Budget Session 2023 : Adani Group पर अमेरिकी निवेशक कंपनी Hindenburg के आरोपों के बाद दोनों सदनों में विपक्षी दलों का हंगामा आज भी जारी रह सकता है. #adanigroupshare #adanihindenburg #adanigroupfpo
Adani Enterprises FPO : Adani Group पर अमेरिकी निवेशक कंपनी Hindenburg के आरोपों के बाद देश में सियासी उबाल आ गया है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल जेपीसी की मांग कर रहे हैं.#adanigroupshare #adanihindenburg #adanigroupfpo
इसके साथ ही शेयर बाजारों ने कहा कि एएसएम के तहत कंपनी का चयन विशुद्ध रूप से बाजार निगरानी के आधार पर किया जाता है और इसे उस कंपनी के खिलाफ प्रतिकूल कदम के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
अडाणी एंटरप्राइजेज लि.(एईएल) का शेयर बृहस्पतिवार को बीएसई में 1,564.70 रुपये पर बंद हुआ। एफपीओ के तहत जिस मूल्य पर निवेशकों को शेयर की पेशकश की गयी थी, यह उसका आधा है।
आज भी बीएसई सेंसेक्स 224.16 अंक की बढ़त के साथ 59,932.24 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 5.90 अंक की मामूली गिरावट के साथ 17,610.40 अंक पर बंद हुआ।
डानी समूह में गिरावट को देखते हुए RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने स्थानीय बैंकों से अडानी समूह की कंपनियों, सरकार और बैंकिंग स्रोतों में उनके जोखिम का विवरण मांगा है।
रिजर्व बैंक ने सभी बैकों से पूछा है कि उन्होंने अडानी समूह को किस क्षेत्र में और कितना लोन दिया है और अभी उसके कितने कर्ज की वापसी हो गई है।
Richest Person in Asia: अडानी की संपत्ति में गिरावट जारी है। अब उनके पास से एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब भी चला गया है। आइए जानते हैं कि उनके नेटवर्थ में कितनी गिरावट हुई है और कौन एशिया का सबसे अमीर आदमी है।
देश के शेयर बाज़ार के इतिहास में ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अडानी ग्रुप ने अपना FPO कैंसिल कर दिया है. अडानी ग्रुप की तरफ से कहा गया कि कंपनी अपने FPO को वापस लेती है और निवेशकों को उनका पैसा लौटाया जाएगा. #adanigroupshare #adanihindenburg
शेयर बाजार में अडानी समूह की अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी ग्रीन एनर्जी, अदानी पोर्ट्स और एसईजेड, अदानी ट्रांसमिशन, अदानी कुल गैस, अदानी पावर, अदानी विल्मर शामिल हैं।
अडानी ग्रुप के एफपीओ वापस लेने के निर्णय का असर शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है। आज सुबह मार्केट की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई है। यहां समझिए, कंपनी ने ये निर्णय क्यों लिया है? एक्सपर्ट क्या कहते हैं? इसके पीछे का आंकड़ा क्या है?
मेरे लिये ये ज़रूरी है कि मैं ये कबूल करूं कि मैंने ज़िंदगी में जो भी छोटी उपलब्धि हासिल की है, वो निवेशकों के भरोसे की वजह से है। मेरी सारी कामयाबी उनकी कामयाबी है।
एक प्रेस नोट में इसे भ्रम फैलानेवाली खबर बताया गया है। प्रेस नोट में कहा गया है कि अंबुजा या एसीसी का कोई भी शेयर प्रमोटरों द्वारा गिरवी नहीं रखा गया है।
देश के शेयर बाज़ार के इतिहास में ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अडानी ग्रुप ने अपना FPO कैंसिल कर दिया है. #adanigroupshare #adanihindenburg #adanigroupfpo
अडानी ग्रुप ने अपना 20 हजार करोड़ का FPO कैंसिल कर दिया है और कहा है कि मार्केट के उतार-चढ़ाव को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इस फैसले पर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट का बहुत असर नहीं माना जा रहा है क्योंकि इससे अडानी ग्रुप की क्रेडिबिलिटी पर बहुत सवाल नहीं खड़े हुए।
एलआईसी ने ट्वीट किया, ‘‘अडाणी समूह की कंपनियों में इक्विटी और बॉन्ड के तहत आज तक हमारा कुल निवेश 36,474.78 करोड़ रुपये है। यह 31 दिसंबर, 2022 तक 35,917.31 करोड़ रुपये था।
एलआईसी के पास अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन में नौ प्रतिशत, अडाणी ट्रांसमिशन में 3.7 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 1.3 प्रतिशत और अडाणी टोटल गैस लिमिटेड में छह प्रतिशत शेयर हैं।
अडानी ग्रुप ने कहा कि ये दस्तावेज ‘चुनिंदा गलत सूचनाओं एवं छुपाकर रखे गए तथ्यों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन हैं।’ समूह ने कहा कि ये ‘‘निराधार और शर्मनाक आरोप किसी गुप्त मकसद’’ से लगाए गए हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। यह रिपोर्ट आने के बाद विविध कारोबार से जुड़े अडाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
बीते दो कारोबारी सत्रों में अडानी समूह का मार्केट कैप 4.18 ट्रिलियन रुपये घट गया है। अमेरिका स्थित निवेश अनुसंधान फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि समूह एक स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी योजना में शामिल था।
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