आर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP -संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) देश के कुछ औद्योगिक घरानों के बारे में ‘कुछ खुलासा’ कर सकता है।
समूह के प्रवर्तकों ने 10 सूचीबद्ध कंपनियों में से पांच की हिस्सेदारी जीक्यूजी पोटनर्स जैसे निवेशकों को बेची है। इससे समूह की कंपनियों के शेयरों में सुधार हुआ है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि Adani Group के शेयर की कीमतों में वृद्धि वैश्विक निवेशकों की रुचि बढ़ने के कारण है। लगता है कि निवेशकों ने डेलॉयट के हालिया मुद्दे को पीछे छोड़ दिया है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, अडाणी समूह की 10 कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन शुक्रवार को 10.96 लाख करोड़ रुपये हो गया।
Adani Group: Adani Group Market Cap: अडानी ग्रुप से जुड़े निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है। समूह को शानदार फायदा हुआ है। इसका असर सोमवार को भी देखने को मिल सकता है।
जून क्वार्टर के आखिर में अडानी एंटरप्राइजेज में जीक्यूजी पार्टनर्स की हिस्सेदारी 2.67 फीसदी पर रही जो मार्च तिमाही के आखिर में 1.43 फीसदी पर रही थी
हिंडनबर्ग ने जनवरी में अडाणी समूह पर बही-खातों में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था।
डेलॉयट ने इस्तीफा देने से पहले हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों की बाहर से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी।
डेलॉयट लेखा परीक्षक के रूप में बने रहने को तैयार नहीं थी और इसलिए, ग्राहक-लेखा परीक्षक संविदात्मक संबंध को सौहार्दपूर्ण ढंग से समाप्त करने पर सहमति हुई।
अडानी ग्रुप की कंपनी APSEZ ने एक बयान में कहा कि ऑडिट समिति का विचार है कि ऑडिट कामकाज छोड़ने के लिए डेलॉयट ने जो कारण बताए हैं, वे ठोस या पर्याप्त नहीं हैं।
Adani Group Ports: अडानी ग्रुप में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है। अडानी पोर्ट ने अच्छा मुनाफा दर्ज किया है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर में बड़ी बिकवाली देखने को मिली थी।
Adani Group: अडाणी ग्रुप के निवेशकों के लिए अच्छी खबर आई है। ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज ने अच्छा रिटर्न बनाया है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडाणी की कंपनियों पर वित्तीय अनियमितता के आरोपों के बाद यह समूह द्वारा किया गया पहला बड़ा सौदा है।
Adani Group Share News: कल अडानी ग्रुप के इस कंपनी का शेयर चर्चा में रहने वाला है। आज इस तिमाही का रिपोर्ट जारी हुआ है।
पहली तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 2,404 करोड़ रुपये हो गई जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,701 करोड़ रुपये थी।
कंपनी रजिस्ट्रार से अनुमति मिलने के बाद ही कंपनी ने यह कदम उठाया गया है। कंपनी 14 राज्यों में उपस्थिति के साथ देश की सबसे बड़ी निजी पारेषण (ट्रांसमिशन) कंपनी है।
गौतम अडाणी ने बताया कि समूह की कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 22-23 के लिए शानदार प्रदर्शन किए।
Hindenburg Controversy: हिंडनबर्ग ने कंपनी की छवि खराब करने की कोशिश की थी। अडानी ग्रुप हमेशा अपने निवेशकों के साथ खड़ा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में गैस वितरण के लिए आईजीएलको मंजूरी मिली हुई है लेकिन अडाणी टोटल गैस ने दिल्ली से सटे इलाकों में उसके दावेदारी को चुनौती दी थी।
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