अडानी विंड को ग्लोबल मार्केट में श्रृंखलाबद्ध उत्पादन शुरू करने की हरी झंडी मिल गई है। विंडगार्ड जीएमबीएच से टाइप सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के बाद ग्लोबल मार्केट में अपनी पहुंच बनाने के लिए अडानी विंड के रास्ते खुल गए हैं।
सिर्फ 24 घंटे में अडानी के नेटवर्थ में 681 मिलियन डॉलर का इजाफा दर्ज किया गया। इतनी नेटवर्थ के साथ अब गौतम अडानी दुनिया के 19वें सबसे अमीर हस्ती हैं।
OCCRP कहने को तो ये दुनियाभर के इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट्स का संगठन है, लेकिन हकीकत ये है कि ये संगठन जॉर्ज सोरोस जैसे अरबपति कारोबारी के पैसे से चलता है।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘एक मामले में, वेदांता ने यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव डाला कि खनन कंपनियां नई पर्यावरणीय मंजूरी के बिना 50 प्रतिशत तक अधिक उत्पादन कर सकें।’
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि तमाम आरोपों और सबूतों के बाद भी भारत की जांच एजेंसियां गौतम अडानी से पूछताछ क्यों नहीं कर रही हैं।
अडाणी समूह ने एक बयान में स्पष्ट रूप से इनका खंडन करते हुए कहा कि इसमें पुराने आरोपों को अलग तरीके से दोबारा पेश किया गया।
अदानी समूह ने ऑर्गेनाइडज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) द्वारा लगाए गए छिपे विदेशी निवेशकों के 'दोबारा थोपे गए' आरोपों को कड़ाई से अस्वीकार कर दिया है।
हलफनामे में कहा गया है, ‘‘याचिकाकर्ता ने बिना किसी आधार के राजनीति से प्रेरित होने निराधार आरोप लगाए हैं। इस रिट याचिका लागत के साथ खारिज किया जाना चाहिए।
बीएसई सेंसेक्स 100.20 अंक उछलकर 65,095.69 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई निफ्टी 30.10 अंक की तेजी के साथ 19,336.15 अंक पर पहुंच गया है।
अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी विल्मर और अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड सहित अडाणी समूह की कंपनियों के शेयर में आज गिरावट देखने को मिल रही है।
सेबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "इन विदेशी निवेशकों से जुड़ी कई संस्थाओं के 'टैक्स हेवन' देशों में स्थित होने से 12 एफपीआई के शेयरधारकों के आर्थिक हित को स्थापित करना एक चुनौती बनी हुई है।
आर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP -संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) देश के कुछ औद्योगिक घरानों के बारे में ‘कुछ खुलासा’ कर सकता है।
समूह के प्रवर्तकों ने 10 सूचीबद्ध कंपनियों में से पांच की हिस्सेदारी जीक्यूजी पोटनर्स जैसे निवेशकों को बेची है। इससे समूह की कंपनियों के शेयरों में सुधार हुआ है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अडाणी एंटरप्राइजेज के लिए अच्छी खबर है। किसी कंपनी में उसके प्रमोटर द्वारा हिस्सेदारी बढ़ाने का मतलब होता है कि उस कंपनी पर प्रमोटर का विश्वास बढ़ रहा है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि Adani Group के शेयर की कीमतों में वृद्धि वैश्विक निवेशकों की रुचि बढ़ने के कारण है। लगता है कि निवेशकों ने डेलॉयट के हालिया मुद्दे को पीछे छोड़ दिया है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, अडाणी समूह की 10 कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन शुक्रवार को 10.96 लाख करोड़ रुपये हो गया।
Adani Group: Adani Group Market Cap: अडानी ग्रुप से जुड़े निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है। समूह को शानदार फायदा हुआ है। इसका असर सोमवार को भी देखने को मिल सकता है।
जून क्वार्टर के आखिर में अडानी एंटरप्राइजेज में जीक्यूजी पार्टनर्स की हिस्सेदारी 2.67 फीसदी पर रही जो मार्च तिमाही के आखिर में 1.43 फीसदी पर रही थी
हिंडनबर्ग ने जनवरी में अडाणी समूह पर बही-खातों में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था।
डेलॉयट ने इस्तीफा देने से पहले हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों की बाहर से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी।
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