भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस वक्त राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए पद एवं गोपनीयता की शपथ ले रहे थे। उसी समय नई दिल्ली से हजारों किमी दूर संयुक्त अरब अमीरात में यूएई के शेख और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती की एक तस्वीर दिखाई दी।
देश में मंगलौर में स्थापित कच्चे तेल के भूमिगत सामरिक भंडारण सुविधा के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की कंपनी अबुधाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) से कच्चे तेल से लदा पहला जहाज सोमवार को यहां पहुंचा।
ONGC विदेश के साथ हुए करार के तहत आबू धाबी की इस ऑयल फील्ड से निकलने वाले कच्च तेल के करीब 10 प्रतिशत हिस्से पर ONGC विदेश लिमिटेड का हक होगा, 9 मार्च 2018 से यह करार लागू हो जाएगा।
यदि भारत पाक के साथ युद्ध करता है तो सबसे पहले जिस चीज की बलि चढ़ेगी वह होगी, भारत को मिले दुनिया में सबसे तेज विकसित होती अर्थव्यवस्था का तमगा।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अपनी तरह के पहले समझौते के तहत भारत की रणनीतिक तेल भंडार सुविधाओं में अपना कच्चा तेल रखने पर सहमत हो गया है।
संपादक की पसंद