PM Modi On UCC: पएक देश में एक प्रधानमंत्री ही होगा। फिर चाहे वो कोई भी हो। ठीक उसी तरह. एक देश में एक कानून ही चलेगा। किसी एक धर्म की नहीं चलेगी। मोदी ने कल यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात की और आज प्रधानमंत्री के दुश्मनों ने उसे डिवाइडिंग सिविल कोड कहकर फैलाना शुरु कर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना की सिफारिश पर सीएम आवास में हुए मरम्मत पर हुए खर्च के सीएजी ऑडिट का निर्देश दिया है। माना जा रहा है कि केंद्र के अध्यादेश के बाद अब एक और बड़ी चुनौती दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने मुंह बाए खड़ी है।
Muqabla: विपक्षी एकता की पहली बड़ी बैठक में ही पेंच फंसता दिख रहा है. आम आदमी पार्टी ने शर्त रखी है कि केंद्र सरकार के ट्रांसफर-पोस्टिंग अध्यादेश पर कांग्रेस अपना स्टैंड क्लीयर करे, केजरीवाल का पूरा लवाजमा पटना पहुंच चुका है. मगर केजरीवाल बैठक में शामिल होंगे या नहीं इस पर सवाल खड़ा हो गया है.
आम आदमी पार्टी ने वशराम सगाथिया पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाकर उन्हें निष्कासित कर दिया था।
आज सबसे बड़ा टकराव दिखा केजरीवाल की आम आदमी पार्टी औऱ राहुल गांधी की कांग्रेस के बीच आज कांग्रेस ने साफ साफ कह दिया कि वो लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ दिल्ली और पंजाब में कोई समझौता नहीं करेगी.
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कांग्रेस पर तंज कसा है और साथ ही खुला ऑफर भी दिया है। आप नेता ने कहा कि आप दिल्ली-पंजाब से चुनाव ना लड़ें तो हम भी एमपी-राजस्थान से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि केजरीवाल सरकार अपने कोविड योद्धाओं के परिवारों की देखभाल के लिए प्रतिबद्ध है। दूसरों की जान बंचाने के लिए खुद को कुर्बान करने वाले कोरोना योद्धाओं के परिजनों को केजरीवाल सरकार आर्थिक मदद दे रही है,
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल एक बार फिर 12 साल बाद रामलीला मैदान से हुंकार भरेंगे। 'आप' की ओर से यह महारैली केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ आयोजित की जा रही है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को मायूसी मिली है लेकिन इस बीच जालंधर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है।
दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकार वाले विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि अफसरों की पोस्टिंग और ट्रांसफर का अधिकार दिल्ली सरकार के पास होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर की इतनी चर्चा हो रही है..जितनी किसी मुख्यमंत्री की भी नहीं हो रही है...सब पूछ रहे हैं कि आखिर वो घर कैसा है जिसे सजाने में 45 करोड़ रूपये खर्च हो गए...आपने अब तक केजरीवाल के घर पर लगे पर्दों, मार्बल, टीवी, वार्डरोब की कीमत तो सुन ली होगी.
Arvind Kejriwal House Renovation Row Updates: केजरीवाल महल देखने में कैसा है. इसको लेकर सभी की उत्सुकता बनी हुई थी, जो बंगला 45 करोड़ में बना है. उसका लुक कैसा है ?, इसमें सभी की दिलचस्पी बनी हुई थी. अब इस रहस्य से भी पर्दा उठ गया है.
ED की दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कहा गया कि मनीष सिसोदिया के सचिव ने राघव चड्ढा का नाम लिया। जबकि महेंद्रू ने इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लिया था। सिसोदिया और आप नेताओं ने रिश्वत लेनेदेन की साजिश रची थी।
राउज़ एवेन्यु कोर्ट ने अब्दुल रहमान को सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल पर हमला करने और धमकाने के मामले में दोषी करार दिया गया है। इसके साथ ही कोर्ट ने उनकी पत्नी आसमा को दोषी करार दिया है।
एक डायलॉग याद होगा आपको...जिनके घर शीशे के होते हैं..वो दूसरों के घर पर पत्थर नहीं मारते। लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने ही बिछाए जाल में फंसते जा रहे हैं।
CM Arvind Kejriwal Hosue Row: ईमानदारी पर खुद को कट्टर बताने वाले अरविंद केजरीवाल सवालों के फांस में फंसते जा रहे हैं. आपको उनका बड़बोला दावा तो याद ही होगा. उन्होंने जब ये तक कह दिया था कि अगर वो ईमानदार नहीं हैं तो समझिए देश में कोई ईमानदार नहीं है. दावे इतने बड़े लेकिन हकीकत इतने बदरंग.
घर में रेनोवेशन करवाया ठीक है,...लेकिन क्या इसके लिए नियम कायदों का पालन हुआ ? आरोप है कि अरविंद केजरीवाल ने ये 45 करोड़ रुपये नियमों को बायपास करके मंजूर करवाए और अपने घर में लगाए..ना टेंडर निकला ना वर्क ऑर्डर..45 करोड़ का काम एक बार में कराते तो ओपन टेंडर निकालना पड़ता.
अरविंद केजरीवाल ने अपने घर में एक करोड़ के तो पर्दे ही लगवा लिए..क्या से क्या हो गए देखते देखते, तब केजरीवाल कहते थे मुझे किसी महापुरुष ने कहा है आदमी को अपनी औकात कभी नहीं भूलनी चाहिए. मैं अपने छोटे से 4-5 कमरे के घर में खुश हूं.इससे ज्यादा की मेरी औकात नहीं.
BJP vs AAP: ईमानदारी पर खुद को कट्टर बताने वाले अरविंद केजरीवाल सवालों के फांस में फंसते जा रहे हैं. आपको उनका बड़बोला दावा तो याद ही होगा. उन्होंने जब ये तक कह दिया था कि अगर वो ईमानदार नहीं हैं तो समझिए देश में कोई ईमानदार नहीं है. दावे इतने बड़े लेकिन हकीकत इतने बदरंग.
आज अरविन्द केजरीवाल नए विवाद में फंस गए. केजरीवाल के घर को रेनोवेट करने पर 44 करोड़ रूपए से ज्यादा खर्च किए जाने की बात सामने आई है. पता लगा है कि दिल्ली के चीफ मिनिस्टर हाउस में आठ आठ लाख रूपए के पर्दे लगे हैं. कुल 23 पर्दे लगाए गए हैं घर की फ्लोरिंग के लिए मार्बल बियतनाम से मंगवाया गया.
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