हैदराबादः फोन टैपिंग मामले में मुख्य आरोपी तेलंगाना के विशेष आसूचना ब्यूरो (एसआईबी) के पूर्व प्रमुख टी.प्रभाकर राव ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से इनकार करते हुए उन्हें बेबुनियाद और झूठा करार दिया है। सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी, जो ‘इलाज’ के लिए अमेरिका में हैं, ने हाल ही में मामले के जांच अधिकारी को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने एसआईबी प्रमुख सहित किसी भी समय एक पुलिस अधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए न तो कोई अवैध कार्य किया है और न ही किसी को ऐसा करने का निर्देश दिया था।
पूर्व एसआईबी प्रमुख टी.प्रभाकर राव ने कही ये बात
टी.प्रभाकर राव ने कहा कि मेरे परामर्श चिकित्सकों ने मुझे सलाह दी है कि जब तक मेरा स्वास्थ्य पूरी तरह से स्थिर नहीं हो जाता, तब तक मैं अमेरिका से बाहर न जाऊं, क्योंकि यदि समय पर इसका निदान और उपचार नहीं किया गया तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। एसआईबी के एक निलंबित डीएसपी, दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों और एक पूर्व पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) को हैदराबाद पुलिस ने 13 मार्च को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से खुफिया जानकारी को कथित रूप से मिटाने और पिछले बीआरएस शासन के दौरान कथित फोन टैपिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पूर्व एसआईबी प्रमुख पर लगे हैं ये आरोप
प्रभाकर राव पर तत्कालीन सत्तारूढ़ राजनीतिक दल और उसके नेताओं को लाभ पहुंचाने के लिए राजनीतिक निगरानी से संबंधित कुछ विशिष्ट कार्यों को अंजाम देने के लिए एसआईबी के भीतर निलंबित डीएसपी के अधीन एक विशेष अभियान दल गठित करने का आरोप है। पूर्व एसआईबी प्रमुख ने कहा कि वह जांच में पूर्ण सहयोग करने के लिए तैयार हैं और जांच अधिकारी को ईमेल के माध्यम से कोई भी जानकारी देने को तैयार हैं, जिसके बारे में उन्हें लगता है कि वह उनके विशेष ज्ञान और अधिकार में है।
इनपुट- भाषा