बिहार में अगले 48 घंटे कुछ बड़ा होने वाला है.. बीते 24 घंटे से चल रहे सियासी ड्रामे का पटाक्षेप अगले 48 घंटे में होने वाला है... बिहार में एक सरकार जाएगी तो दूसरी सरकार आएगी लेकिन नहीं बदलेगा का तो सीएम... सिर्फ बदलेंगे तो सियासी चेहरे और मोहरे... सवाल ये है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि नीतीश ने अपनी ही
आज की सबसे बड़ी पॉलिटिकल स्टोरी है..कि नरेंद्र मोदी ने सबको जोड़ लिया है..राहुल गांधी को अकेले छोड़ दिया है। 28 पार्टियों वाली I.N.D.I अलायंस वहीं पहुंच गई है..जहां 2019 के वक्त थी। I.N.D.I अलायंस ख़त्म होकर वापस UPA बनती दिख रही है। नीतीश कुमार का जाना करीब करीब तय हो गया है। बस टाइमिंग क्या होगी..
भारत के कोने-कोने में और लोगों के रोम-रोम में इन दिनों सिर्फ राम ही राम हैं. अयोध्या राम भक्तों से अटी पड़ी है. शुरूआती दो दिनों में ही लगभग 10 लाख भक्तों ने भगवान राम के दर्शन किये हैं.
क्या इस बार मोदी साउथ में सरप्राइज करेंगे . हिंदी पट्टी में राम लहर का असर क्या बीजेपी को सिर्फ हिंदुओं के वोट दिलाएगा और मुसलमान दूर चले जाएंगे . या इस बार वो होगा जो अभी तक किसी चुनाव में नहीं हुआ. रामलला हिंदू मुसलमान सबके वोट उन्हें दिलाएंगे जो 500 साल बाद राम मंदिर को लाए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 22 जनवरी सिर्फ एक शुभ मुहुर्त नहीं है...सिर्फ एक प्रतिज्ञा का पूरा होना नहीं है...33 साल 4 महीने 17 दिन की कठिन तपस्या का सफल होना है...मैं दोबारा कहती हूं...कुछ आंकड़े याद रखिएगा..प्रधानमंत्री के लिए राम मंदिर बनाना राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होना..उस समार
कांग्रेस नेता अयोध्या पहुंचे. सरयू में डुबकी लगाई और पूरी ताकत से जय जय सियाराम का नारा लगाते दिखे
देश में मंदिर टेस्ट चल रहा है। प्रधानमंत्री ने आज दिल्ली में गौसेवा की और मकर संक्राति भी मनाई और पोंगल भी। पोंगल दक्षिण भारत का प्रमुख पर्व है। सूर्य आज से उत्तर की ओर चले हैं, लेकिन सनातन को आत्मसात करके मोदी, पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण में एक नया रामसेतु बना रहे हैं।
22 जनवरी जैसे जैसे नजदीक आ रहा है..पूरा देश राममय हो रहा है...अयोध्या में सनातन का शंखनाद होने वाला है....इसकी गूंज देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया तक सुनाई देने वाली है...आज से देश में मंदिरों की सफाई का अभियान शुरू हो गया..देश के कोने कोने से तस्वीरें आईं..जिसमें लोग मंदिरों की सफाई करते दिखाई दिए..
आज इंडी अलायंस के नेताओं की मीटिंग हुई..मीटिंग में कन्वीनर के पद पर कोई ठोस फैसला तो नहीं हो सका लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार के रुख को लेकर जरूर सवाल खड़े हो गए..नीतीश कुमार के मन में क्या है....क्या ये INDI गठबंधन के नेताओं को पता है..
आज 2024 का सबसे बड़ा पोस्टर रिलीज हुआ है.. और ये पोस्टर बीजेपी ने रिलीज़ किया है.. लेकिन बीजेपी के इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर नहीं है.. दोबारा सुनिये... बीजेपी ने आज 2024 का सबसे बड़ा पोस्टर रिलीज़ कर दिया है... जनवरी से लेकर जून तक पूरे देश में यही पोस्टर चलेगा... बीजेपी के
मोदी हटाओ मोर्चा के भीतर आपसी टकराव खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. 2024 का फाइनल एक साथ मिलकर खेलने और जीतने का दावा करके बनी इंडिया गठबंधन में एक नाव पर सवार जितने भी खेवैया हैं वो अपनी अपनी दिशा में पतवार चलाने में लगे हैं.
Special Report : सीट बांटने में देरी क्यों.. इनसाइड रिपोर्ट क्या है?
साढ़े पांच सौ साल के बाद 22 जनवरी को रामलला विराजमान हो जाएंगे...इन साढ़े पांच वर्षों में अथक प्रयास हुए. अनेक सनातन धर्मावलंबियों ने अपना बलिदान दिया. मर्यादा पुरुषोत्तम राम को उनके घर में विराजमान करने के लिए लंबा संघर्ष हुआ
योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) आज गोरखपुर(Gorakhpur) में थे। योगी आदित्यनाथ ने आज यूपी की 80 सीटें जीतने का फॉर्मूला समझाया। योगी ने कहा कि पूरे देश में युद्धस्तर पर काम हो रहा है।
PM Modi Snorkeling In Lakshadweep News: नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) की इस वक्त की सबसे चर्चित तस्वीर देखी आपने। नरेंद्र मोदी का सबसे लेटेस्ट वीडियो देखा आपने। ये वीडियो इस वक्त ट्रेंड कर रहा है। आज ही नहीं..अगले कई दिनों तक मोदी का यही वीडियो ट्रेंड करेगा
PM Modi Vs Rahul Gandhi: मोदी और राहुल में बहुत अंतर है। ये अंतर सिर्फ सीटों का नहीं है, सिर्फ वोटों का नहीं है। ये अंतर विचारों का है..ये अंतर सोच का है..ये अंतर अप्रोच का है। ये अंतर Idea का है।
ED Summons Hemant Soren, Arvind Kejriwal: नए साल के पहले हफ्ते में ही देश के दो राज्यों के सीएम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है..दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को ईडी समन पर सम भेज रही है
नरेंद्र मोदी की पार्टी ने नया नारा तैयार किया है..मोदी सरकार तीसरी बार..अबकी बार 400 पार। नारा लिखना आसान है..400 सीट लाना बहुत ही मुश्किल। क्या नारा तय करने से पहले बीजेपी ने कुछ होमवर्क भी किया या सिर्फ माहौल बनाने के लिए 400 सीट का नारा लगा दिया। आज सारी बातें आपके सामने रखेंगे।
Special Report: मोदी के लिए नया साल 2024 कैसा होगा?
तीन महीने बाद लोकसभा चुनाव हैं ...यूपी में क्या चल रहा है ...क्या इस बार अखिलेश यादव कन्नौज की सीट से हार सकते हैं ...क्या डिंपल मैनपुरी से चुनाव हार सकती हैं....अमेठी से राहुल हार चुके हैं क्या रायबरेली से सोनिया गांधी भी हार सकती हैं .
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