कानून तो बहाना है, असल में मोदी निशाना हैं। मौलानाओं की तकरीर का मकसद किसी तरह मोदी को झुकाना है। वक्फ कानून का आम मुसलमान से कोई लेना-देना नहीं है, पर उसे ये समझाया जा रहा है कि सरकार मस्जिदों, कब्रिस्तानों और ईदगाहों पर कब्जा कर लेगी।
तहव्वुर राणा को भारत लाने के लिए मोदी सरकार को पूरी ताकत लगानी पड़ी। कहते हैं, दुनिया झुकती है, झुकाने वाला चाहिए, नरेंद्र मोदी ने ये करके दिखाया।
नरेंद्र मोदी से पहले की सरकारें मुसलमानों से जुड़े किसी भी कानून को छेड़ने से डरती थी, वे मुस्लिम वोटों के ठेकेदारों से खौफ खाती थीं। मुस्लिम वोट मिलता रहे, इस वजह से मुसलमानों को नाराज़ करने के ख्याल से भी घबराती थीं। नरेंद्र मोदी ने इस नैरेटिव को बदला है।
मोदी ने कहा है कि म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप से वो दुखी हैं। दोनों देशों को भारत हर संभव मदद देने के लिए तैयार है। मोदी ने कहा कि विदेश मंत्रालय को उन्होंने थाईलैंड और म्यांमार की सरकार से संपर्क में रहने को कहा है।
भारत में अवैध घुसपैठियों को रोकने के लिए कानून आजादी से पहले बने थे और अब तक चले आ रहे हैं। अमित शाह ने 1920, 1939 और 1946 में बने कानूनों को वक्त की जरूरत के हिसाब से बदला है। अब भारत में गैरकानूनी तरीके से घुसना और यहां आकर बसना मुश्किल हो जाएगा।
बिहार में मुस्लिम वोटर 18 प्रतिशत से ज्यादा हैं। 243 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम वोटर हार-जीत तय करता है। नीतीश कुमार के लिए महादलित और मुस्लिम कॉम्बिनेशन कई चुनावों से काम करता रहा है।
मुझे लगता है कि त्योहार के मौके पर गरीबों को जो भी सौगात मिले, उसका स्वागत होना चाहिए। हर बात में सियासत घुसाने की कोई जरूरत नहीं है।
क्या बिहार में इतनी आसानी से हथियार मिल रहे हैं और किसी वारदात के बाद इतनी आसानी से हथियार गायब हो जाते हैं? क्या ये पुलिस की नाकामी नहीं है? हकीकत यही है कि बिहार में कानून व्यवस्था खराब हुई है।
वापसी से एक दिन पहले पीएम मोदी ने सुनीता विलियम्स को एक चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होने कहा कि ‘भले ही आप हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिलों के करीब हैं’। गुजरात के महेसाणा जिले के झूलासन गांव में लोगों ने नगाड़े बजा कर और पटाखे चला कर सुनीता की वापसी पर जश्न मनाया।
बलूच लोग अपने लिए अलग मुल्क की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि बलूचिस्तान में सबसे ज्यादा प्रकृतिक संसाधन हैं, और पाकिस्तानी हुकूमत बलूचिस्तान के संसाधन लूट रही है।
हकीकत ये है कि जो कुछ लोग अब तक वक्फ की अरबों की प्रॉपर्टी पर कब्जा करके बैठे हैं, उसके जरिए करोड़ों रुपये कमाते हैं, उनका खेल खत्म हो जाएगा। इसीलिए वे परेशान हैं और यही लोग मुस्लिम भाइयों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।
अबू आजमी का समर्थन करके अखिलेश यादव ने योगी के सामने फुल टॉस फेंक दी, योगी ने बिना देर किए बाउंड्री के पार भेज दिया। योगी अब तक समाजवादी पार्टी को महाकुंभ के बारे में दुष्प्रचार के मुद्दे पर घेर रहे थे, सनातन विरोधी बता रहे थे, लेकिन उन्हें फिर मौका मिल गया।
योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने महाकुंभ को बदनाम करने की सुनियोजित साजिश की, झूठा प्रचार किया लेकिन कामयाब नहीं हुए क्योंकि जमीनी हकीकत लोग खुद देख रहे थे।
रमजान का महीना 2 मार्च से शुरू होने वाला है. प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में जहान-ए-ख़ुसरो सूफ़ी प्रोग्राम का उद्घाटन किया. ये कार्यक्रम दिल्ली में हुमायूं के मकबरे के पास सुंदर नर्सरी कैंपस में हो रहा है. चूंकि प्रोग्राम खुले आसमान के नीचे हो रहा था और मौसम अचानक बदला, बारिश शुरू हो गई.
आज दिल्ली में नई सरकार का गठन हो गया...रेखा गुप्ता ने रामलीला मैदान में हुए भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली..उनके साथ छह मंत्रियों ने भी शपथ ले ली..और शपथग्रहण के बाद ही नई सरकार कामकाज में जुट गई..अब से थोड़ी देर पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कैबिनेट की पहली बैठक की.
AI का सहारा लेकर जो डीपफेक वीडियो बनाए जाते हैं, उनमें जाने-पहचाने चेहरों का इस्तेमाल करके, उनकी आवाज की हूबहू नकल करके लोगों को गुमराह किया जाता है, लोगों को लूटा जाता है।
ये तो सब मानते हैं कि करोड़ों लोगों के लिए संगम में स्नान की व्यवस्था करना दुरूह काम है। ये भी दिखाई दे रहा है कि महाकुंभ में भक्तों की भीड़ अपेक्षा से कहीं अधिक आई है। जब लोग अपने अपने इलाकों में जाकर बताते हैं कि व्यवस्था अच्छी है तो और लोग उत्साहित होकर प्रयागराज की तरफ प्रस्थान करते हैं।
ज्यादातर नेताओं का ये कहना है कि हादसा इसीलिए हुआ कि सारा प्रशासन VIPs की आवभगत में लगा था। ये कहना आसान है और लोग इसपर आसानी से विश्वास भी कर लेंगे क्योंकि लोगों ने कुंभ नगरी में VVIPs को बड़े आराम से स्नान करते हुए देखालेकिन रात को जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, उसे VIP सिंड्रोम से जोड़ना गलत है।
मौनी अमावस्या से एक दिन पहले पांच करोड़ से ज्यादा लोग प्रयागराज पहुंच गए। मंगलवार को शाम तक साढ़े चार करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई।
ट्रम्प ने साबित कर दिया कि वो जो कहते हैं, वही करते हैं और जो करते हैं, उसे पहले ही साफ-साफ कह देते हैं। White House में काम संभालने के पहले ही दिन 100 ऑर्डर पहले कभी किसी राष्ट्रपति ने जारी नहीं किए।
संपादक की पसंद