Aadhaar Safety tips: आधार कार्ड हमारे जरूरी आईडी प्रूफ में से एक है। हमारे बैंक से लेकर मोबाइल नंबर तक आधार कार्ड से लिंक होते हैं। ऐसे में इसकी सुरक्षा करना भी उतना ही जरूरी है। आधार कार्ड धारक की एक छोटी सी गलती की वजह से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में हमें खास तौर पर इन 5 बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Aadhaar Data on Dark web: अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी फर्म रीसिक्योरिटी की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि 81.5 करोड़ भारतीयों के आधार और पासपोर्ट का डाटा डार्क वेब पर एक व्यक्ति की ओर से 9 अक्टूबर को बेचा जा रहा था।
जांच के दौरान टीम को यह पता चला कि आरोपियों ने एक डॉक्टर की मदद से अपने आधार डेटाबेस में पता बदलवाया था जिसने महज 500 रुपये में पता बदलने संबंधी उनके प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर किया था।
Railway Job: रेलवे ग्रुप D की परीक्षा में पास होने के लिए एक अभ्यार्थी ने अपने अंगूठे की खाल को उखाड़ कर डमी कैंडिडेट के अंगूठे पर चिपका दिया था। लेकिन जब आधार कार्ड से डमी कैंडिडेट का बायोमेट्रिक सत्यापन किया गया तब अंगूठे का निशान मैच नहीं हो पाया। जिससे पूरे खेल का पर्दाफाश हो गया।
यदि कोई आधार कार्ड धारक अपना आधार नंबर बताने का इच्छुक नहीं है, तब ऐसी स्थिति में आधार (Aadhaar) जारी करने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड धारक को अपनी वर्चुअल आईडी (Virtual ID) के उपयोग की अनुमति प्रदान की है।
इंडेन द्वारा एल्डर्सन की आईपी को ब्लॉक करने से पहले ही उसने डाटाबेस तक पहुंचने के लिए कस्टम-बिल्ट स्क्रिप का उपयोग करते हुए लगभग 11,000 डीलर्स के ग्राहक डाटा को चुरा लिया, जिसमें ग्राहकों के नाम और पते शामिल थे।
भारतीय टेक्नोलॉजी कंपनी आईबॉल ने शानदार प्रोडक्ट भारतीय बाजार में उतारा है। यह एक 4जी टैबलेट है, जिसमें आधार वेरिफिकेशन के लिए यूनीक इंटीग्रेटेड फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है।
भारतीय टेक्नोलॉजी कंपनी आईबॉल ने शानदार प्रोडक्ट भारतीय बाजार में उतारा है। यह एक 4जी टैबलेट है, जिसमें आधार वेरिफिकेशन के लिए यूनीक इंटीग्रेटेड फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है।
जब आप बैंक में आधार संख्या देते हैं, प्राधिकरण को आपके बैंक खाता के बारे में मालूम नहीं होता है। बैंक हमें आपकी आधार संख्या और उंगलियों के निशान हमें मिलान करने के लिए देते हैं। मिलान करने की हमारी सेवा उन्हें हां या नहीं बताते हैं
प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर आलोचकों के निशाने पर आने के बाद प्राधिकरण ने कहा कि वह प्रेस की आजादी समेत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता है...
रिलायंस जियो की तरफ से बयान जारी किया गया था कि उपभोक्ताओं का डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है और सुरक्षा के उच्चतम स्तरों के साथ उसे संभाला जा रहा है
केंद्र ने राज्यों को आधार डेटा व अन्य व्यक्तिगत जानकारी सरकारी वेबसाइटों पर डाले जाने के प्रति आगाह किया है। तीन साल की जेल की सजा हो सकती है।
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