महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदतिय ठाकरे की सुरक्षा घटाई गई है। शिवसेना नेता विनायक राउत ने कहा कि उद्धव और आदित्य की सुरक्षा Z+से कम करके Z कर दी गई है तो वहीं आदित्य की सुरक्षा Y+ से Y कर दी गई है। वहीं पुलिस ने इस बात को नकार दिया है।
खबर है कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे की सुरक्षा घट गई है, इसे ठाकरे परिवार के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि मुंबई पुलिस का कहना है कि सुरक्षा नहीं घटाई गई है।
आदित्य ठाकरे ने आज फादर्स डे के दिन बिना नाम लिए एकनाथ शिंदे पर तीखा वार किय है। ठाकरे ने कहा कि राज्य में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दूसरों के पिता चुरा लेते हैं। दूसरों के पिता के साथ अपना राजनीतिक करियर चमकाते हैं।
आदित्य ठाकरे के बैनर नागपुर में उद्धव ठाकरे गुट की युवा सेना ने लगाए हैं। आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री के रूप में दर्शाने वाले बैनरों से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि अब तक हमने जितनी भी सरकारें देखीं, उन्होंने कभी मुंबई को झुकाने का काम नहीं किया, कभी मुंबई को तोड़ने का काम नहीं किया, लेकिन इस सरकार की मंशा मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की है।
आदित्य ठाकरे ने कहा, 'महाराष्ट्र के रत्नागिरी में रिफाइनरी परियोजना एक विवादास्पद मुद्दा रहा है। यह एक ऐसा फ्लैशप्वाइंट है, जिस पर दोनों बीजेपी सरकारों ने लचीलेपन की जगह कठोरता और सहानुभूति की जगह अहंकार को चुना।'
आदित्य ठाकरे ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने तंज कसा और आरोप लगाया है कि हम ऐसे लोग नहीं, हम आग नहीं लगाते हैं-जानिए क्यों कहा उन्होंने ऐसा।
आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के खिलाफ आरपार की लड़ाई शुरु कर दी है। बीएमसी घोटाले पर कैग रिपोर्ट सामने आने के बाद सत्ता पक्ष ठाकरे परिवार को कटघरे में खड़ा कर रहा है। सभी आरोपों पर पलटवार करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा 'लोग कांटो से बचकर चलते हैं हमने तो फूलों से धोखा खाया है'।
लव जिहाद के मुद्दे पर आदित्य ठाकरे ने शिंदे-फडणवीस सरकार को आड़े हाथों लिया है। आदित्य ने सवाल किया है कि हिंदुत्ववादी सरकार केंद्र और राज्य में होने के बावजूद भी हिंदू कैसे खतरे में आ गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खेमे के विधायक संजय शिरसाट ने इस घटनाक्रम पर तंज कसते हुए कहा, नार्वेकर जानते हैं कि वह अब (पूर्व मुख्यमंत्री) उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी नहीं हैं। वह विधायक बनने के लिए अधीर हैं।
अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष के नेता आपस में मुलाकात कर रहे हैं। यह मुलाकातें विपक्षी एकता और गठबंधन के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
Uddhav Thackeray On Eknath Shinde: चुनाव चिन्ह हारने के बाद उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को दी चुनौतीउद्धव गुट से शिवसेना का नाम और पार्टी का सिंबल छिनने के बाद महाराष्ट्र में सियासी घमासान तेज हो गया है. जहां अब Uddhav Thackeray ने सीएम Eknath Shinde को खुली चुनौती दे दी है.
राष्ट्रपति ने जिन राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की है, उनमें लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक अरुणाचल प्रदेश के नए राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं। वहीं लक्ष्मण प्रसाद आचार्य सिक्किम के गवर्नर होंगे।
इससे पहले आदित्य ठाकरे ने पिछले शुक्रवार को मुंबई में कहा था, "मैंने इस असंवैधानिक मुख्यमंत्री को चुनौती दी है कि मैं वर्ली से विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा और आप मेरे खिलाफ चुनाव लड़िये। देखते हैं आप वर्ली से कैसे जीतते हैं।"
आदित्य ठाकरे के चैलेंज पर जवाब देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने 6 महीने पहले एक बड़ी चुनौती स्वीकार की थी और उसे पूरा करके भी दिखाया था।
आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव की मुलाकात इस हफ्ते ही हुई और इस घटना का न केवल BMC चुनाव के लिए, बल्कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भी एक बड़ा राजनीतिक प्रभाव है।
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बुधवार को बिहार की राजधानी पटना में राज्य के सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की है। मुंबई महानगरपालिका चुनाव के मद्देनजर इस शिष्टाचार मुलाकात ने सियासी गर्मी को बढ़ा दिया।
आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव की मुलाकात की खबर से बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए एक कदम के रूप में इस मुलाकात को देखा जा रहा है
एकनाथ शिंदे गुट के नेता नरेश महस्के कहा कि आदित्य ठाकरे को अपनी तुलना सीएम शिंदे या फडणवीस से नहीं करना चाहिए, वो अभी बच्चे हैं। बता दें कि इससे पहले आदित्य ठाकरे ने शिंदे सरकार पर निशाना साधा था।
Diwali Politics: महाराष्ट्र में BMC का चुनाव होने जा रहा है। जिसे देखते हुए शिंदे-फडनविस सरकार पूरी जोर शोर से वोटरों को लुभाने के लिए लग गई है। शिंदे-फडनविस की सरकार ने हिंदुत्व के मुद्दे को कायम रखते हुए दिवाली का यह त्योहार पूरे धूमधाम से मनाने जा रही है।
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