अमेरिकी वित्तीय शोध और निवेश कंपनी हिंडनबर्ग ने इस साल जनवरी में अडाणी समूह पर आरोप लगाया था कि साइप्रस और मॉरीशस स्थित इनमें से कुछ कोष अडानी से जुड़े थे, जिनका इस्तेमाल समूह की कंपनियों शेयरों के भाव में गड़बड़ी करने में किया गया।
कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार मुंबई में धारावी पुनर्विकास परियोजना के नियमों में ढील देकर अडाणी समूह को फायदा पहुंचा रही है।
Adani Group के प्रमोटर्स की ओर से अडानी पावर ओपन मार्केट में 4 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी बढ़ाई गई है। अडानी पावर का शेयर बीते छह महीने में करीब 72 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है।
अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने दिवाली के दिन 4 घंटे के लिए मुंबई में अपने कस्टमर्स को पूरी तरह रिन्युएबल एनर्जी से पावर सप्लाई की है। अडाणी इलेक्ट्रिसिटी की ये पहल अपने आप में एक ऐतिहासिक कदम है और ग्रीन एनर्जी की तरफ ट्रांजिशन की ओर एक मजबूत कदम है।
भारत और अमेरिका ने मिलकर ऐसा महाप्लान बनाया है कि श्रीलंका में चीन की सारी हेकड़ी निकल जाएगी। अमेरिका ने ऐलान किया है कि वह कोलंबो पोर्ट के टर्मिनल के लिए 55 करोड़ डॉलर से ज्यादा राशि देगा। कोलंबो में इस प्रोजेक्ट को अडानी ग्रुप आगे बढ़ा रहा है। जानिए कैसे मिलेगी चीन को पटखनी?
कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड (Colombo West International Terminal Pvt Ltd) अदानी ग्रुप का ज्वाइंट वेंचर है जिसमें अदानी पोर्ट्स, श्रीलंका का अग्रणी एंटरप्राइज जॉन कील्स होल्डिंग्स (John Keells Holdings) और श्रीलंका पोर्ट्स अथॉरिटी (Sri Lanka Ports Authority) शामिल है।
एफएमसीजी कंपनी अडानी विल्मर के फूड ब्रांड फॉर्च्यून ने नया कैपेंन लॉन्च किया है। इसमें घर से बने खाने को प्रमोट किया गया है। साथ ही फॉर्च्यून फूड्स की विस्तृत श्रृंखला को दिखाया गया है।
राहुल गांधी ने आज एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जहां अडानी ग्रुप पर हमला बोला वहीं केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने एक विदेशी में छपी रिपोर्ट का हवाला देते हुए अडानी ग्रुप पर हमला बोला।
इजरायल पर हमास के हमले के बाद अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में बड़ी गिरावट आ गई। बाजार बंद होने पर शेयर 5.09% की गिरावट के साथ 788.50 रुपये में बंद हुआ। आपको बता दें कि इसी साल अडाणी ग्रुप ने इजरायल में हइफा बंदरगाह को करीब 1.18 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था।
पिछले 25 साल एक शानदार यात्रा रही हैं, और अब हम मुंद्रा पोर्ट के विकास में एक और अध्याय शुरू करने के लिए तैयार हैं। अदाणी ग्रुप इनगॉट, विंड-टेक, पेट्रोकेमिकल्स और कच्छ कॉपर जैसी परिवर्तनकारी प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जो इस क्षेत्र के नामको को फिर से नए फलक पर लाएगा।
कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा, ‘‘खारघर विक्रोली ट्रांसमिशन लिमिटेड (केवीटीएल) चालू हो गई है। यह मुंबई में अतिरिक्त बिजली लाने के साथ शहर की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने में सक्षम होगी।’’ केवीटीएल, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लि. की विशेष उद्देश्यीय इकाई है।
हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर बही-खातों में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था। इसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई थी। हालांकि कंपनी ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है।
हिंडनबर्ग की जनवरी में रिपोर्ट आने के बाद से टोटल का अडाणी समूह में यह पहला निवेश है। रिपोर्ट में अडाणी समूह पर लेखा और शेयरों में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। टोटल कंपनी के साथ मिलकर संयुक्त उद्यम के गठन को लेकर स्वयं या अपनी सहयोगी इकाइयों के जरिये 30 करोड़ डॉलर का और निवेश करेगी।
अडानी मामले पर अगली सुनवाई 13 अक्टूबर को होने वाली है। दरअसल 24 जनवरी को अमेरिकी निवेश एवं शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह के शेयरों में बेहिसाब तेजी के लिए हेराफेरी और वित्तीय धांधली के आरोप लगाए थे। इसके बाद से समूह की कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में करीब 150 अरब डॉलर तक की भारी गिरावट आ गई थी।
इसमें दोनों की 50-50 प्रतिशत साझेदारी होगी। संयुक्त उद्यम जापान, ताइवान और हवाई में उत्पादों के विपणन पर ध्यान केंद्रित करेगा।
अडानी विंड को ग्लोबल मार्केट में श्रृंखलाबद्ध उत्पादन शुरू करने की हरी झंडी मिल गई है। विंडगार्ड जीएमबीएच से टाइप सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के बाद ग्लोबल मार्केट में अपनी पहुंच बनाने के लिए अडानी विंड के रास्ते खुल गए हैं।
सिर्फ 24 घंटे में अडानी के नेटवर्थ में 681 मिलियन डॉलर का इजाफा दर्ज किया गया। इतनी नेटवर्थ के साथ अब गौतम अडानी दुनिया के 19वें सबसे अमीर हस्ती हैं।
OCCRP कहने को तो ये दुनियाभर के इन्वेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट्स का संगठन है, लेकिन हकीकत ये है कि ये संगठन जॉर्ज सोरोस जैसे अरबपति कारोबारी के पैसे से चलता है।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘एक मामले में, वेदांता ने यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव डाला कि खनन कंपनियां नई पर्यावरणीय मंजूरी के बिना 50 प्रतिशत तक अधिक उत्पादन कर सकें।’
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि तमाम आरोपों और सबूतों के बाद भी भारत की जांच एजेंसियां गौतम अडानी से पूछताछ क्यों नहीं कर रही हैं।
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