अब हेमंत सोरेन सहयोगी दलों को इस बात के लिए तैयार कर रहे हैं कि अगर उनको गिरफ्तार किया जाता है, तो उनकी पत्नी को मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार करें। लेकिन ये इतना आसान नहीं होगा क्योंकि इस मामले में गठबंधन तो दूर की बात, परिवार में भी एक राय नहीं हैं।
बिहार के बाद अब झारखंड में बदलाव की बयार है. 40 घंटे से गायब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज मिल गए. दिल्ली से अन्तर्ध्यान हुए थे, रांची में प्रकट हो गए.
हेमंत सोरेन की पार्टी के लोग कहेंगे कि ये सब चुनाव को देखते हुए हो रहा है। उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है लेकिन ये सब कहने से काम नहीं चलेगा, जवाब देना पड़ेगा, हेमंत सोरेन को इस मामले में लालू यादव से सीखना चाहिए। लालू को ED ने बुलाया और लालू पहुंच गए।
लैंड फॉर जॉब स्कैम के केस में लालूी यादव से आज पटना में ED के अफसरों ने करीब आठ घंटे तक पूछताछ की....लालू को सुबह ग्यारह बजे बुलाया गया था...और लालू बिल्कुल वक्त पर ED के दफ्तर पहुंच गए...उनके साथ उनकी सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती भी थीं.
चूंकि नीतीश ये जानते हैं कि इस वक्त बीजेपी और लालू दोनों को उनकी जरूरत है, वो जिसके साथ जाएंगे उसे फायदा होगा, इसीलिए नीतीश चाहेंगे कि बीजेपी ठोस वादा करे। उसके बाद बात आगे बढ़े। बीजेपी नीतीश को मुख्यमंत्री बनाए रखेगी इसमें फिलहाल कोई दिक्कत नहीं हैं लेकिन सवाल ये है कि फिर रुकावट कहां है?
बिहार में फिर बदलाव की बयार है...कारण फिर से नीतीश कुमार हैं .नीतीश कुमार फिर पाला बदल सकते हैं....लालू को छोड़ मोदी से मिल सकते हैं .. पिछले चौबीस घंटों में इसके कई संकेत मिले....पटना से लेकर दिल्ली तक कई डेवलमेंट हुए...सबका केन्द्र नीतीश कुमार हैं. नीतीश कुमार ने कल परिवारवाद की आलोचना की.
भगवंत मान ने कहा कि बंगाल में हो सकता है ममता बनर्जी तो शायद मान भी जाएं लेकिन पंजाब में ये तय है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन नहीं होगा।
आज एंटी मोदी मोर्चा कई जगह से टूट गया. गठबंधन में कई बड़ी बड़ी दरारें दिखाई देने लगीं. ममता बनर्जी(Mamata Banerjee) ने एलान कर दिया कि बंगाल में तृणमूल पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस(Congress) के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ है। लोग भगवान राम के दर्शन के लिए बेताब हैं। व्यवस्थाओं को संभालने में प्रशासन को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
आज एतिहासिक दिन है..इस समय पूरे देश में दिवाली मनाई जा रही है, घर घर , गली गली दीप जलाए गए है, .पांच सौ सालों के बाद भगवान राम फिर अयोध्या में पधारे हैं, भव्य राम मंदिर में विराजे हैं
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू हो चुका है। एक तरफ पूरा देश राममय नजर आ रहा तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दलों ने इस वृहद आयोजन से दूरी बना रखी है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने देश के मूड की उपेक्षा की है।
सरयू में स्नान करते जो शख्स दिख रहे हैं, उनका नाम है अनिल मिश्रा. अनिल मिश्रा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मेंबर हैं और अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर जो वैदिक कर्मकांड और अनुष्ठान होने हैं.
मुझे लगता है कांग्रेस और दूसरे मोदी विरोधी दलों ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में न जाने का फैसला करके गलती की है। खासतौर पर 52 सीटों वाली कांग्रेस ने एक बड़ा अवसर अपने हाथ से गंवा दिया है। कांग्रेस को तो ये समझना चाहिए था कि देश के जो करोड़ों लोग हैं, वो रामलला का मंदिर बनने से उत्साहित हैं।
कांग्रेस के कई नेताओं ने आज अयोध्या में स्नान किया. यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने पार्टी नेताओं अविनाश पांडे, दीपेंद्र हुड्डा, अखिलेश प्रताप सिंह के साथ अयोध्या में सरयू नदी में डुबकी लगाई.
आज कांग्रेस के दो प्रवक्ताओं ने बाक़ायदा प्रेस कांफ्रेंस करके बीजेपी(BJP) को और खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(PM Narendra Modi) को कोसा. पवन खेड़ा ने कहा कि बीजेपी ने धर्म को तमाशा बना दिया है.
आज राममंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कांग्रेस ने एक नया विवाद छेड़ने की कोशिश की.....कांग्रेस के नेताओं ने कहना शुरू कर दिया कि शंकराचार्यों को प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में न बुलाकर बीजेपी ने हिन्दुओं को बांटने की साजिश की है.
असल में शुरुआत उद्धव ठाकरे ने की थी ,पहली गलती उद्धव की थी, उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, 56 सीटें जीतीं और इतनी सीटों के दम पर ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग पर अड़ गये, ये धोखा था। यहीं से ये सारा किस्सा शुरू हुआ।
अगर नरेंद्र मोदी राम मंदिर के निर्माण में इतनी तत्परता नहीं दिखाते, इस काम की लगातार निगरानी न करते, तो राम मंदिर इतनी जल्दी और इतना शानदार न बन पाता। रामलला को उनका घर दिलाने के अवसर को, प्राण प्रतिष्ठा को भी नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रुचि लेकर, भव्य और दिव्य बनाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है ।
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी देखने के लिए...अयोध्या पहुंचे योगी आदित्यनाथ सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर गए...वहां बजरंगबली की पूजा-अर्चना की...उसके बाद योगी सीधे रामलला के दर्शन करने पहुंचे....उनका आशीर्वाद लिया....इसके बाद योगी आदित्यनाथ सीधे उस जगह पहुंचे, जहां भगवान राम का नया मंदिर बना है
Lakshadweep Vs Maldives Row: मालदीव और भारत के बीच टेंशन की शुरुआत उस वक़्त से हुई, जब चार जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी अपने लक्षद्वीप दौरे की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं... वहां की नेचुरल ब्यूटी की तारीफ़ की और भारतीय नागरिकों से अपील भी की.
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