सार्वजनिक तौर पर अब तक आम आदमी पार्टी का स्टैंड यही रहा है कि केजरीवाल को अगर जेल जाना पड़ा तो भी वो मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ेंगे, ना ही पार्टी के संयोजक पद से इस्तीफा देंगे। वो जेल से ही पार्टी और सरकार दोनों चलाएंगे लेकिन ये व्यावहारिक रूप से सम्भव नहीं है।
कांग्रेस का एक भी बैंक अकाउंट फ्रीज नहीं हुआ। देश भर में कांग्रेस पार्टी के 100 से ज्यादा अकाउंट हैं जिनमें अलग अलग जगह करोड़ों रुपये जमा हैं। इनमें से दिल्ली के पांच बैंकों के 11 अकाउंट्स से इनकम टैक्स ने अपने बकाया पैसे की रिकवरी की है। इन 11 अकाउंट्स को भी फ्रीज नहीं किया गया।
केजरीवाल ने ED के 9 समन को ठुकरा दिया, हाईकोर्ट में ED के नोटिस को चुनौती दी, कोर्ट में भी केजरीवाल की तरफ से यही कहा गया कि ये एक राजनीतिक बदले की कार्रवाई है और उन्हें चुनाव में कैंपेन करने से रोकने के लिए, गिरफ्तार किया जा रहा है।
ये बात अचरज में डालने वाली है कि साजिद और जावेद इन मासूम बच्चों के परिवार को जानते थे, इन बच्चों के मां-बाप ने साजिद और जावेद की मदद की थी, फिर भी उन्होंने ऐसी बर्बरता की।
दायूं डबल मर्डर केस में अबतक साजिद ने दो बच्चों की हत्या क्यों की, इसका कारण पता नहीं चल पाया है। अब इस हत्याकांड में बड़ा खुसाला हुआ है। हत्या का आरोपी साजिद, जो एनकाउंटर में मारा गया है उसने बच्चों की हत्या करने से पहले उनकी मां से पांच हजार रुपये मांगे थे।
मोदी की राजनीति बिल्कुल अलग तरह की है। वह दूर की सोचते हैं। पिछले 10 साल में उन्होंने तमिलनाडु के लोगों के दिलों को छूने की कोशिश की है। इसके बहुत सारे उदाहरण हैं।
राज ठाकरे के दिल्ली दौरे से महाराष्ट्र की राजनीति में काफी हलचल है. राज ठाकरे अपने बेटे अमित ठाकरे के साथ कल से दिल्ली में हैं. आज बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े ने होटल जाकर राज ठाकरे के साथ लंबी मीटिंग की इसके बाद राज ठाकरे अपने बेटे के साथ होम मिनिस्टर अमित शाह से मिलने उनके घर पहुंचे.
राहुल गांधी हर थोड़े दिन में कुछ ऐसा कह देते हैं कि उनकी पार्टी के लोग भी परेशान हो जाते हैं। सारी ताकत सफाई देने और लीपापोती करने में लग जाती है। कांग्रेस के एक नेता कह रहे थे कि, क्या करें? राहुल जी full toss फेकेंगे, तो मोदी जी sixer तो लगाएंगे ही।
बिहार में आज NDA में शामिल पांच पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया....दिल्ली में बिहार बीजेपी के प्रभारी महासचिव विनोद तावड़े ने एलान किया कि बिहार की चालीस लोकसभा सीटों में 17 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार मैदान में होंगे....नीतीश कुमार की जेडीयू को 16 सीटें मिली हैं.
अगर सारे चुनाव एक साथ हों तो लाखों करोड़ रूपए बचेंगे, वक्त बचेगा और ये संसाधन दूसरे कामों में लगाए जा सकते हैं। लेकिन एक देश, एक चुनाव का लक्ष्य फिलहाल आसान नहीं लगता क्योंकि संविधान में तमाम संसोधन करने होंगे।
पार्टी के सभी सीनियर नेताओं को मान दिया गया, चाहे नितिन गडकरी हों या पीयूष गोयल। उन्हें सम्मानजनक तरीके से अपनी पसंद की सीटें दी गईं, किसी भी ऐसे नेता का टिकट नहीं काटा गया।
बीजेपी ने हरियाणा में चुनाव से पहले जिस तरह नेतृत्व परिवर्तन का फैसला किया, उस तरह के प्रयोग बीजेपी ने पहले भी किए हैं। कर्नाटक को छोड़कर बाकी जगह बीजेपी की रणनीति सफल रही। इसलिए हो सकता है खट्टर को बदलने के पीछे दस साल की एंटी इनकंबैसी से बचने की रणीनीति हो।
आज नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.....विधायक दल के नेता के तौर पर नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रखा.....सैनी खट्टर के करीबी हैं....हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष हैं....इस वक्त कुरूक्षेत्र से बीजेपी के सांसद हैं.
CAA का भारतीय नागरिकों से सरोकार नहीं हैं। इसमें किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं जाएगी। ये कानून सिर्फ पड़ोसी देशों में जुल्मों की शिकार अल्पसंख्यकों की मदद के लिए हैं। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भागकर भारत आने वाले हिन्दू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसियों के लिए हैं।
लोकसभा चुनावों से पहले केंद्र सरकार ने CAA का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अब पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत में 2014 से पहले आए गैर मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिलना शुरू हो जाएगी।
मुश्किल ये है कि जो भारतीय नौजवान रूस और यूक्रेन की जंग में फंस गए हैं, उन्हें जंग के मैदान में भेजने में न तो भारत सरकार की और न ही रूसी सरकार की कोई भूमिका है। ये लोग प्राइवेट एजेंट्स के चक्कर में फंसे और उन्हें प्राइवेट रशियन सशस्त्र ग्रुप के हवाले कर दिया जिनका रूसी सेना से कोई लेना देना नहीं।
बख्शी स्टेडियम में बारह बजे सभा शुरू होनी वाली थी, लेकिन लोगों के पहुंचने का सिलसिला सुबह सात बजे से शुरू हो गया, वो भी सुबह दो डिग्री की ठंड में। अनंतनाग, बारामूला, बडगाम, बांदीपोर, गांदरबल, कुपवाड़ा, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां समेत हर इलाके से लोग श्रीनगर पहुंचे।
आज कश्मीर से सैकड़ों लोगों ने अपनी बात हमारे कैमरे पर कही....वक्त की कमी है...इसलिए सबकी बात तो नहीं सुनवा सकता हूं....लेकिन जिन लोगों की बात मैंने सुनवाई, उससे इतना तो साफ है कि कश्मीर में बदलाव तो आया है....वरना पहले तो लोग खुलकर बोलने से भी डरते थे....हालांकि आज बख्शी स्टेडियम में प्रधानमंत्री का
चूंकि ममता लगातार शेख शाहजहां को बचाने की कोशिश कर रही हैं, इसलिए उनके खिलाफ महिलाओं में गुस्सा पनप रहा है। अगर ममता ने पहले ही दिन शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया होता, उसे जेल भेजा होता, तो शायद ये मामला इतना न बढ़ता।
Aaj Ki Baat: Shahjahan Sheikh की रात कहां कटेगी, क्या ये गलती ममता को महंगी पड़ेगी ?
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