पुलिस अधिकारियों ने भले ही अजनाला थाने में हालात को शांत करने में अपनी परिपक्वता दिखाई लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी सरकार को यह समझना चाहिए कि कट्टरपंथियों के खिलाफ नरमी बरतने से काम नहीं चलेगा।
सुरक्षा एजेंसियों ने राहुल गांधी के चारों तरफ जो बाहरी सुरक्षा घेरा बनाया था वह भीड़ बढ़ने के चलते टूट गया। सुरक्षा बलों के लिए भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
सवाल सिर्फ मोदी का नहीं है। देश की सबसे बड़ी अदालत के फैसले का भी है। देश के आत्मसम्मान का भी है। दंगे आज से 20 साल पहले हुए थ। डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले BBC के लोग देश से बाहर के हैं। यह मामला निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सुना जा चुका है।
आम आदमी पार्टी के नेताओं को डर था कि बीजेपी मेयर और डिप्टी मेयर पदों पर जीत हासिल करने की कोशिश कर सकती है। AAP विधायक आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने उम्मीदवार को मेयर बनाने के लिए 'धोखाधड़ी' का सहारा ले रही है।
शिमला में जो ड्रामा हो रहा है वह कांग्रेस के लिए नई बात नहीं हैं। इस तरह की तस्वीरें और नारेबाजी हम कर्नाटक और राजस्थान में देख चुके हैं।
मोदी हर चुनाव को पूरी तैयारी और मजबूत रणनीति के साथ लड़ते हैं, ये उनकी फितरत है। इसीलिए वो एक के बाद एक चुनाव जीतते जाते हैं। अगर कांग्रेस के सबसे बड़े चुनाव प्रचारक राहुल गांधी से उनकी तुलना करें तो फर्क साफ नजर आएगा।
महाराष्ट्र पुलिस को लिखी श्रद्धा की चिट्ठी सामने आई और जो खुलासा हुआ है, वह पूरे सिस्टम और समाज पर भी सवाल उठाता है। अगर श्रद्धा को लगता था कि आफताब उसके टुकड़े-टुकड़े कर देगा तो ऐसी क्या मजबूरी थी कि वह आफताब के साथ रह रही थी ?
स्टिंग ऑपरेशन देखने के बाद यह तो साफ है कि आम आदमी पार्टी के कुछ नेता MCD का टिकट देने के लिए 80 लाख रुपये मांग रहे हैं। इससे पहले भी दिल्ली में टिकट के बदले कैश का स्टिंग हुआ था। दोनों स्टिंग आम आदमी पार्टी के लोगों ने ही किए हैं।
पहले भारत मदद के लिए दुनिया की ओर देखता था, अब दुनिया भारत की ओर मदद के लिए देखती है। नरेन्द्र मोदी ने अच्छा किया कि उन्होंने इंडोनेशिया की धरती पर खड़े होकर पूरी दुनिया को बताया कि भारत कहां-कहां और किस-किस क्षेत्र में नंबर वन है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में हत्या कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को आदेश दिया कि उम्रकैद की सजा काट रहे सभी 6 दोषियों को रिहा किया जाए। इस फैसले के सामने आने के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
पंजाब में हिंदू नेताओं के बीच डर का माहौल है। उन्हें कनाडा और पाकिस्तान से धमकी भरे फोन कॉल्स आ रहे हैं। 4 नवंबर को शिवसेना (टकसाली) के अध्यक्ष सुधीर सूरी की हत्या के बाद इस तरह के कॉल्स आने से पंजाब पुलिस भी अलर्ट हो गई है। पुलिस ने हिंदू नेताओं को घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी है।
ग़रीब सवर्णों के कोटे पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने 3:2 के बहुमत से संविधान के 103वें संशोधन की वैधता को बरकरार रखते हुए ऐतिहासिक फैसला सुनाया। यानी अब जनरल कैटेगरी में आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण होगा ।
दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण की वजह से जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार के कई दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा गया है और प्राइवेट ऑफिसों को भी ऐसा करने की सलाह दी गई है। हालांकि सीएम केजरीवाल प्रदूषण के मुद्दे पर अलग ही राग अलाप रहे हैं।
इस कातिलाना हमले का असर आने वाले दिनों में पाकिस्तान की सियासत पर दिखाई देगा। यह एक नए खतरे का संकेत है। इस मामले में जिस तरह की बयानबाजी हो रही है वो और भी खतरनाक है।
किसी प्राइवेट पार्टी को पुल लीज पर देने से नगरपालिका का काम खत्म नहीं हो जाता। क्या किसी सीनियर अधिकारी ने मौके पर जाकर कभी ये जांच की कि पुल की ठीक से मरम्मत हो रही है या नहीं ? पुलिस ने कंपनी के मालिक से पूछताछ क्यों नहीं की ?
लंदन में वर्ल्ड कंसल्टिंग एंड रिसर्च कॉर्पोरेशन द्वारा एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में इंडिया टीवी की धूम रही। समारोह में इंडिया टीवी की मैनेजिंग डायरेक्टर रितु धवन को World's Best Leader 2022 के सम्मान से सम्मानित किया गया।
अच्छा तो यह होता कि केजरीवाल इस तरह के बयानों की निंदा करते और अपनी पार्टी के गुजरात ईकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को शालीनता का पाठ पढ़ाते। उनको समझाते और उनसे ये सारे बयान वापस लेने को कहते।
अशोक गहलोत अनुभवी मुख्यमंत्री हैं और मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि वे हालात का अंदाजा लगाने में फेल कैसे हो गए?
यूसुफ अली को बदनाम करने और विवादों में डालने के लिए मॉल में नमाज का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया और फिर सुंदर कांड पढ़ने वाले भी मैदान में उतार आए। अगर वक्त रहते यूपी पुलिस ने एक्शन नहीं लिया होता तो बात बिगड़ सकती थी।
शिंजो आबे को यकीन था कि इक्कीसवीं सदी में भारत दुनिया की बड़ी ताकत होगा। 2007 में भारत की संसद को संबोधित करते हुए आबे ने कहा था कि जापान और भारत की दोस्ती, दो महासागरों यानी हिंद और प्रशांत महासागरों का मेल है।
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