पास काबुल छोड़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं था
अफगानिस्तान में तालिबान के फरमान की तरह ही जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने लड़कियों और लड़कों के को-एड पर रोक लगाने का प्रस्ताव रखा है। जमीयत का यह प्रस्ताव कितना जायज है? देखें 'मुकाबला' पर बहस।
अमेरिकी सैनिकों के पूरी तरह से अफगानिस्तान छोड़ने का ऐलान होने से कुछ देर पहले ही युनाइडेट नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल ने एक प्रस्ताव पास किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बताया अभी भी 200 अमेरिकी नागरिक अफगानिस्तान में फसे है, साथ ही उन्होंने बताया जल्दी ही उन्हें वहा से निकाला जाएगा l
तालिबान ने अमेरिका को देश छोड़ने के लिए 24 घंटे की मोहलत दी है और ऐसे में अब अफगानिस्तान में तालिबान राज का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। क्या अमेरिका की वापसी के बाद अफगानिस्तान में हालत और बिगड़ सकते हैं? देखिए मुक़ाबला अजय कुमार के साथ।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल आज सुबह एकबार फिर से कई धमाकों से थर्रा उठी। बताया जा रहा है कि ये धमाके रॉकेट के जरिए किए गए। न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार, आज सुबह काबुल शहर में कई रॉकेट उड़ते सुनाई दिए, जिसके बाद धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। ये हमला अमेरिका की तरफ से किया गया या आतंकियों की तरफ से ये अभी स्पष्ट नहीं है। कुछ अफगानी पत्रकारों का दावा है कि रॉकेट हमले एयरपोर्ट को निशाना बनाकर किए गए, जिन्हें Kabul airfield defense system ने समय रहते नाकाम कर दिया।
अफगानिस्तान के कुल 34 प्रान्तों में से पंजशीर अकेला ऐसा प्रान्त है जो अब तक तालिबानी आतंकियों के कब्जे से बाहर है l लेकिन बौखलाए तालिबान ने पंजशीर प्रान्त में इंटरनेट, कॉल और मैसेज सर्विस बंद कर दी है l
अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता के आने के बाद आंतकवाद को पालने वाला पाकिस्तान अब खुलकर इसका समर्थन कर रहा है, वहीं इस मुद्दे पर चीन का भी दोहरा चरित्र दुनिया के सामने आ चुका है l ड्रैगन भी अब खुलकर तालिबान का समर्थन कर रहा है l
अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान का कहर जारी है। अब खबर यह आ रही है कि तालिबान के आतंकी घर-घर जाकर लोगों की तलाशी ले रहे हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर कल रात हुए आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी तालिबान ने नहीं बल्कि खुरासान ने ली है। तो क्या अब अफगानिस्तान में तालिबान और खुरासान के बीच जंग छिड़ने वाली है? देखिए कुरुक्षेत्र पंकज भार्गव के साथ।
काबुल एयरपोर्ट पर कल रात हुए हमले के तार पाकिस्तान से जुड़ने लगे हैं। इस हमले की प्लानिंग करने वाला एक पाकिस्तानी बताया जा रहा है। ऐसे में क्या ये हमला भारत के लिए सावधान होने का संकेत है?। देखिये मुक़ाबला अजय कुमार के साथ ।
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने काबुल हवाई अड्डे पर फिदायीन हमलों की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि अब्दुल रहमान अल-लोगरी इस हमले के फिदायीन हमलावरों में से एक है। इन हमलों में 60 अफगान समेत 13 अमेरिकी सुरक्षाबलों के जवान मारे गए हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर ISIS-K द्वारा किए गए आतंकी हमले बाद अब शुक्रवार को एक बार फिर से रेस्क्यू मिशन शुरू हो गया है l
आज मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जहां सभी पार्टियों के नेताओं को अफ़ग़ानिस्तान के मौजूदा हालत के बारे में जानकारी दी गई। क्या भारत के पास वाकई तालिबान रोको प्लान है? देखिए बड़ी बहस कुरुक्षेत्र में पंकज भार्गव के साथ।
अफगानिस्तान से भारत आना चाह रहे 140 हिंदू और सिखों को तालिबान ने रोक दिया है। तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट के पास अपने लड़ाकों की तैनाती बढ़ा दी है और 15 घंटे से भारत के उड़ान भरने का इंतजार कर रहे 140 हिंदुओं और सिखों को वहां से लौटने के लिए कहा है।
अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद भारत सरकार का क्या रुख होगा इसको लेकर गुरुवार को दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान सरकार की तरफ से कुछ संकेत दिए गए हैं। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार की तरफ से सर्वदलीय बैठक में कहा गया है कि अफगानिस्तान के मामले पर पूरी दुनिया फिलहाल Wait and Watch की नीति पर चल रही है और भारत भी इसी नीति पर आगे बढ़ रहा है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से मची अफरा-तफरी के बीच विभिन्न देश अपने नागरिकों को काबुल से सुरक्षित निकालने में जुटे हुए हैं। इस बीच इंडियन एयरफोर्स का एक विमान ने 24 भारतीय और 11 नेपाली नागरिकों को लेकर काबुल से उड़ान भरने के बाद गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतर गया है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारतीय एयरफोर्स का विमान काबुल से 24 भारतीय और 11 नेपाली नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंचा है।
कैसे भारत विरोधी हक्कानी नेटवर्क के नेता अब तालिबान सरकार में शीर्ष पदों पर आ गए हैं? जनरल बिपिन रावत ने क्यों कहा, अफगानिस्तान से निकलने वाले आतंकवाद से निपटने के लिए भारत तैयार। देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में जो कुछ भी हुआ है, उसकी उम्मीद थी, मगर यह अंदाजा नहीं था कि यह इतनी जल्दी हो जाएगा।
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