प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा देश की अर्थव्यवस्था के बारे में एक दीर्घकालीन दृष्टिकोण से काम किया। 2014 में अरुण जेटली ने मोदी सरकार का पहला बजट पेश किया था। अगर आप गौर से देखें तो तब से लेकर इस साल तक के सभी सालाना बजट आपस में जुड़े हुए हैं।
कांग्रेस के नेता खुश हैं कि यात्रा की वजह से राहुल गांधी ने अपने आप को नीतीश कुमार और के चंद्रशेखर राव जैसे नेताओं के मुकाबले बड़ा नेता साबित कर दिया।
Hindenburg Research On Gautam Adani: गौतम अडानी ने अपने ऊपर लगे उन सारे इलज़ामात के बारे में खुल कर सफाई दी है. जिनकी वजह से वो तीन दिन में दुनिया के अमीरों की रैंकिंग में तीन नंबर से सात नंबर पर आ गए. आज अडानी ग्रुप ने उन सारे सवालों के जवाब दिए हैं. जो हिंडनबर्ग की उस रिपोर्ट में पूछे गए थे.
सुरक्षा एजेंसियों ने राहुल गांधी के चारों तरफ जो बाहरी सुरक्षा घेरा बनाया था वह भीड़ बढ़ने के चलते टूट गया। सुरक्षा बलों के लिए भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
वे दिन गए जब भारत की फौज अपने हथियारों के लिए विदेशों पर निर्भर रहा करती थी। नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्वदेशी रक्षा क्षेत्र के विकास पर पूरा जोर दिया है और ये उपकरण उसी पहल का सबूत हैं।
सवाल सिर्फ मोदी का नहीं है। देश की सबसे बड़ी अदालत के फैसले का भी है। देश के आत्मसम्मान का भी है। दंगे आज से 20 साल पहले हुए थ। डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले BBC के लोग देश से बाहर के हैं। यह मामला निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सुना जा चुका है।
जयराम रमेश की बौखलाहट और उनका गुस्सा ये समझने के लिए काफी है कि दिग्विजय सिंह के बयान से कांग्रेस में कितनी बेचैनी है। इस बयान से राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' का नैरेटिव बिगड़ा है। लेकिन इससे दिग्विजय सिंह की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने जो पांच संकल्प लिए थे उनमें एक संकल्प यह भी था कि गुलामी के प्रतीकों को और गुलामी की मानसिकता को खत्म करना है।
बृजभूषण शरण सिंह को यह भी पता है कि जो खिलाड़ी धरने पर बैठे, वे सीनियर खिलाड़ी हैं। उनका करियर अपनी ऊंचाई पर है और इसलिए वे बोल रहे हैं, लेकिन जो जूनियर खिलाड़ी हैं उनका पूरा करियर अभी बाकी है। वे करियर ख़त्म होने के डर से सीनियर्स को सपोर्ट नहीं करेंगे।
विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक जैसे जाने-माने पहलवान कुश्ती महासंघ अध्यक्ष के खिलाफ फाइनल मुकाबले के मूड में हैं। इन पहलवानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की तरफ से न्याय मिलने की काफी उम्मीदें हैं।
इस कड़कड़ाती ठंड में देश के जाने-माने पहलवानों को महिला पहलवानों के यौन शोषण के विरोध में खुले आसमान के नीचे बैठना पड़ा है। पहलवानों के आरोप वाकई हैरान करनेवाले हैं। यह देश के सभी खेल प्रेमियों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
तेलंगाना के खम्मम में आज बड़ी रैली होने वाली है। इस रैली में 4 राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद हैं। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंच गए हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की नजरें अब दिल्ली की राजनीति पर हैं।
बीजेपी की रणनीति साफ है। उसके पास मजबूत नेता के रूप में नरेंद्र मोदी हैं और पार्टी मोदी के नाम पर वोट मांगेगी। चुनाव चाहे विधानसभा का हो या लोकसभा का, फोटो नरेंद्र मोदी की ही चलेगी।
इसमें तो कोई शक नहीं कि अब तक रिवर क्रूज के बारे में न कांग्रेस ने सोचा, न समाजवादी पार्टी ने सोचा। पहली बार यह आइडिया मोदी ने दिया और इसे लागू करके दिखा दिया।
संकट की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां आटे की लूट मची है। हताश और परेशान लोगों की भीड़ से ट्रकों और आटा मिलों की सुरक्षा के लिए हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
फिलहाल लोगों को जोशीमठ से सुरक्षित बाहर निकालना ही एकमात्र उपाय है। हालांकि लोग आसानी से अपना घर-बार छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वे विरोध कर रहे हैं। उनकी भावनाएं समझी जा सकती हैं क्योंकि जहां पीढ़ियों से रह रहे हैं।
जैन समाज ने पूरे देश में प्रदर्शन किए, लेकिन कहीं किसी आम आदमी को दिक्कत नहीं हुई, कहीं से किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। अलग-अलग शहरों में हजारों लोग जुटे, लेकिन कहीं गड़बड़ नहीं हुई।
Aaj Ki Baat: आज Congress के नेता बहुत खुश हैं. संघ के लोगों को थैक्यू कह रहे हैं. अयोध्या में रामलला के मुख्य पुजारी को प्रणाम कर रहे हैं. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को महान बता रहे हैं.
Delhi में बीस साल की लड़की को गाड़ी से 12 किलोमीटर तक घसीटने के केस में आज कई खुलासे हुए. अंजली के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ये क्लीयर हो गया है कि लड़की के साथ कोई सैक्सुअल असाल्ट नहीं हुआ था. निधि ने जो कहानी बताई वो चौंकाने वाली है.
China में Corona कहर बरपा रहा है। हाल ये है कि अस्पतालों में जगह नहीं बची है। बेड्स की कमी से जूझ रहे China के Hospitals में लोगों की इलाज के लिए जगह ना होने की वजह से Wheel Chair पर लोगों का इलाज करना पड़ रहा है। China में कम से कम दस लाख लोगों की जान जा सकती है.
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