एडीआर की रिपोर्ट में पता चला है कि सबसे ज्यादा लोगों ने चंदा बीजेपी को दिया है। इस तरह से देखें तो बीजेपी के पास सबसे ज्यादा चंदे के पैसे हैं। जानिए कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों को लोगों ने कितना चंदा दिया है?
एडीआर की ओर से तैयार की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी 1,917 करोड़ रुपये के साथ सबसे अधिक आय अर्जित करने वाली पार्टी बनी रही।
एडीआर और ‘मेघालय इलेक्शन वॉच’ ने उन 61 उम्मीदवारों की संपत्ति का विश्लेषण किया गया, जो इस चुनाव में भी किस्मत आजमा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार फिर चुनाव लड़ रहे इन 61 विधायकों की संपत्ति में औसत 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
एडीआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021-22 के लिए राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने 7,141 चंदों से (20,000 रुपये से अधिक) प्राप्त कुल चंदा 780.774 करोड़ रुपये घोषित किया है।
2019 में लगातार छठी बार लोकसभा में पहुंचे जिगाजिनागी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पिछली सरकार में जुलाई 2016 से मई 2019 तक केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्यमंत्री थे।
गुजरात विधानसभा के नव निर्वाचित 182 विधायकों में से करीब 40 के खिलाफ आपाराधिक मामले लंबित हैं। ADR के मुताबिक, इन 40 में से 29 के खिलाफ संगीन मामले दर्ज हैं- जैसे हत्या की कोशिश, बलात्कार आदि।
दिल्ली में जल्द ही MCD चुनाव होने हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इसी बीच ADR की एक रिपोर्ट आई हैं, जिसमें सभी पार्टियों के उम्मीदवारों के बारे में जानकारी दी गई है।
ADR रिपोर्ट ने गुजरात चुनाव में खड़े उम्मीदवारों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। गुजरात में पहले चरण में 89 सीटों पर कुल 788 उम्मीदवारों में से 167 उम्मीदवार ऐसे है जो आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं
Himachal Pradesh Election 2022: चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव का तारीख ऐलान कर दिया है। इसके बाद से ही प्रदेश में सभी पार्टियों के बड़े-बड़े नताओं का जमावड़ा लगने लगा है। इसी बीच एडीआर की रिपोर्ट सामने आई है। जिनमें बताया गया है कि प्रदेश में कई दागी विधायक हैं।
मंत्रियों के शपथ पत्र के मुताबिक, सबसे अधिक घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री गोविंददास कोंथौजम हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोकेट्रिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा जारी एक विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार, 158 (39 प्रतिशत) जीतने वाले उम्मीदवारों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामले शामिल हैं।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और गोवा इलेक्शन वॉच द्वारा गोवा 2022 विधानसभा चुनाव में जीतने वाले सभी 40 उम्मीदवारों की ओर से दायर हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर यह आंकड़े सामने आए हैं।
ADR द्वारा जारी किए गए विश्लेषण के आंकड़ों के अनुसार, सपा के 59 उम्मीदवारों में से लगभग 42 का आपराधिक रिकॉर्ड है। अपना दल ने सात उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिनमें से चार का आपराधिक रिकॉर्ड है।
रिपोर्ट के अनुसार, सात साल में कुल 1133 उम्मीदवारों और 500 सांसदों-विधायकों ने पार्टियां बदलीं और चुनाव लड़े। कांग्रेस के बाद बहुजन समाज पार्टी दूसरी ऐसी पार्टी रही जिसे सबसे अधिक उम्मीदवारों और सांसदों-विधायकों ने छोड़ा।
चुनाव सुधारों के लिये काम करने वाले समूह एडीआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री परिषद के 78 मंत्रियों में से 42 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की घोषणा की है जिनमें से चार पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामले भी हैं।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि बिहार चुनाव के दूसरे चरण के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सबसे अधिक दागी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
पिछले साल जून में हुए लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक खर्च सत्तारूढ़ भाजपा ने किया। चुनाव सुधार से संबंधित शोध संस्था एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने चुनाव में 1141.72 करोड़ रुपये खर्च किए।
देश के राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को वित्तवर्ष 2004-05 से 2018-19 के बीच 11,234 करोड़ रुपये का चंदा अज्ञात स्रोतों से प्राप्त किया। गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर)ने यह दावा किया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीतने वाले 61 प्रतिशत विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार 672 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं, लेकिन इनमें से कुल 298 (44 प्रतिशत) लोगों ने ही स्नातक या स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। जबकि 16 ऐसे हैं, जो निरक्षर हैं।
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