इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे काफी चौंकाने वाले रहे। हरियाणा के दंगल में कई ऐसी सीटें हैं, जहां बड़े चेहरे को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा, सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है।
हरियाणा की सभी सीटों पर एक अक्टूबर को मतदान होना है। मतों की गणना 4 अक्टूबर को की जाएगी। मौजूदा विधायक अभय चौटाला एक बार फिर ऐलनाबाद सीट से चुनावी रण में उतरे हैं। आइये जानते हैं इस सीट का समीकरण क्या कहता है।
हरियाणा में बसपा और इनेलो मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। बसपा नेता आकाश आनंद ने कहा कि हम एक मजबूत नींव वाली मजबूत सरकार बनाने में सक्षम होंगे जो सभी समुदायों और जातियों के लिए समानता पर आधारित होगी।
जब लीलाराम से सवाल किया गया कि क्या आप अभय सिंह टौटाला के साथ तो नहीं जा रहे तो इस पर उन्होंने कहा कि मैं इतनी जल्दबाजी में फैसला लेने वाला नहीं हूं। मैं 34-35 साल इनेलो में रहा। बीच में कई बार सरकार रही। नहीं रही तो भी इनेलो में रहा।
अभय चौटाला ने चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए बड़ा बयान दिया है। चौटाला ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए जाति के आधार पर वोट मांगे हैं। अभय चौटाला ने कहा कि यो जाट और बणिया की लड़ाई है, मैं तो तुम्हारी तरह खेती करने वाला हूं।
BJP पर तीखा हमला बोलते हुए इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि 400 सीट जीतने का नारा देने वाली पार्टी को कांग्रेस से उम्मीदवार उधार लेने पड़ रहे हैं ।
अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि हिसार एयरपोर्ट को इंटरनेशनल घोषित करके सरकार के करीबी लोगों ने वहां के किसानों की जमीनें बहुत कम दाम पर खरीद लीं, जिससे आगे मुनाफा कमा सकें।
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला को कुल मिलाकर 65,992 वोट मिले।
Abhay Singh Chautala के खिलाफ पिछले विधानसभा चुनाव में असफल रहे बेनीवाल हाल में भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए थे। चौटाला ने 2000 में सिरसा जिले में रोरी विधानसभा उपचुनाव जीता था। उ
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने शनिवार को इनेलो नेता व पूर्व विधायक अभय चौटाला पर भाजपा का सहयोग करने का आरोप लगाया।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पर राजनीतिक दलों के नेताओं का पहुंचना जारी है।
इंडियन नेशनल लोक दल के विधायक अभय सिंह चौटाला ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है।
केंद्र सरकार से हाल के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग स्वीकार करने की मांग करते हुए इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने शुक्रवार को कृषकों के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के शिरोमणि अकाली दल (SAD) द्वारा बनाये जाने वाले किसी भी मोर्चे में शामिल होने की इच्छा प्रकट की।
दोनों भाइयों के बीच मुलाकात ने चौटाला परिवार के शुभचिंतकों तथा उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच उम्मीद पैदा कर दी है कि पारिवारिक झगड़ा जल्द ही बीते जमाने की बात हो सकती है।
तिहाड़ जेल में बंद अजय चौटाला को फर्लो मिला है। अब अजय चौटाला 14 दिनों के लिए जेल से बाहर आएंगे। सूत्रों की मानें तो अजय आज देर शाम या कल सुबह तिहाड़ से निकलेंगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर, 2 बार मुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता और पूर्व लोकसभा सांसद दुष्यंत चौटाला समेत दमाम दिग्गज इस बार हरियाणा के चुनावी दंगल में एक-दूसरे को पटखनी देने की कोशिश में हैं।
इस समय देश के राजनीतिक दलों में किसानों को अलग-अलग मोर्चों पर राहत देने का वादा करने की होड़-सी मची है।
अजय से पहले ओम प्रकाश चौटाला दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला को भी पार्टी से निकाल चुके हैं, दुष्यंत और दिग्विजय दोनो अजय चौटाला के ही बेचे हैं
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