खरी-खरी बोलने के लिए प्रसिद्ध सिंह ने याद दिलाया कि कैसे जब डेढ़ दशक पहले उनकी रियल एस्टेट फर्म डीएलएफ आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) ला रही थी, कनाडा की एक कंपनी ने एक रिपोर्ट लाने की धमकी दी थी।
एक दिन पहले समूह की अधिकांश कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए थे। गुरुवार को भी सुबह के सत्र में इनमें खासी तेजी देखी गई लेकिन सत्र आगे बढ़ने पर वे सुस्ती के शिकार हो गए।
अडानी पावर ने इससे पहले अगस्त 2022 में बताया था कि उसने डीबी पावर लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए समझौता किया है। कंपनी के पास छत्तीसगढ़ में 1200 मेगावाट क्षमता का एक ताप बिजली संयंत्र है।
बीएसई पर अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 1.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,778.45 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का बाजार मूल्यांकन 2.02 लाख करोड़ रुपये है।
पिछले तीन सप्ताह में समूह की कंपनियों का कुल बाजार मूल्यांकन 125 अरब डॉलर तक गिर चुका है। इस संदर्भ में सिंह ने कहा, हमारा ध्यान बाजार के इस उतार-चढ़ाव भरे माहौल में अपना कारोबारी रफ्तार जारी रखने पर केंद्रित हैं।
हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को अडाणी समूह ने खारिज कर दिया था। हालांकि, इस हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सामूहिक रूप से 120 अरब डॉलर से ज्यादा गिर गया है।
सेबी ने सुप्रीम कोर्ट को अडाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर बड़ी जानकारी दी है। आज उसका असर कंपनी के शेयर पर भी देखने को मिल रहा है।
Adani Group: अडानी ग्रुप के शेयर पर लगभग हर होज लोअर सर्किट लग जा रहा है। बाजार में कुछ ऐसे भी शेयर हैं, जिनपर अपर सर्किट लग रहा है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि ये दोनों क्या होता है? आइए जानते हैं।
Adani Group Share: अडाणी समूह की ओर से ग्रुप कंपनियों की वित्तीय सेहत को लेकर भरोसा दिए जाने के बाद भी शेयरों में बिकवाली थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में ये खबर हैरान करने वाली है।
समूह के प्रवक्ता ने कहा, हमारी प्रत्येक कंपनी का लेखा-जोखा बहुत अच्छा है। हमारे पास उद्योग जगत की सबसे मजबूत कॉरपोरेट शासन, सुरक्षित संपत्ति, मजबूत नकदी प्रवाह है और हमारी कारोबारी योजनाएं पूरी तरह वित्तपोषित है।
केंद्र सरकार और सेबी की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि बाजार नियामक और अन्य वैधानिक इकाइयां हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद उपजी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
Indian Stock Market: समय बीता, हालात बदले और बाजी वापस से भारत के पाले में आ गई। यानि कि भारत ने फिर फ्रांस को मात दे दिया और टॉप-5 की रैंकिंग वापस से हासिल कर ली। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों हुआ था? और इसमें बदलाव कैसे हुआ?
मूडीज ने शुक्रवार को बयान में कहा कि अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अडाणी ग्रीन एनर्जी रेस्ट्रिक्टेड ग्रुप, अडाणी ट्रांसमिशन स्टेप-वन लिमिटेड और अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड का साख परिदृश्य स्थिर से नकारात्मक कर दिया गया है।
बाजार में मिले-जुले रुख के बीच, अडाणी समूह की आठ कंपनियां नुकसान में रहीं, जबकि दो अन्य के शेयर लाभ के साथ बंद हुए।
एलआईसी के चेयरमैन ने वित्तीय परिणाम की घोषणा के समय संवाददाताओं से कहा, हालांकि, हमारी निवेशकों की टीम पहले ही अडाणी समूह ने स्पष्टीकरण मांग चुकी है, हमारा शीर्ष प्रबंधन उनसे इस मामले में संपर्क करेगा।
Adani Group Shares: बार्कलेज पीएलसी, स्टैंडर्ड चार्टर्ड पीएलसी और ड्यूश बैंक एजी उन बैंकों में शामिल हैं, जिन्होंने पिछले साल होल्सिम लिमिटेड की सीमेंट संपत्ति की खरीद के लिए अडानी को 4.5 बिलियन डॉलर का कर्ज दिया था। उस लोन का एक हिस्सा 9 मार्च को भरना है।
अडाणी पावर का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 96 प्रतिशत घटकर 8.77 करोड़ रुपये पर आ गया। खर्च बढ़ने की वजह से कंपनी का मुनाफा घटा है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के मद्देनजर अडाणी समूह की कंपनियों को बैंकों की तरफ से दिये गये कर्ज को लेकर विभिन्न तबकों में चिंता जतायी जा रही है।
फिच रेटिंग्स ने इस संदर्भ में अपनी एक टिप्पणी में कहा, अडाणी समूह को भारत के बैंकों का कर्ज अपने-आप में इतना अधिक नहीं है कि बैंकों के ऋण प्रोफाइल को किसी तरह का ठोस जोखिम पैदा हो सके।
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) का दिसंबर, 2022 में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 1,336.51 करोड़ रुपये रहा।
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