अगर सारे चुनाव एक साथ हों तो लाखों करोड़ रूपए बचेंगे, वक्त बचेगा और ये संसाधन दूसरे कामों में लगाए जा सकते हैं। लेकिन एक देश, एक चुनाव का लक्ष्य फिलहाल आसान नहीं लगता क्योंकि संविधान में तमाम संसोधन करने होंगे।
पार्टी के सभी सीनियर नेताओं को मान दिया गया, चाहे नितिन गडकरी हों या पीयूष गोयल। उन्हें सम्मानजनक तरीके से अपनी पसंद की सीटें दी गईं, किसी भी ऐसे नेता का टिकट नहीं काटा गया।
बीजेपी ने हरियाणा में चुनाव से पहले जिस तरह नेतृत्व परिवर्तन का फैसला किया, उस तरह के प्रयोग बीजेपी ने पहले भी किए हैं। कर्नाटक को छोड़कर बाकी जगह बीजेपी की रणनीति सफल रही। इसलिए हो सकता है खट्टर को बदलने के पीछे दस साल की एंटी इनकंबैसी से बचने की रणीनीति हो।
आज नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.....विधायक दल के नेता के तौर पर नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रखा.....सैनी खट्टर के करीबी हैं....हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष हैं....इस वक्त कुरूक्षेत्र से बीजेपी के सांसद हैं.
CAA का भारतीय नागरिकों से सरोकार नहीं हैं। इसमें किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं जाएगी। ये कानून सिर्फ पड़ोसी देशों में जुल्मों की शिकार अल्पसंख्यकों की मदद के लिए हैं। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भागकर भारत आने वाले हिन्दू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसियों के लिए हैं।
लोकसभा चुनावों से पहले केंद्र सरकार ने CAA का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अब पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत में 2014 से पहले आए गैर मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिलना शुरू हो जाएगी।
मुश्किल ये है कि जो भारतीय नौजवान रूस और यूक्रेन की जंग में फंस गए हैं, उन्हें जंग के मैदान में भेजने में न तो भारत सरकार की और न ही रूसी सरकार की कोई भूमिका है। ये लोग प्राइवेट एजेंट्स के चक्कर में फंसे और उन्हें प्राइवेट रशियन सशस्त्र ग्रुप के हवाले कर दिया जिनका रूसी सेना से कोई लेना देना नहीं।
बख्शी स्टेडियम में बारह बजे सभा शुरू होनी वाली थी, लेकिन लोगों के पहुंचने का सिलसिला सुबह सात बजे से शुरू हो गया, वो भी सुबह दो डिग्री की ठंड में। अनंतनाग, बारामूला, बडगाम, बांदीपोर, गांदरबल, कुपवाड़ा, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां समेत हर इलाके से लोग श्रीनगर पहुंचे।
आज कश्मीर से सैकड़ों लोगों ने अपनी बात हमारे कैमरे पर कही....वक्त की कमी है...इसलिए सबकी बात तो नहीं सुनवा सकता हूं....लेकिन जिन लोगों की बात मैंने सुनवाई, उससे इतना तो साफ है कि कश्मीर में बदलाव तो आया है....वरना पहले तो लोग खुलकर बोलने से भी डरते थे....हालांकि आज बख्शी स्टेडियम में प्रधानमंत्री का
चूंकि ममता लगातार शेख शाहजहां को बचाने की कोशिश कर रही हैं, इसलिए उनके खिलाफ महिलाओं में गुस्सा पनप रहा है। अगर ममता ने पहले ही दिन शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया होता, उसे जेल भेजा होता, तो शायद ये मामला इतना न बढ़ता।
Aaj Ki Baat: Shahjahan Sheikh की रात कहां कटेगी, क्या ये गलती ममता को महंगी पड़ेगी ?
जहां तक ए.राजा का बयान है तो इसमें मैं दो बातें कहना चाहता हूं। पहला ये कि अब ये तर्क नहीं चलेगा कि अभिव्यक्ति की आजादी है, कोई कुछ भी बोल सकता है। सोमवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने हिन्दुत्व की तुलना मलेरिया और डेंगू से करने वाले DMK नेता उदयनिधि स्टालिन को फटकार लगाई थी।
बीजेपी लोकसभा की बची हुई सीटों पर फैसला 8 मार्च को कर सकती है। 8 मार्च को बीजेपी ने सेंट्रल इलेक्शन कमिटी की मीटिंग बुलाई है।
लगता है विरोधी दलों के नेता मोदी की लाइन पकड़ ही नहीं पाए और लालू ने मोदी के परिवार पर सवाल उठा कर वही गलती कर दी, जो राहुल गांधी ने पिछले चुनाव में चौकीदार पर सवाल उठा कर की थी।
आज तीन बड़े पॉलिटिकल डेवपलमेंट हुए. उत्तर प्रदेश में भी इंडी एलायन्स(INDI Alliance) को झटका लग सकता है. राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयन्त चौधरी(Jayant Chaudhary) ने दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात की है.
काशी में ज्ञानवापी परिसर को लेकर हो रहा विवाद आज और बढ़ गया. आज ये खबर आई कि ज्ञानवापी परिषद में मौजूद व्यास जी के तहखाने में आठ मूर्तियां स्थापित कर दी गईं. ज्ञानवापी के सर्वे में दस मूर्तियां मिली थीं, ASI ने इन मूर्तियों को ट्रेजरी में रखवा दिया था.
ज्ञानवापी का मामला बहुत नाजुक है। ये सही है कि व्यास जी के तहखाने में 1993 तक पूजा होती थी। ये भी सही है कि कोर्ट ने उसी परंपरा को बहाल किया है। ये फैसला अदालत का है, ये किसी राजनीतिक दल या सरकार का फैसला नहीं है।
झारखंड में पिछले चौबीस घंटे से कोई सरकार नहीं है. हेमंत सोरेन ने कल इस्तीफा दिया. आज कोर्ट ने उन्हें ज्यूडीशियल कस्टडी में जेल भेज दिया और चंपाई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया.
बहरहाल, हेमंत सोरेन के सारे दांवपेंच फेल हो गए। दो महीने तक भागने के बाद वो ED के शिंकजे में आ गए। अब उनसे ED की हिरासत में पूछताछ की जाएगी।
झारखंड में अब चम्पई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। विधायक दल की बैठक में यह फैसला लिया गया। हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है.
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